गई थी बाबा के पास समस्या लेकर, बाबा ने दी धमकी!

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गई थी बाबा के पास समस्या लेकर, बाबा ने दी धमकी!
गई थी बाबा के पास समस्या लेकर, बाबा ने दी धमकी!

बाबाओं के सांझे में न जाने लोग क्यों पड़ते है? इतना सब होने के बावजूद भी लोग यह उम्मीद रखते है कि बाबा उनकी समस्याओं का समाधान कर देंगे। परेशानियां हर किसी के जीवन में होती है, इसका यह मतलब तो नहीं है कि आप किसी के सांझे में आ जाए। हर परेशानी का समाधान आपके पास ही होता, बस थोड़ा वक्त देना होता है। लेकिन आप लोग क्या करते है, आप अपनी समस्याओं को लेकर किसी बाबा के पास चले जाते है, फिर वो आपका गलत फायदा उठाते है। ऐसा ही एक मामला एमपी से सामने आया है। आइये आपको खबर से रूबरू कराते है….

क्या है पूरा मामला…

आपको बता दें कि एमपी की एक महिला अपने बेटे को लेकर परेशान थी, जिसकी वजह से वो किसी बाबा के पास लचली गई। खबर के मुताबिक, महिला ने बाबा से कहा कि बाबा, मेरा बेटा पढ़ाई नहीं करता… जबाव में बाबा ने कहा सब ठीक हो जाएगा, बस पूजा में दो भैंसे लगेंगे, जिसके लिए 22200 रुपए अकाउंट में जमा कर दो। जब महिला ने अकाउंट में पैसे जमा करने से मना किया तो बाबा ने धमकी दी कि तेरा पति मर जाएगा। तू अंधी हो जाएगी। बाबा के श्राप से डरकर महिला ने अकाउंट में रुपए जमा कर दिए। फिलहाल पुलिस मामलें की जांच कर रही है।

बाबा ने महिला को दिया धमकी…

जैसे ही महिला ने बाबा की डिमांड को मांगने से इंकार किया वैसे ही बाबा ने इसे श्राप देते हुए कहा कि तेरा पति मर जाएगा और तू अंधी हो जाएगी। बाबा की बात सुनकर महिला बुरी तरह से डर गई। जिसके बाद महिला ने डर की वजह से बाबा की सारी बाते मानते हुए पूजा-पाठ भी कराया।


महिला ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई…

आपको बता दें कि महिला ने शिकायत दर्ज कराई है कि एक बाबा ने उसे धमकी देकर 22200 रुपए अकाउंट में जमा करा लिये हैं। फिलहाल पुलिस ने शिकायत की जांच शुरू कर दी है।


बाबा ने पुलिस को भी धमकाया…

आपको बता दें कि जब महिला ने मामले की जानकारी अपने पति को दी, तो महिला का पति ग्वारीघाट थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचा। जिसके बाद पुलिस ने बाबा से फोन पर बात किया तो बाबा ने पुलिस पर रौब झाड़ते हुए धमकी दे डाली और कहा कि तुम अपने काम मतलब रखो वरना तुम्हें भी श्राप दे दूंगा।

बहरहाल, पुलिस महिला को उसके पैसे वापस करा पाएगी या नहीं, यह तो खैर वक्त ही बताएगा, लेकिन एक बात तो तय है कि आज भी हमारा देश खुद को दकियानूसी सोच से बाहर नहीं कर पाया है।