भारत में कोरोना लगभग खत्म होने की स्थिति में पहुंच गया था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से अचानक संक्रमण बढ़ने से सरकारें भी चिंतित होने लग गई है। महाराष्ट्र के कुछ जिलों में दोबारा लॉकडाउन लगा दिया गया है। वहीं अन्य राज्यों में भी दोबारा से लॉकडाउन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी प्रदेश की स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। हो सकता है कि मध्यप्रदेश में भी कुछ पाबंदियां लगाई जा सकती है। जानकारों का मानना है कि यदि लगातार संक्रमण बढ़ने लगेगा तो मध्यप्रदेश में भी दोबारा से लॉकडाउन का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए लोगों को गाइडलाइन का पालन कर अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
भारत में कोरोना का नया स्ट्रेंट ज्यादा संक्रमण फैला सकता है। पिछले कुछ दिनों पहले जिस तरह से कोरोना वायरस के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है, उससे एक बार फिर सरकारों की चिंता बढ़ गई है। लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही मास्क पहनने में भी लापरवाही बरतना शुरू कर दिया है। फिलहाल जो आंकड़े बढ़ रहे हैं वे देश में चार राज्यों में बढ़ते नजर आ रहे हैं, इनमें मध्यप्रदेश के साथ ही केरल, महाराष्ट्र और पंजाब शामिल हैं। आंकड़ों के मुताबिक 87 प्रतिशत नए मामले इन राज्यों में सामने आ रहे हैं।
एम्स प्रमुख डा. रणदीप गुलेरिया ने भी मीडिया से चर्चा में आशंका जताई है कि भारत में कोरोना का वायरस प्रति हर्ड इम्यूनिटी बनना एक मिथक है, क्योंकि इसके 80 प्रतिशत आबादी में कोरोना वायरस के प्रति एंटीबॉडी बनना चाहिए, जो हर्ड अम्यूनिटी के तहत पूरी आबादी की सुरक्षा के लिए जरूरी है। विशेषज्ञों के मुताबिक कोरना का नया स्ट्रेन ज्यादा संक्रामक और ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। इसकी खतरनाक बात यह भी है कि जो लोग कोरोना के दौर से गुजर चुके हैं, वे भी दोबारा इसकी चपेट में आ सकते हैं। चाहे इन लोगों में एंटीबॉडी पहले से बन चुकी हो।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में तेजी से संक्रमण बढ़ने लगा है। वहां लोकल परिवहन सेवाएं भी शुरू हो चुकी हैं। कई लोग अब भी सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे हैं, ऐसे में लगातार संक्रमण बढ़ने लगा है। महाराष्ट्र के विदर्भ और मुंबई में मिले कोरना के नए स्ट्रेन के कारण ही दोबारा से लॉकडाउन लगाना पड़ गया है। इसके अलावा पाबंदियां लगाना शुरू कर दिया गया है। जबकि ऐसे ही मामले बढ़ते रहे तो महाराष्ट्र में पाबंदियां बढ़ती जाएंगे। गाइडलाइन के प्रति हो रही ढिलाई के कारण यह आंकड़े बढ़ रहे हैं।
मध्यप्रदेश में 13 फरवरी के बाद से लगातार दैनिक मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। शुक्रवार को 297 नए मामले सामने आए थे। जबकि प्रदेश का इंदौर और भोपाल डेंजर जोन में शामिल है। जिस शहर में पिछले कुछ दिनों पहले तक कोरोना दम तोड़ चुका था, जहां 20 के करीब दैनिक मामले आ रहे थे, वहीं अब डेढ़ से अधिक मामले आने लगे हैं। इससे मध्यप्रदेश में भी दोबारा सख्ती की तैयारी की जा सकती है। इसलिए लोगों को मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए।