बिहार की सांस्कृतिक विरासत को एक बार फिर नई ऊर्जा मिली, जब नौ वर्षों के लंबे अंतराल के बाद लौरिया के साहुजैन स्टेडियम में नंदनगढ़ महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग तथा जिला प्रशासन पश्चिम चंपारण के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को आयोजित इस कार्यक्रम में संस्कृति, संगीत और परंपरा की झलक देखने को मिली।
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कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति ने इस महोत्सव को और भी गरिमामय बना दिया। उद्घाटन समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इसमें जिला पदाधिकारी दिनेश कुमार राय, बेतिया एसपी डॉ. शौर्य सुमन, बगहा एसपी सुशांत कुमार सरोज, विधान पार्षद भीष्म साहनी, लौरिया विधायक विनय बिहारी, रामनगर विधायक भागीरथी देवी, बेतिया महापौर गरिमा देवी शिकारिया, नरकटियागंज सभापति रीना देवी, लौरिया प्रमुख शंभू तिवारी और नगर अध्यक्ष सीता देवी ने संयुक्त रूप से हिस्सा लिया।
‘जय बिहार’ गीत से हुई सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत ‘बिहार गीत’ से स्वागत के रूप में की गई, जिसके बाद ‘जय बिहार’ गीत ने मंच पर देशभक्ति और सांस्कृतिक भावना का संचार किया। इसके बाद चंपारण के मशहूर कव्वाल अशलम चिश्ती की गजलों ने समां बांध दिया। उनकी प्रस्तुति ‘मन को दुबारा-दुबारा’ ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
विनय बिहारी के गीतों ने बांधा समां
कार्यक्रम की खास आकर्षण रहे विधायक विनय बिहारी, जिनके गाए गीतों ने पूरी महफिल को उत्साह और ऊर्जा से भर दिया। उनके संगीत की लहरों पर लौरियावासियों ने जमकर तालियां बजाईं और झूम उठे। वहीं, मंच पर उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों का पारंपरिक रूप से शॉल और मोमेंटो देकर सम्मान किया गया। इस सम्मान समारोह के माध्यम से आयोजकों ने प्रशासन और नेतृत्व के सहयोग के प्रति आभार प्रकट किया।
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लोगों का जबरदस्त उत्साह, आयोजन की सराहना की
नंदनगढ़ महोत्सव को लेकर लौरिया और आसपास के इलाकों के लोगों में खासा उत्साह देखा गया। स्टेडियम में स्थानीय नागरिकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लोग न सिर्फ संगीत में डूबे नजर आए, बल्कि उन्होंने इस आयोजन की खुले दिल से सराहना भी की। नौ वर्षों के लंबे अंतराल के बाद यह आयोजन एक ऐतिहासिक सांस्कृतिक पुनर्जागरण की तरह देखा जा रहा है। स्थानीय निवासियों ने मांग की कि ऐसे आयोजन हर वर्ष किए जाएं, ताकि लोक संस्कृति, कला और परंपरा को और अधिक बल मिले।