जानिए ब्रेन स्ट्रोक कैसे जानलेवा है?

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अगर आपने शरीर का अच्छी तरह ध्यान न रखा जाए तो यह कई बीमारियों का गाड़ बन जाता है। इसलिए नियमित रूप से खुद को स्वास्थ रखना और मानसिक तोर पर खुद को टेंशन फ्री रखना बहुत जरुरी है। वार्ना आपके साथ आगे चलकर कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। आज हम आपको ब्रेन स्ट्रोक के बारे में बताना जा रहे है की कैसे यह बीमारी आपके लिए घातकपूर्ण हो सकती है और यहाँ तक की आपकी जान भी ले सकती है।

आपको बताना चाहेंगे की अगर बोलने और समझने में सक्षम न हो, आवाज में लड़खड़ाहट हो सकती है या किसी की बात को समझने में परेशानी का समाना, चेहरे, हाथ या पैर में कमजोरी या इनका सुन्न होना। विशेष रूप से शरीर के एक तरफ के चेहरे, हाथ या पैर में अचानक सुन्नपन या कमजोरी महसूस होना। एक या दोनों आंखों से देखने में दिक्कत महसूस करना। अचानक एक या दोनों आंखों से धुंधला या काला दिख सकता है या एक चित्र दोहरे चित्र में दिख सकता है, अचानक तेज सिर दर्द हो सकता है और इसके साथ ही उल्टी, चक्कर आना या बेहोशी हो सकती है। यह इसके मुख्य लक्षण है।

अगर मस्तिष्क के किसी भाग में रक्त की आपूर्ति होने में बाधा उत्पन्न हो या फिर कम होने लगे तो यह ब्रेन स्ट्रोक की स्थिति हो सकती है। अगर समय पर इसका इलाज नहीं लिया गया तो यह रोग जानलेवा हो सकता है। आपको बताना चाहेंगे की ब्लड क्लॉट यानी खून का थक्का होने पर खून तरल पदार्थ से एक जेल में तब्दील होने लगता है। जिसका स्वरूप एक थक्के जैसा होने लगता है। इसे थ्रोम्बोसिस के तौर पर भी जाना जाता है। चोट या कहीं कट लग जाने की स्थिति में ब्लड क्लॉटिंग जरूरी होती है क्योंकि ये शरीर से ज्यादा खून निकलने से रोकता है। लेकिन जब ये क्लॉटिंग शरीर के अंदर नसों में होने लगती है तो खतरनाक रूप ले सकता है।

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