Bihar Corona Ground Report: कोरोना की दूसरी लहर का औरंगाबाद के गांव में ‘कहर’, 2 लोगों की मौत के बाद सामने आए 17 केस h3>
हाइलाइट्स:
- कोरोना की दूसरी लहर ने औरंगबाद जिले के केसौर गांव में ढाया ‘कहर’
- देव प्रखंड के केसौर गांव के निवासियों का दावा- कोरोना ने अबतक 10 लोगों को मौत की नींद सुला दिया
- डीएम बोले- गांव में कोरोना से हुई दो लोगों की मौत, जांच में 17 पॉजिटिव मिले थे
औरंगाबाद
बिहार में कोरोना की दूसरी लहर बेहद जालिम बनकर आई है। कोरोना की दूसरी लहर शहर से लेकर गांव तक जुल्म ढ़ा रही है। मामला बिहार के औरंगाबाद जिले के देव प्रखंड के केसौर गांव का है। ग्रामीणों के मुताबिक, यहां कोरोना ने हाल फिलहाल में दस लोगों को मौत की नींद सुला दिया है। इनमें से दो लोगों की कोरोना से मौत होने की पुष्टि जिला प्रशासन भी कर चुका है।
केसौर गांव में कोरोना का कहर बरपने के बाद भी यहां सरकारी बदइंतजामी साफ झलकती है। स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि गांव में जब दो लोगों की कोरोना से मौत होने की पुष्टि हुई तो सरकारी की ओर से गांव को कंटेनमेंट जोन बनाकर अधिकारी चले गए। उन्होंने कहा कि अकेले इस गांव में 10 लोगों की मौते हो चुकी है, बावजूद यहां के लोगों की ना तो कोरोना जांच हो रही है और न ही कोविड टीकाकरण किया जा रहा है। कोरोना पॉजिटिव लोगों के परिजन खुद ही सरकारी अस्पतालों के चक्कर काटकर कोरोना की दवा लाने को मजबूर हैं।
केसौर के गांववालों का दावा- अबतक 10 लोगों की हुई कोरोना से मौत
केसौर के ग्रामीणों के अनुसार, 65 वर्षीय गिरजा ठाकुर की मौत कोरोना संक्रमण से हुई। उन्हें सर्दी, बुखार और बदन दर्द था। जांच में पॉजिटिव पाये गए। उन्होंने 29 अप्रैल को अंतिम सांस ली। दूसरी मौत तीन दिन पहले सियाराम साव के 17 वर्षीय बेटे बबलू कुमार की हुई। उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी। इसी तरह अबतक कुल मिलाकर गांव में दस मौतें हुई हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि इतना सब होने के बाद भी यहां कोरोना संक्रमण की जांच नहीं हो रही है। इस वजह से यह पता नहीं चल पा रहा है कि गांव में वास्तव में कितने लोग कोरोना पॉजिटिव हैं।
‘कोरोना केस मिलने पर गांव को कंटेनमेंट जोन बनाकर चले गए अधिकारी, फिर कोई नहीं आया’
ग्रामीणों की माने तो, गांव का आलम यह है कि यहां शुरू में अधिकारी आए और गांव को कंटेनमेंट जोन बना कर चले गए। उसके बाद से अभीतक कोई भी अधिकारी गांव की सुध लेने नहीं पहुंचा है। यहां टीकाकरण और लोगों की कोरोना जांच भी नहीं हुई है। यहां के कोरोना संक्रमितों को कोई सुविधा स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपलब्ध नहीं कराई गई है।
देव सीएचसी पर नहीं थी वैक्सीन: ग्राणीण
वहीं कुछ ग्रामीणों ने कहा कि कई बार देव सीएचसी पर वैक्सीनेशन के लिए गए लेकिन चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। वहीं लोग वैक्सीनेशन की ऑनलाइन व्यवस्था से स्थान और समय निर्धारित नहीं होने के कारण वैक्सीन नहीं ले पा रहे हैं। गांव में कोरोना जांच, वैक्सीनेशन और अन्य सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं।
डीएम ने की दो लोगों की कोरोना से मौत की पुष्टि, कहा- जांच में 17 मिले थे पॉजिटिव
गांव को लेकर अधिकारियों के लापरवाह रवैये को लेकर ग्रामीण आक्रोशित हैं। वहीं इस मामले पर औरंगाबाद के जिला अधिकारी सौरभ जोरवाल का कहना है कि केसौर में दो लोगों की ही मौत कोरोना से हुई है। जिसके बाद वहां कई लोगों की कोरोना जांच कराई थी, जिसमें 17 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले थे, अब वो सभी ठीक होकर घर भी जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से गांव में सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। डीएम ने अपील करते हुए कहा कि अगर किसी की तबीयत खराब होती है तो तुरंत अस्पताल में आकर दिखाए।
