बिहार में महामारी घोषित की जाएगी ब्लैक फंगस, इससे इलाज के तरीके में क्या आएगा बदलाव…जानिए

237
बिहार में महामारी घोषित की जाएगी ब्लैक फंगस, इससे इलाज के तरीके में क्या आएगा बदलाव…जानिए

बिहार में महामारी घोषित की जाएगी ब्लैक फंगस, इससे इलाज के तरीके में क्या आएगा बदलाव…जानिए

हाइलाइट्स:

  • बिहार में कोरोना के बाद ब्लैक फंगस बड़ी चुनौती
  • ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने लिए आज बैठक
  • बीमारी, इलाज और मरीज से जुड़े रिकॉर्ड रखे जाएंगे

पटना
बिहार में ब्लैक फंगस (Black Fungus) को महामारी घोषित करने के लिए आज बैठक है। सरकार ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने जा रही है। राज्य में रोजाना ब्लैक फंगस के मरीज मिल रहे हैं। कोरोना के बाद राज्य में ब्लैक फंगस नया सिरदर्द है।

ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने के लिए बैठक
बिहार स्वास्थ्य विभाग की मानें तो ब्लैक फंगस को लेकर केंद्र सरकार से दिशा निर्देश मिलने के बाद उसे आपदा कानून के तहत महामारी घोषित करने पर विचार कर रही है। इस पर अंतिम निर्णय आज होगा।

दरअसल केंद्र ने सभी राज्यों को म्यूकरमाइकोसिस जिसे ब्लैक फंगस के नाम से भी जानते हैं, इसे महामारी एक्ट 1897 के तहत नोटेबल डिजीज घोषित करने को कहा है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के ज्‍वॉइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने राज्‍यों को लिखे पत्र में कहा है कि सभी सरकारी, प्राइवेट अस्‍पतालों और मेडिकल कॉलेजों को ब्‍लैक फंगस की स्‍क्रीनिंग, डायग्‍नोसिस और मैनेजमेंट के गाइडलाइंस का पालन करना होगा। राज्यों को ब्लैक फंगस के केस, मौत, इलाज और दवाओं का हिसाब रखना होगा।

ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने से क्या होगा?
ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने वाला हरियाणा पहला राज्य था। वहां के मेडिकल कॉलेजों में 20-20 बेड के वॉर्ड तैयार किए गए हैं। राजस्थान सरकार ने भी ब्लैक फंगस को महामारी घोषित किया है। सरकार का कहना है कि महामारी घोषित होने के बाद बीमारी की प्रभावी तरीके से मॉनिटरिंग हो सकेगी।

वहीं, केंद्र की ओर से कहा गया है कि ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर के जारी गाइडलाइन का पालन करना होगा। ब्लैक फंगस के सभी मामलों की रिपोर्ट जिला स्तर के चीफ मेडिकल ऑफिसर को की जाएगी। इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम के सर्विलांस सिस्टम में भी इसकी जानकारी दी जाएगी।

बिहार में अब तक ब्लैक फंगस के 174 मरीज
बिहार में शुक्रवार को ब्लैक फंगस के 39 नए मामले सामने आए। इनमें आठ को भर्ती करना पड़ा। कुल 39 मामलों में से 32 पटना के तीन अस्पतालों और बाकी छपरा के निजी अस्पताल में पहुंचा। इस तरह राज्य में ब्लैक फंगस के 174 मरीज हो गए हैं।

शुक्रवार को पटना एम्स की ओपीडी में 30 मरीज पहुंचे, जिनमें सात को भर्ती किया गया। आईजीआईएमएस में एक नया मरीज भर्ती हुआ है। बाकी मरीजों को दवा देकर घर भेज दिया गया। वहीं, निजी अस्पताल पारस में एक मरीज ओपीडी में आया था, जिसे दवा देकर छोड़ दिया गया।

यह भी पढ़ें: ममता बनर्जी अगर नंदीग्राम से चुनाव हारी है तो मुख्यमंत्री कैसे बनी ?

Today latest news in hindi के लिए लिए हमे फेसबुक , ट्विटर और इंस्टाग्राम में फॉलो करे | Get all Breaking News in Hindi related to live update of politics News in hindi , sports hindi news , Bollywood Hindi News , technology and education etc.

Source link