Bappi Lahiri Funeral: पंचतत्व में विलीन हुए बप्पी लहिरी, बेटे बप्पा ने दी मुखाग्नि, बेटी रीमा का रो-रोकर हाल बुरा h3>
बॉलिवुड के मशहूर सिंगर और म्यूजिक कंपोजर बप्पी लहिरी (Bappi Lahiri cremated) को आज पंचतत्व में विलीन कर दिया गया। बेटे बप्पा लहिरी ने उन्हें मुखाग्नि दी। बप्पी लहिरी का अंतिम संस्कार (Bappi Lahiri funeral) जुहू स्थित पवन हंस श्मशान भूमि में किया गया।
इससे पहले बप्पी दा की फूलों से सजे ट्रक में अंतिम यात्रा निकाली गई। ट्रक पर बप्पी दा की एक बड़ी तस्वीर लगाई गई और उसी में उनके पार्थिव शरीर को रखकर अंतिम यात्रा निकाली गई। बप्पी लहिरी की अंतिम यात्रा उनके जुहू स्थित घर से करीब 10 बजे शुरू हुई और धीरे-धीरे पवन हंस श्मशान भूमि की ओर बढ़ी। परिवार के लोगों के अलावा अलका याग्निक, विद्या बालन, रुपाली गांगुली और सुनील पाल समेत कुछ और हस्तियां बप्पी दा की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं।
इनके अलावा भूषण कुमार, निखिल द्विवेदी और बब्बर सुभाष समेत कई हस्तियां श्मशान भूमि में मौजूद रहीं। मीका सिंह भी बप्पी दा के अंतिम दर्शन के लिए श्मशान भूमि पहुंचे। पवन हंस श्मशान भूमि में बप्पी दा को अंतिम विदाई देने के लिए सुबह से ही सारी तैयारियां कर ली गई थीं।
बप्पा ने पिता की अर्थी को दिया कंधा, फफक पड़ीं रीमा
बप्पी लहिरी के पार्थिव शरीर को जिस वक्त पवन हंस श्मशान भूमि ले जाया जा रहा था तो रीमा बिलख-बिलखकर रो रही थीं। वह बप्पी लहिरी के पार्थिव शरीर के साथ ट्रक में बैठीं और श्मशान भूमि तक रोती-चीखती गईं। श्मशान भूमि पहुंचने पर ‘डिस्को डांसर’ फिल्म के डायरेक्टर और बप्पी दा के करीबी दोस्त बब्बर सुभाष मौजूद थे। रीमा उन्हें देखते ही फफक-फफक कर रो पड़ीं। उन्होंने बब्बर सुभाष को पकड़ा और बेसुध हो गईं। उनकी भी आंखें छलक आईं और किसी तरह रीमा को संभालकर हौसला दिया। इस दौरान जो मंजर था, वह दिल चीर देने वाला था। हर किसी की आंखों में आंसू थे। बेटे बप्पा भी सदमे में थे। बप्पा पिता को अपना आदर्श मानते थे। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि पिता उनका साथ यूं छोड़ जाएंगे। बप्पा ने जब पापा बप्पी दा की अर्थी को कंधा दिया तो वह बिलख पड़े। उनके आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे। जिस पिता ने कभी उन्हें उंगली पकड़कर चलना सिखाया था, आज वही पिता उन्हें हमेशा के लिए छोड़कर चला गया।
रो पड़ीं विद्या बालन
करीब 11 बजे बप्पी दा का पार्थिव शरीर श्मशान घाट पहुंचा। वहां पार्थिव शरीर को कुछ देर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। फिल्म इंडस्ट्री की दिग्गज हस्तियां श्मशान भूमि पहुंचीं और उन्होंने बप्पी दा के दर्शन कर अंतिम प्रणाम किया। विद्या बालन, बप्पी दा को याद कर भावुक हो गईं। जब नवभारत टाइम्स ने विद्या बालन से बात करने की कोशिश की तो उनका गला रूंध गया। वह बात नहीं कर पाईं। उनके रूंधे गले से आवाज नहीं निकली। कुछ देर बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू हुई और पूरी श्मशान भूमि मंत्रोच्चार से गूंज उठी।
लता मंगेशकर संग था खास रिश्ता, मानते थे मां
म्यूजिक के महारथी को आखिरी बार प्रणाम करने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी और नम आंखों से ‘डिस्को किंग’ को अंतिम विदाई दी। किसी ने सोचा नहीं था कि चंद दिनों के अंदर ही संगीत की दुनिया के दो हीरे (लता मंगेशकर और बप्पी लहिरी) इस दुनिया को अलविदा कह जाएंगे। 6 फरवरी को स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) चल बसीं और उनके चंद दिन बाद (15 फरवरी) को बप्पी लहिरी (Bappi Lahiri) ने आखिरी सांस ली। बप्पी दा, लता मंगेशकर को मां मानते थे। दोनों का गहरा रिश्ता था। पवन हंस में
