Bihar Health : पारा चढ़ते ही परेशान हुए नीतीश कुमार, दिया PICU तैयार करने का निर्देश… जानिए क्या है चिंता h3>
बिहार में गर्मी बढ़ते ही AES यानी चमकी बुखार की चिंता बढ़ गई है। अब तक चमकी बुखार के 5 मामले सामने आए हैं जिनमें से एक बच्चे की मौत की घटना सामने आई है। मुजफ्फरपुर में इस बीमारी का प्रकोप देखा जाता है। पिछले 15 सालों से खासकर मुजफ्फरपुर के AES से बच्चों की जान चली जाती है। इस लिए मुख्यमंत्री ने गर्मी बढ़ने के साथ ही एहतियात बरतने का निर्देश दिया है।
नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री बिहार
पटना/ मुजफ्फरपुर : बिहार के तापमान में अचानक वृद्धि और एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) के फैलने की आशंका से चिंतित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई। ये बैठक एक अणे मार्ग के संपर्क में हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को AES से पूरी तरह सतर्क रहने का निर्देश दिया है। नीतीश कुमार ने AES के पीड़ित बच्चों को तुरंत तुरंत अस्पताल तक ले जाने के लिए आवश्यक परिवहन की आवश्यक व्यवस्था करने का आदेश दिया। Muzaffarpur News : मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी और पूर्वी चंपारण में AES के अब तक 5 मरीज मिले, एक बच्चे की मौत भी PICU वार्ड तैयार करने के आदेश ताकि बच्चों को जल्द मिले उपचार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आदेश दिया कि चमकी से प्रभावित बच्चों को तुरंत अस्पताल में भर्ती करा जाय ताकि बच्चों की जान बचाई जा सके। नीतीश ने कहा, ‘पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (पीआईसीयू) वार्ड तैयार करें ताकि चमकी प्रभावित बच्चों को समय पर इलाज मिल सके।’ उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों से चमकी का इलाज करने वाले सभी अस्पतालों में पर्याप्त दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी कहा है। बताते चलें कि पिछले साल भी कुछ बच्चों की जान गई थी। इस लिए इस बार आइपीसीयू वार्ड तैयार के जरिए बच्चों को तुरंत स्वास्थ्य लाभ देने की कोशिश की जा रही है।
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AES के प्रति जागरूकता फैलाने का दिया निर्देश मुख्यमंत्री ने चमकी के लक्षणों और उपचार के बारे में लोगों के बीच व्यापक जागरूकता अभियान चलाने का भी आदेश दिया। इससे पहले, अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) प्रत्यय अमृत ने राज्य में चमकी की नवीनतम स्थिति के बारे में सीएम को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बिहार के मुजफ्फरपुर में गर्मी के बढ़ते ही खासकर अप्रैल से जून के महीने तक चमकी का प्रकोप रहता है। जिससे कई बच्चे प्रभावित होते हैं। बताते चलें कि AES ज्यादातर 15 साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है। इस साल अब तक राज्य में चमकी के कारण एक मौत और पांच मामले सामने आए हैं।
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Web Title : bihar health: as the heat increased, the concern of aes started, the chief minister gave instructions to prepare the picu Hindi News from Navbharat Times, TIL Network
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