BJP नेता ओटाराम देवासी की मुश्किलें बढ़ी, सिरोही में स्थानीय नेता को लेकर शुरू हुआ सियासी घमासान

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BJP नेता ओटाराम देवासी की मुश्किलें बढ़ी, सिरोही में स्थानीय नेता को लेकर शुरू हुआ सियासी घमासान

BJP नेता ओटाराम देवासी की मुश्किलें बढ़ी, सिरोही में स्थानीय नेता को लेकर शुरू हुआ सियासी घमासान


सिरोही: राजस्थान में चुनाव नजदीक आते ही जिलों में भी सियासी हलचलें तेज हो गई है। सिरोही में जिला बीजेपी में स्थानीय प्रत्याशी की मांग को लेकर सियासत तेज हो गई है। जिला उपाध्यक्ष दिलीपसिंह मांडाणी, भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष हेमंत पुरोहित और सिरोही शहर के नगर मंत्री समेत कई नेताओं और पदाधिकारियों ने खुलकर स्थानीय प्रत्याशी की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है। स्थानीय प्रत्याशी की मांग को लेकर कार्यकर्ताओं और नेताओं के खुलकर बोलने के बाद पूर्व विधायक ओटाराम देवासी की मुश्किलें बढती दिख रही है। देवासी पिछले चुनावों में संगठन की नाराजगी झेल चुके हैं।

जनआक्रोश यात्रा में भी पत्र लिख की थी मांग

गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनावों में जिला बीजेपी संगठन ने बाहरी प्रत्याशी के मुद्दे पर ओटाराम देवासी की खिलाफत कर दी थी । इसके बाद ओटाराम को करारी हार का सामना करना पड़ा था। बीजेपी के लिए चिंता की बात ये भी है कि जिले में हुई पार्टी की जनआक्रोश यात्रा के दौरान भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने जन समस्या पत्र में भी इस बारे में खुलकर लिखा था। जनआक्रोश यात्रा के दौरान भरे गए जनआक्रोश पत्र अब एक एक कर सामने आ रहे हैं। इनमें पार्टी के कार्यकर्ताओं ने साफ लिखा है कि सिरोही विधानसभा क्षेत्र के लिए उन्हें स्थानीय उम्मीदवार ही चाहिए।

स्थानीय का मुद्दा उछलने के बाद पिछले चुनावों तक पार्टी का जिताऊ चेहरा माने जाने ओटाराम देवासी भी हैरान है। माना जा रहा है कि बीजेपी में कार्यकर्ताओं के सुलगाए लेटर बम सामने आने के बाद पार्टी की अंदरुनी स्थितियां विस्फोटक हो सकती है।

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जनआक्रोश यात्रा में दिखा कार्यकर्ताओं का आक्रोश

स्थानीय प्रत्याशी की मांग को लेकर बीजेपी कार्यकर्ता जनआक्रोश यात्रा के दौरान ही मुखर हो गए थे। यात्रा के दौरान भरवाए गए जन समस्या पत्रों में बड़ी संख्या में जिले के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने स्थानीय और शिक्षित उम्मीदवार को ही टिकिट देने की मांग उठा दी थी। स्थानीय प्रत्याशी की मांग के लिए लिखे गए पत्र दो महीने पहले ही प्रदेश नेतृत्व के पास पहुंच गए है। इन पत्रों में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने लिखा है कि आने वाले विधानसभा चुनावों में स्थानीय और शिक्षित प्रत्याशी को ही उतारा जाए। कार्यकर्ताओं की इस तरह की मांग उठने के बाद चुनावों में बीजेपी के टिकिट के लिए दावेदारी करने वाले नेताओं ने इस मामले को ठंडा करने की कोशिशें भी शुरू कर दी है। दावेदारी की तैयारी कर रहे एक नेता ने जिले की दूसरी विधानसभा की वोटर लिस्ट से अपना नाम कटवाकर सिरोही शहर में नाम जुड़वाने का आवेदन कर दिया है। हालांकि अब देखना है कि स्थानीय बनाम ओटाराम देवासी को लेकर बने मुद्दे में मजबूत दावेदारी किसकी हो सकती है।

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