इस बीमारी के कारण हुआ बप्पी लहिरी का निधन
बुधवार को जब सुबह बप्पी लहिरी के निधन की खबर आई थी तो फिल्म और म्यूजिक इंडस्ट्री में हलचल मच गई। फैंस भी घबरा गए और सोचने लगे कि काश यह खबर झूठी हो। लेकिन क्रिटीकेयर हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. नामदेव जोशी ने बताया कि सोमवार को बप्पी दा की तबीयत बिगड़ने के बाद परिवार ने एक डॉक्टर को घर पर बुलाया था। लेकिन मंगलवार रात OSA (Obstructive Sleep Apnea) के कारण उनका निधन हो गया।
बेटे के इंतजार में बुधवार को नहीं हुआ था अंतिम संस्कार
69 वर्षीय बप्पी लहिरी पिछले एक महीने से जुहू के क्रिटीकेयर हॉस्पिटल में भर्ती थे। वह स्वास्थ्य संबंधी कई दिक्कतों का सामना कर रहे थे। चूंकि बेटे बप्पा लहिरी उस वक्त अमेरिका में थे, इसलिए परिवार ने बुधवार को बप्पी दा का अंतिम संस्कार नहीं किया और बेटे का इंतजार किया। बुधवार देर रात बप्पा लहिरी मुंबई लौटे।
परिवार में मचा कोहराम, बेटी की बाहों में तोड़ा था दम
बप्पी दा के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। बेटी रीमा लहिरी का रो-रोकर बुरा हाल था। बताया जा रहा है कि बप्पी दा ने बेटी रीमा के हाथों में दम तोड़ा। रीमा ने जैसे ही पिता का पार्थिव शरीर देखा, वह बिलख पड़ीं। पूरा परिवार सदमे में है और किसी तरह खुद को संभालने की कोशिश कर रहा है। बप्पी दा के नाती स्वास्तिक बंसल का भी रो-रोकर बुरा हाल है। स्वास्तिक को बप्पी दा ने पिछले साल ही लॉन्च किया था। वह उनके गाने ‘बच्चा पार्टी’ को प्रमोट करने सलमान खान के ‘बिग बॉस 15’ में भी पहुंचे थे।
बप्पी दा के घर अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे सेलेब्स
वहीं बप्पी दा के घर आने-जाने वालों का तांता लगा हुआ है। जिसे भी बप्पी लहिरी के निधन की खबर मिली, वही उनके अंतिम दर्शन के लिए दौड़ पड़ा। काजोल मां तनुजा के साथ बप्पी दा के अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पहुंचीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बप्पी दा को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। शक्ति कपूर, सलमा आगा, चंकी पांडे, ईला अरुण विजेता पंडित और पूनम ढिल्लों समेत कई फिल्मी हस्तियां बप्पी लहिरी के अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पहुंची थीं।
विजेता पंडित, सलमा आगा, पूनम ढिल्लों
कुमार सानू से लेकर अनुराधा पौडवाल तक पहुंचीं
म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़ीं कई हस्तियां भी बप्पी दा को अंतिम विदाई देने पहुंचीं। तलत अजीज, ईला अरुण, साधना सरगम, अनुराधा पौडवाल, शान समेत कई लोग बप्पी दा के घर पहुंचे।
अनुराधा पौडवाल, रमेश तौरानी
एक साल से बीमार रहने लगे थे बप्पी दा
बताया जा रहा है कि बप्पी लहिरी पिछले साल कोरोना की चपेट में आने के बाद से बीमार रहने लगे थे। वह ठीक होकर घर तो आ गए थे, लेकिन उनकी तबीयत खराब रहने लगी थी। एक इंटरव्यू में बप्पी दा ने खुद बताया था लता मंगेशकर भी उनकी सेहत और आवाज को लेकर चिंतिंत थीं। जब वह हॉस्पिटल में थे तो लता मंगेशकर उनकी वाइफ को रोजाना फोन पर हालचाल लेती थीं।
कभी नहीं भरेगा खालीपन, आजीवन रहेगी विरासत
