Boris Johnson India: ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन की यात्रा से क्या लेगा और क्या देगा भारत h3>
नई दिल्ली: ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन (British PM Boris Johnson) दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंच गए हैं। यूक्रेन युद्ध (Ukraine War) के बीच भारत के अपने पहले दौरे पर पहुंचे ब्रिटिश पीएम से भारत निवेश, रक्षा से लेकर खालिस्तानी और भोगेड़े विजय माल्या से लेकर नीरव मोदी पर बात करेगा। इस दौरे में भारतीयों की सुरक्षा को लेकर भी चर्चा हो सकती है।
खालिस्तानियों पर भारत दिखाएगा सख्ती
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सरकार ब्रिटेन पर पाकिस्तानपरस्त सिख कट्टरपंथियों पर कार्रवाई करने को लेकर लगातार दबाव बनाती रही है। पिछले कई द्विपक्षीय बैठकों में भारत ब्रिटेन से पाकपरस्त हरकत करने वाले ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने की मांग करता रहा है। पिछले साल मोदी सरकार प्रतिबंधित सिख संगठनों के अलगाववादी एजेंडे को प्रवासी भारतीयों में बढ़ावा देने को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। इसके अलावा भारत पाकिस्तानी खुफिया संगठन आईएसआई समर्थित भारत विरोधी गतिविधियों के बढ़ने को लेकर चिंता जताई थी। कुछ पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश राजनेता लगातार भारतीय हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं। इस बारे में एक सूत्र ने बताया कि ब्रिटेन भारत विरोधी गतिविधियों को आगे नहीं बढ़ने देगा।
यूक्रेन पर कोई उपदेश नहीं सुनेगा भारत
इस दौरे की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने कहा कि जॉनसन यूक्रेन पर कोई उपदेश नहीं देंगे कि उसे यूक्रेन पर रूस के आक्रमण पर कैसी प्रतिक्रिया व्यक्त करनी चाहिए।’ अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री के साथ जॉनसन की बातचीत हिंद प्रशांत क्षेत्र के हालात पर केन्द्रित रहेगी। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन भारत को रक्षा निर्माण का केन्द्र बनाने के मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने में अपना सहयोग देने के लिए तैयार है और देश सैन्य हार्डवेयर के संयुक्त उत्पादन के लिए प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण को भी तैयार है। इस यात्रा से मुक्त व्यापार समझौते के प्रस्ताव में तेजी आने, हिंद प्रशात क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा मिलने और रक्षा संबंधों के आगे बढ़ने की संभावना है। भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर उन्होंने कहा कि जॉनसन की यात्रा अगले दौर की बातचीत की राह तैयार करेगी।
विजय माल्या और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण पर भी बात
जॉनसन से भारतीय भगोड़े माल्या और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण को लेकर बातचीत होन की संभावना है। गौरतलब है कि नीरव मोदी बैंकों से 13 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करके भाग गया था और ब्रिटेन में शरण ली हुई है। वहीं विजय माल्या पर बैंकों का करीब 10 हजार करोड़ रुपये बकाया और वह भी इंग्लैंड में है। हालांकि इस बार में पूछने पर एक सूत्र ने बताया कि ये मामला कोर्ट के अधीन है और इसपर कोर्ट को ही फैसला करना होगा।
डिफेंस खरीद पर रूस पर निर्भरता घटाने को लेकर होगी बात
सूत्रों ने बताया कि ब्रिटेन भारत की हथियारों की खरीद में रूस पर अत्यधिक निर्भरता घटाने को लेकर भी चर्चा कर सकता है। इसमें डिफेंस उद्योग की साझेदारी जिसमें तकनीक का ट्रांसफर भी शामिल होगा।
खालिस्तानियों पर भारत दिखाएगा सख्ती
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सरकार ब्रिटेन पर पाकिस्तानपरस्त सिख कट्टरपंथियों पर कार्रवाई करने को लेकर लगातार दबाव बनाती रही है। पिछले कई द्विपक्षीय बैठकों में भारत ब्रिटेन से पाकपरस्त हरकत करने वाले ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने की मांग करता रहा है। पिछले साल मोदी सरकार प्रतिबंधित सिख संगठनों के अलगाववादी एजेंडे को प्रवासी भारतीयों में बढ़ावा देने को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। इसके अलावा भारत पाकिस्तानी खुफिया संगठन आईएसआई समर्थित भारत विरोधी गतिविधियों के बढ़ने को लेकर चिंता जताई थी। कुछ पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश राजनेता लगातार भारतीय हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं। इस बारे में एक सूत्र ने बताया कि ब्रिटेन भारत विरोधी गतिविधियों को आगे नहीं बढ़ने देगा।
यूक्रेन पर कोई उपदेश नहीं सुनेगा भारत
इस दौरे की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने कहा कि जॉनसन यूक्रेन पर कोई उपदेश नहीं देंगे कि उसे यूक्रेन पर रूस के आक्रमण पर कैसी प्रतिक्रिया व्यक्त करनी चाहिए।’ अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री के साथ जॉनसन की बातचीत हिंद प्रशांत क्षेत्र के हालात पर केन्द्रित रहेगी। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन भारत को रक्षा निर्माण का केन्द्र बनाने के मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने में अपना सहयोग देने के लिए तैयार है और देश सैन्य हार्डवेयर के संयुक्त उत्पादन के लिए प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण को भी तैयार है। इस यात्रा से मुक्त व्यापार समझौते के प्रस्ताव में तेजी आने, हिंद प्रशात क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा मिलने और रक्षा संबंधों के आगे बढ़ने की संभावना है। भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर उन्होंने कहा कि जॉनसन की यात्रा अगले दौर की बातचीत की राह तैयार करेगी।
विजय माल्या और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण पर भी बात
जॉनसन से भारतीय भगोड़े माल्या और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण को लेकर बातचीत होन की संभावना है। गौरतलब है कि नीरव मोदी बैंकों से 13 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करके भाग गया था और ब्रिटेन में शरण ली हुई है। वहीं विजय माल्या पर बैंकों का करीब 10 हजार करोड़ रुपये बकाया और वह भी इंग्लैंड में है। हालांकि इस बार में पूछने पर एक सूत्र ने बताया कि ये मामला कोर्ट के अधीन है और इसपर कोर्ट को ही फैसला करना होगा।
डिफेंस खरीद पर रूस पर निर्भरता घटाने को लेकर होगी बात
सूत्रों ने बताया कि ब्रिटेन भारत की हथियारों की खरीद में रूस पर अत्यधिक निर्भरता घटाने को लेकर भी चर्चा कर सकता है। इसमें डिफेंस उद्योग की साझेदारी जिसमें तकनीक का ट्रांसफर भी शामिल होगा।