गोपालगंज जिले में आयकर विभाग की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 128.6 किलो चांदी जब्त की है। जब्त चांदी की बाजार में अनुमानित कीमत 1.29 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह कार्रवाई फुलवरिया थाना परिसर में रविवार को की गई, जहां आयकर विभाग की टीम ने जब्त की गई चांदी की जांच और तौल कराई। इस दौरान दोनों संदिग्ध तस्करों से कागजात को लेकर गहन पूछताछ की गई, लेकिन वे संतोषजनक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके। फिलहाल पुलिस ने दोनों को एक दिन की मोहलत देकर पीआर (पर्सनल रिकॉग्निजेंस) पर छोड़ दिया है।
बस से हो रही थी चांदी की तस्करी
जानकारी के मुताबिक, घटना की शुरुआत तब हुई जब फुलवरिया थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि यात्री बस में सवार दो व्यक्ति भारी मात्रा में छपरा से उत्तर प्रदेश के आगरा जेवरात की तस्करी कर रहे हैं। सूचना के आधार पर थानाध्यक्ष जय हिंद यादव के नेतृत्व में पुलिस ने भोरे-मीरगंज मुख्य पथ के मजिरवां कला के पास वाहन जांच अभियान चलाया। जांच के दौरान, पुलिस ने एक बस में सफर कर रहे दो संदिग्ध यात्रियों को रोककर तलाशी ली, जिसमें उनके बैग से भारी मात्रा में गलाई हुई चांदी बरामद हुई। इसके तुरंत बाद, आयकर विभाग को सूचना दी गई और बरामद चांदी को पुलिस ने जब्त कर लिया।
आयकर विभाग ने तौल के बाद जब्त की चांदी
रविवार को आयकर विभाग की टीम फुलवरिया थाना पहुंची, जहां जांच के बाद विभाग ने चांदी की तौल करवाई। वजन 128.6 किलो निकला, जिससे साफ हो गया कि यह एक बड़े पैमाने पर की जा रही तस्करी का मामला हो सकता है। इसके बाद आयकर विभाग ने हिरासत में लिए गए दोनों तस्करों से चांदी की खरीद, बिक्री और परिवहन से संबंधित दस्तावेज मांगे। हालांकि दोनों संदिग्ध कोई संतोषजनक कागजात प्रस्तुत नहीं कर सके, जिससे इस बात की पुष्टि होती है कि चांदी की ढुलाई अवैध रूप से की जा रही थी।
तस्करों को एक दिन की दी मोहलत
फुलवरिया थानाध्यक्ष जय हिंद यादव ने बताया कि हिरासत में लिए गए दोनों संदिग्धों को एक दिन की मोहलत दी गई है। अगर वे समय पर संतोषजनक कागजात प्रस्तुत नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, आयकर विभाग की टीम जब्त की गई चांदी को सीज कर अपने साथ ले गई है।
तस्करी के नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश
इस पूरे मामले में पुलिस और आयकर विभाग अब यह जांच कर रहे हैं कि इस अवैध चांदी का स्रोत क्या है और इसे कहां ले जाया जा रहा था। प्रारंभिक जांच में इसका संबंध बड़े स्तर के जेवरात तस्करी नेटवर्क से होने की आशंका जताई जा रही है।
क्या गोपालगंज बन रहा है तस्करी का नया केंद्र?
इस घटना के बाद स्थानीय व्यापारियों और लोगों में चर्चा शुरू हो गई है कि क्या गोपालगंज और इसके आसपास के क्षेत्र अवैध जेवरात तस्करी के नए हब के रूप में उभर रहे हैं। पुलिस और आयकर विभाग की सतर्कता से इस मामले का खुलासा हुआ है, लेकिन यह जांच का विषय है कि इस तरह की अन्य खेप पहले भी यहां से गुजर चुकी हैं या नहीं।
क्या कहते हैं अधिकारी?
फुलवरिया थानाध्यक्ष जय हिंद यादव ने कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों को एक दिन का समय दिया गया है। अगर वे संतोषजनक कागजात नहीं पेश कर पाते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, आयकर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जब्त चांदी की पूरी जांच की जाएगी और यह देखा जाएगा कि इसके पीछे कोई संगठित तस्करी रैकेट तो नहीं चल रहा।