बप्पी दा ने 80 और 90 के दशक में कई ब्लॉकबस्टर गाने दिए थे, जिनमें ‘डिस्को डांसर’, ‘यार बिना चैन कहां रे’, ‘चलते चलते’ समेत ढेरों गाने हैं। उन्होंने ही भारतीय सिनेमा को डिस्को म्यूजिक और पॉप संगीत से रूबरू करवाया था। मात्र 3 साल की उम्र से तबला बजाना शुरू करने वाले बप्पी लहिरी को संगीत की शिक्षा विरासत में मिली थी। उनके पिता अपरेश लहिरी बंगाल के मशहूर सिंगर थे। लता मंगेशकर ने उनके लिए भी गाने गाए थे। बप्पी लहिरी के जाने से जो क्षति हुई है, जो खालीपन आया है, वह कभी नहीं भर पाएगा। लेकिन उनके गाने और यादें विरासत के रूप में हमेशा साथ रहेंगे। अलविदा बप्पी दा।
पंचतत्व में विलीन हुए बप्पी लहिरी
इनके अलावा भूषण कुमार, निखिल द्विवेदी और बब्बर सुभाष समेत कई हस्तियां श्मशान भूमि में मौजूद रहीं। मीका सिंह भी बप्पी दा के अंतिम दर्शन के लिए श्मशान भूमि पहुंचे। पवन हंस श्मशान भूमि में बप्पी दा को अंतिम विदाई देने के लिए सुबह से ही सारी तैयारियां कर ली गई थीं।
बप्पा ने पिता की अर्थी को दिया कंधा, फफक पड़ीं रीमा
बप्पी लहिरी के पार्थिव शरीर को जिस वक्त पवन हंस श्मशान भूमि ले जाया जा रहा था तो रीमा बिलख-बिलखकर रो रही थीं। वह बप्पी लहिरी के पार्थिव शरीर के साथ ट्रक में बैठीं और श्मशान भूमि तक रोती-चीखती गईं। श्मशान भूमि पहुंचने पर ‘डिस्को डांसर’ फिल्म के डायरेक्टर और बप्पी दा के करीबी दोस्त बब्बर सुभाष मौजूद थे। रीमा उन्हें देखते ही फफक-फफक कर रो पड़ीं। उन्होंने बब्बर सुभाष को पकड़ा और बेसुध हो गईं। उनकी भी आंखें छलक आईं और किसी तरह रीमा को संभालकर हौसला दिया। इस दौरान जो मंजर था, वह दिल चीर देने वाला था। हर किसी की आंखों में आंसू थे। बेटे बप्पा भी सदमे में थे। बप्पा पिता को अपना आदर्श मानते थे। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि पिता उनका साथ यूं छोड़ जाएंगे। बप्पा ने जब पापा बप्पी दा की अर्थी को कंधा दिया तो वह बिलख पड़े। उनके आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे। जिस पिता ने कभी उन्हें उंगली पकड़कर चलना सिखाया था, आज वही पिता उन्हें हमेशा के लिए छोड़कर चला गया।
रो पड़ीं विद्या बालन
करीब 11 बजे बप्पी दा का पार्थिव शरीर श्मशान घाट पहुंचा। वहां पार्थिव शरीर को कुछ देर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। फिल्म इंडस्ट्री की दिग्गज हस्तियां श्मशान भूमि पहुंचीं और उन्होंने बप्पी दा के दर्शन कर अंतिम प्रणाम किया। विद्या बालन, बप्पी दा को याद कर भावुक हो गईं। जब नवभारत टाइम्स ने विद्या बालन से बात करने की कोशिश की तो उनका गला रूंध गया। वह बात नहीं कर पाईं। उनके रूंधे गले से आवाज नहीं निकली। कुछ देर बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू हुई और पूरी श्मशान भूमि मंत्रोच्चार से गूंज उठी।
लता मंगेशकर संग था खास रिश्ता, मानते थे मां
म्यूजिक के महारथी को आखिरी बार प्रणाम करने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी और नम आंखों से ‘डिस्को किंग’ को अंतिम विदाई दी। किसी ने सोचा नहीं था कि चंद दिनों के अंदर ही संगीत की दुनिया के दो हीरे (लता मंगेशकर और बप्पी लहिरी) इस दुनिया को अलविदा कह जाएंगे। 6 फरवरी को स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) चल बसीं और उनके चंद दिन बाद (15 फरवरी) को बप्पी लहिरी (Bappi Lahiri) ने आखिरी सांस ली। बप्पी दा, लता मंगेशकर को मां मानते थे। दोनों का गहरा रिश्ता था। पवन हंस में
इस बीमारी के कारण हुआ बप्पी लहिरी का निधन
बुधवार को जब सुबह बप्पी लहिरी के निधन की खबर आई थी तो फिल्म और म्यूजिक इंडस्ट्री में हलचल मच गई। फैंस भी घबरा गए और सोचने लगे कि काश यह खबर झूठी हो। लेकिन क्रिटीकेयर हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. नामदेव जोशी ने बताया कि सोमवार को बप्पी दा की तबीयत बिगड़ने के बाद परिवार ने एक डॉक्टर को घर पर बुलाया था। लेकिन मंगलवार रात OSA (Obstructive Sleep Apnea) के कारण उनका निधन हो गया।
