Bihar Road : शान में बट्टा, ड्रोन से देखिए बिहार की गड्ढों वाली सड़क, कैसे कटा रही नाक

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Bihar Road : शान में बट्टा, ड्रोन से देखिए बिहार की गड्ढों वाली सड़क, कैसे कटा रही नाक

Bihar Road : शान में बट्टा, ड्रोन से देखिए बिहार की गड्ढों वाली सड़क, कैसे कटा रही नाक

मधुबनी : बिहार में गड्ढोंवाली सड़क के नाम से फेमस है कलुआही-बासोपट्टी-हरलाखी से गुजरनेवाली रोड। सरकारी रेकॉर्ड में ये NH 227 के नाम से दर्ज है। मधुबनी के इस नेशनल हाईवे का ड्रोन से लिया गया वीडियो आजकल वायरल हो रहा है। जो बिहार के शान में बट्टा लगा रहा है। सड़क की सबसे बदहाल हालत मानसी पट्‌टी से लेकर कलना तक है। इस रोड पर सबसे बड़ा गड्ढा 100 फीट का बताया जा है।

गड्ढों वाले NH 227 का ड्रोन वीडियो
गड्ढों वाले NH 227 के ड्रोन वीडियो को देखकर ही डर लग रहा है। पता नहीं कब कहां कौन गिर जाए। कौन सी गाड़ी कहां उलट जाए। किसी ने इसका ड्रोन से वीडियो बनाया और सोशल प्लेटफॉर्म पर अपलोड कर दिया, अब ये वायरल हो रहा है। बिहार के मधुबनी से गुजरने वाले इस नेशनल हाईवे का वीडियो जो भी देख रहा है वो पूछ रहा है कि आखिर ये सड़क कहां पर है। बिहार का है तो किस जिले का है, किस इलाके का है।

वीडियो में सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे दिख रहे

टॉप एंगल से लिए गए इस वीडियो में सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे दिख रहे हैं। गड्ढे इतनी की गिनती करना मुश्किल है। कलुआही-बासोपट्टी-हरलाखी से गुजरने वाला ये मेन रोड है। मानसी पट्‌टी से कलना तक करीब 20 किलोमीटर तो बिल्कुल चलने लायक नहीं है। कितनी मजबूरी में लोग इस रोड से गुजरते होंगे, अंदाजा लगाया जा सकता है। सड़क के किनारे बसे गांवों की स्थिति तो और भी बदतर है।

2015 के बाद से खराब होती गई सड़क
वैसे इस सड़क की ऐसी हालत एक दिन में हुई नहीं होगी। दरअसल, 2015 के बाद से ही ये सड़क बर्बाद होती चली गई। अब तो इतनी खराब हालत में है कि नई सड़क बनाना ज्यादा आसान होगा। रिपेयर के लिए अब तक तीन बार टेंडर जारी किए गए। लेकिन सभी ठेकेदारों ने कुछ दूर सड़क बनाने के बाद काम छोड़ दिया।

बीजेपी विधायक की किसी ने नहीं सुनी
ऐसी बात नहीं कि इस सड़क से सरकारी मुलाजिम नहीं गुजरते हैं, मगर यहां से जाने के बाद सब भूल जाते हैं। मधुबनी जिले के खजौली विधानसभा क्षेत्र से जीतनेवाले बीजेपी के विधायक अरुण शंकर प्रसाद का दावा है कि उन्होंने तीन बार अलग-अलग सत्रों में इस रोड से जुड़े सवाल को विधानसभा में उठाया मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

ठेकेदार पर आरोप लगाकर विभाग निश्चिंत
साल 2020 में ये सड़क नेशनल हाईवे जयनगर के तहत आई। दुरुस्त करने के लिए 28 करोड़ का टेंडर हुआ। ठेकेदार ने समय से काम पूरा नहीं किया तो उसे एनएचएआई ने हटा दिया। मामला कोर्ट में चला गया। ठेकेदार ने मीडिया से कहा कि विभाग के अफसर बिल अटका देते थे। अब नए सिरे से टेंडर निकालने की बात हो रही है। मगर इसमें कम से कम तीन महीने का समय लग सकता है। इसका मतलब ये हुआ कि इस बरसात में ये सड़क तालाब बन जाएगा। वीडियो वायरल होने के बाद पथ निर्माण मंत्री हरकत में आए हैं, मीडिया के मुताबिक कार्रवाई की राग अलाप रहे हैं।

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