Brij Bhushan Singh: नेता और ब्यूरोक्रेट्स खेल संघों से इतना मोह क्‍यों रखते हैं? यहां देखिए पुरी तस्‍वीर

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Brij Bhushan Singh: नेता और ब्यूरोक्रेट्स खेल संघों से इतना मोह क्‍यों रखते हैं? यहां देखिए पुरी तस्‍वीर

Brij Bhushan Singh: नेता और ब्यूरोक्रेट्स खेल संघों से इतना मोह क्‍यों रखते हैं? यहां देखिए पुरी तस्‍वीर

रोहित मिश्र/ सै. अब्बास रिजवी, लखनऊ: छह बार के सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने ही मोर्चा खोल दिया है। तमाम आरोप लगाए जा रहे हैं और उनकी अध्यक्षता में चल रही फेडरेशन को भंग करने की मांग चल रही है। विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। हालांकि, अगर गौर से देखा जाए तो खेल संघों से नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स का मोह लंबे समय से रहा है। कई मर्तबा आरोप लगते हैं कि खेल संघों में गैर पेशेवर खिलाड़ियों की वजह से ही खेलों का विकास प्रभावित हो रहा है। अब चर्चा हो रही है कि आखिर नेताओं-ब्यूरोक्रेट्स का खेल संघों से मोह भंग क्यों नहीं हो रहा?

जानकारों की मानें तो खेलों में छुपे ‘ग्लैमर’ का एक जरिया खेल संघ भी हैं। प्रतियोगिताओं में टीमें जब हिस्सा लेने के लिए जाती हैं तो कई पदाधिकारियों के पास नामचीन हस्तियों से मुलाकात आसान होती है। प्रतियोगिताओं के दौरान अपने तमाम करीबियों को वे उपकृत कर सकते हैं। एक नेता जोकि क्रिकेट संघ की राजनीति से ताल्लुक रखते हैं, उनके बारे में एक पूर्व खिलाड़ी कहते हैं कि जब कभी प्रतियोगिताएं होती हैं तो वे अपने लोगों के लिए पास का इंतजाम करते हैं। उनका दाम काफी होता है। हालांकि, जिन्हें वे पास देते हैं, वे खुद भी उतनी रकम के टिकट खरीद सकते हैं, लेकिन असोसिएशन की तरफ से मिलने वाले पास का एक अलग ही स्टेटस सिंबल है, जो रकम लगाकर खरीदे गए टिकट में नहीं मिल सकता।

पूर्व खेल निदेशक नीरू कपूर कहते हैं, तमाम नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स का कई बार संघों का हिस्सा होना उस संगठन को आगे बढ़ाता है। हालांकि, ज्यादातर ऐसा नहीं होता। ज्यादातर लोग तो केवल लाइमलाइट के लिए ही खेल संघों को कब्जाए रहते हैं।

यूपी में खेल संघों की कुछ ऐसी है तस्वीर

  • पावरलिफ्टिंग संघ अमरजीत सिंह (पूर्व मंत्री), अध्यक्ष
  • फुटबॉल संघ अरविंद मेनन(भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री व तेलंगाना के सह प्रभारी), अध्यक्ष
  • साइकलिंग संघ राम सकल गुर्जर(पूर्व मंत्री), अध्यक्ष
  • तीरंदाजी संघ अवनीश कुमार अवस्थी (रिटा.आईएएस व सीएम के सलाहकार), अध्यक्ष और कलराज मिश्र(पूर्व राज्यपाल, संरक्षक)
  • ऐथलिटिक्स असोसिएशन कुंवर फतेह बहादुर(रिटायर्ड आईएएस), अध्यक्ष। कई अन्य आईएएस संघ में पदाधिकारी
  • बैडमिंटन संघ नवनीत सहगल(खेल विभाग के अपर मुख्य सचिव) अध्यक्ष। कई अन्य आईएएस संघ में पदाधिकारी
  • फेंसिंग संघ पंकज सिंह (विधायक), अध्यक्ष
  • हैंडबॉल संघ सुधीर एम़ बोबड़े (उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव), अध्यक्ष
  • जूडो संघ सुधीर हलवासिया (भाजपा नेता), अध्यक्ष। चेयरमैन – महेश कुमार गुप्ता (ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव)
  • रोइंग संघ अमित घोष(केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय में संयुक्त सचिव), अध्यक्ष
  • शूटिंग संघ श्याम सिंह यादव (सांसद, जौनपुर), अध्यक्ष
  • तैराकी संघ जय प्रताप सिंह(पूर्व मंत्री), अध्यक्ष
  • टेनिस संघ नवनीत सहगल (खेल विभाग के अपर मुख्य सचिव), अध्यक्ष
  • वॉलिबॉल संघ ब्रजेश पाठक (उप मुख्यमंत्री), अध्यक्ष
  • कुश्ती संघ बृजभूषण शरण सिंह (सांसद), अध्यक्ष
  • सॉफ्ट टेनिस संघ पद्मजा चौहान (आईपीएस), अध्यक्ष


बड़े नेता जिलों में हैं संरक्षक

यह तो उत्तर प्रदेश के खेल संघों की बात हुई। इनकी जिला इकाइयों में भी अपने-अपने जिले के बड़े नेता अध्यक्ष से लेकर संरक्षक तक की कुर्सी थामे हैं। जिले में खेल संघों की तरफ से होने वाली प्रतियोगिताओं में इनकी मौजूदगी बनी रहे इसलिए खेल संघों की कुर्सी का लोभ इनसे थमता नहीं।

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