बेटे के इंतजार में बुधवार को नहीं हुआ था अंतिम संस्कार
69 वर्षीय बप्पी लहिरी पिछले एक महीने से जुहू के क्रिटीकेयर हॉस्पिटल में भर्ती थे। वह स्वास्थ्य संबंधी कई दिक्कतों का सामना कर रहे थे। चूंकि बेटे बप्पा लहिरी उस वक्त अमेरिका में थे, इसलिए परिवार ने बुधवार को बप्पी दा का अंतिम संस्कार नहीं किया और बेटे का इंतजार किया। बुधवार देर रात बप्पा लहिरी मुंबई लौटे।
परिवार में मचा कोहराम, बेटी की बाहों में तोड़ा था दम
बप्पी दा के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। बेटी रीमा लहिरी का रो-रोकर बुरा हाल था। बताया जा रहा है कि बप्पी दा ने बेटी रीमा के हाथों में दम तोड़ा। रीमा ने जैसे ही पिता का पार्थिव शरीर देखा, वह बिलख पड़ीं। पूरा परिवार सदमे में है और किसी तरह खुद को संभालने की कोशिश कर रहा है। बप्पी दा के नाती स्वास्तिक बंसल का भी रो-रोकर बुरा हाल है। स्वास्तिक को बप्पी दा ने पिछले साल ही लॉन्च किया था। वह उनके गाने ‘बच्चा पार्टी’ को प्रमोट करने सलमान खान के ‘बिग बॉस 15’ में भी पहुंचे थे।
बप्पी दा के घर अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे सेलेब्स
वहीं बप्पी दा के घर आने-जाने वालों का तांता लगा हुआ है। जिसे भी बप्पी लहिरी के निधन की खबर मिली, वही उनके अंतिम दर्शन के लिए दौड़ पड़ा। काजोल मां तनुजा के साथ बप्पी दा के अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पहुंचीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बप्पी दा को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। शक्ति कपूर, सलमा आगा, चंकी पांडे, ईला अरुण विजेता पंडित और पूनम ढिल्लों समेत कई फिल्मी हस्तियां बप्पी लहिरी के अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पहुंची थीं।
विजेता पंडित, सलमा आगा, पूनम ढिल्लों
कुमार सानू से लेकर अनुराधा पौडवाल तक पहुंचीं
म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़ीं कई हस्तियां भी बप्पी दा को अंतिम विदाई देने पहुंचीं। तलत अजीज, ईला अरुण, साधना सरगम, अनुराधा पौडवाल, शान समेत कई लोग बप्पी दा के घर पहुंचे।
अनुराधा पौडवाल, रमेश तौरानी
एक साल से बीमार रहने लगे थे बप्पी दा
बताया जा रहा है कि बप्पी लहिरी पिछले साल कोरोना की चपेट में आने के बाद से बीमार रहने लगे थे। वह ठीक होकर घर तो आ गए थे, लेकिन उनकी तबीयत खराब रहने लगी थी। एक इंटरव्यू में बप्पी दा ने खुद बताया था लता मंगेशकर भी उनकी सेहत और आवाज को लेकर चिंतिंत थीं। जब वह हॉस्पिटल में थे तो लता मंगेशकर उनकी वाइफ को रोजाना फोन पर हालचाल लेती थीं।
कभी नहीं भरेगा खालीपन, आजीवन रहेगी विरासत
बप्पी दा ने 80 और 90 के दशक में कई ब्लॉकबस्टर गाने दिए थे, जिनमें ‘डिस्को डांसर’, ‘यार बिना चैन कहां रे’, ‘चलते चलते’ समेत ढेरों गाने हैं। उन्होंने ही भारतीय सिनेमा को डिस्को म्यूजिक और पॉप संगीत से रूबरू करवाया था। मात्र 3 साल की उम्र से तबला बजाना शुरू करने वाले बप्पी लहिरी को संगीत की शिक्षा विरासत में मिली थी। उनके पिता अपरेश लहिरी बंगाल के मशहूर सिंगर थे। लता मंगेशकर ने उनके लिए भी गाने गाए थे। बप्पी लहिरी के जाने से जो क्षति हुई है, जो खालीपन आया है, वह कभी नहीं भर पाएगा। लेकिन उनके गाने और यादें विरासत के रूप में हमेशा साथ रहेंगे। अलविदा बप्पी दा।
पंचतत्व में विलीन हुए बप्पी लहिरी