Bihar Corona Ground Report: कोरोना की दूसरी लहर का औरंगाबाद के गांव में ‘कहर’, 2 लोगों की मौत के बाद सामने आए 17 केस
हाइलाइट्स:
- कोरोना की दूसरी लहर ने औरंगबाद जिले के केसौर गांव में ढाया ‘कहर’
- देव प्रखंड के केसौर गांव के निवासियों का दावा- कोरोना ने अबतक 10 लोगों को मौत की नींद सुला दिया
- डीएम बोले- गांव में कोरोना से हुई दो लोगों की मौत, जांच में 17 पॉजिटिव मिले थे
बिहार में कोरोना की दूसरी लहर बेहद जालिम बनकर आई है। कोरोना की दूसरी लहर शहर से लेकर गांव तक जुल्म ढ़ा रही है। मामला बिहार के औरंगाबाद जिले के देव प्रखंड के केसौर गांव का है। ग्रामीणों के मुताबिक, यहां कोरोना ने हाल फिलहाल में दस लोगों को मौत की नींद सुला दिया है। इनमें से दो लोगों की कोरोना से मौत होने की पुष्टि जिला प्रशासन भी कर चुका है।
केसौर गांव में कोरोना का कहर बरपने के बाद भी यहां सरकारी बदइंतजामी साफ झलकती है। स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि गांव में जब दो लोगों की कोरोना से मौत होने की पुष्टि हुई तो सरकारी की ओर से गांव को कंटेनमेंट जोन बनाकर अधिकारी चले गए। उन्होंने कहा कि अकेले इस गांव में 10 लोगों की मौते हो चुकी है, बावजूद यहां के लोगों की ना तो कोरोना जांच हो रही है और न ही कोविड टीकाकरण किया जा रहा है। कोरोना पॉजिटिव लोगों के परिजन खुद ही सरकारी अस्पतालों के चक्कर काटकर कोरोना की दवा लाने को मजबूर हैं।
केसौर के गांववालों का दावा- अबतक 10 लोगों की हुई कोरोना से मौत
केसौर के ग्रामीणों के अनुसार, 65 वर्षीय गिरजा ठाकुर की मौत कोरोना संक्रमण से हुई। उन्हें सर्दी, बुखार और बदन दर्द था। जांच में पॉजिटिव पाये गए। उन्होंने 29 अप्रैल को अंतिम सांस ली। दूसरी मौत तीन दिन पहले सियाराम साव के 17 वर्षीय बेटे बबलू कुमार की हुई। उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी। इसी तरह अबतक कुल मिलाकर गांव में दस मौतें हुई हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि इतना सब होने के बाद भी यहां कोरोना संक्रमण की जांच नहीं हो रही है। इस वजह से यह पता नहीं चल पा रहा है कि गांव में वास्तव में कितने लोग कोरोना पॉजिटिव हैं।
‘कोरोना केस मिलने पर गांव को कंटेनमेंट जोन बनाकर चले गए अधिकारी, फिर कोई नहीं आया’
ग्रामीणों की माने तो, गांव का आलम यह है कि यहां शुरू में अधिकारी आए और गांव को कंटेनमेंट जोन बना कर चले गए। उसके बाद से अभीतक कोई भी अधिकारी गांव की सुध लेने नहीं पहुंचा है। यहां टीकाकरण और लोगों की कोरोना जांच भी नहीं हुई है। यहां के कोरोना संक्रमितों को कोई सुविधा स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपलब्ध नहीं कराई गई है।
देव सीएचसी पर नहीं थी वैक्सीन: ग्राणीण
वहीं कुछ ग्रामीणों ने कहा कि कई बार देव सीएचसी पर वैक्सीनेशन के लिए गए लेकिन चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। वहीं लोग वैक्सीनेशन की ऑनलाइन व्यवस्था से स्थान और समय निर्धारित नहीं होने के कारण वैक्सीन नहीं ले पा रहे हैं। गांव में कोरोना जांच, वैक्सीनेशन और अन्य सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं।
डीएम ने की दो लोगों की कोरोना से मौत की पुष्टि, कहा- जांच में 17 मिले थे पॉजिटिव
गांव को लेकर अधिकारियों के लापरवाह रवैये को लेकर ग्रामीण आक्रोशित हैं। वहीं इस मामले पर औरंगाबाद के जिला अधिकारी सौरभ जोरवाल का कहना है कि केसौर में दो लोगों की ही मौत कोरोना से हुई है। जिसके बाद वहां कई लोगों की कोरोना जांच कराई थी, जिसमें 17 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले थे, अब वो सभी ठीक होकर घर भी जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से गांव में सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। डीएम ने अपील करते हुए कहा कि अगर किसी की तबीयत खराब होती है तो तुरंत अस्पताल में आकर दिखाए।
Bihar Corona Ground Report: कोरोना की दूसरी लहर का औरंगाबाद के गांव में ‘कहर’, 2 लोगों की मौत के बाद सामने आए 17 केस