Atta sale in South: चावल प्रेमी दक्षिण में अचानक ज्यादा क्यों बिक रहा है आटा?

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Atta sale in South: चावल प्रेमी दक्षिण में अचानक ज्यादा क्यों बिक रहा है आटा?

Atta sale in South: चावल प्रेमी दक्षिण में अचानक ज्यादा क्यों बिक रहा है आटा?

नई दिल्ली: देश के दक्षिणी राज्यों में परंपरागत रूप से चावल खाया जाता है और गेहूं की मांग नहीं के बराबर है। लेकिन कोरोना महामारी (Covid-19 pandemic) के कारण वहां के लोगों की खानपान की आदत में थोड़ा बदलाव आया है। अब वहां अब आटे की मांग बढ़ रही है और पैकेज्ड आटा बेचने वाली कंपनियों में इसका फायदे उठाने की होड़ मची है। इंडस्ट्री के सूत्रों के मुताबिक देश में पैकेज्ड आटे की कुल खपत में दक्षिण राज्यों का हिस्सा 18 फीसदी है। यह साल 2020 में 15 फीसदी था। जानकारों का कहना है कि कोरोना काल में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKY) के तहत चावल के साथ आटा भी दिया गया। इस कारण दक्षिणी राज्यों में आटे की खपत बढ़ी है।

आईटीसी के डिविजनल चीफ एग्जीक्यूटिव (फूड्स) हेमंत मलिक ने कहा कि खानपान की आदतों को बदलना आसान नहीं है। दक्षिणी राज्यों में आटे को स्टैपल फूड में शामिल कराना आसान काम नहीं था। PMGKY के तहत गरीबों को मुफ्त आटा/गेहूं बांटा गया। इससे दक्षिणी राज्यों में आटे की खपत में तेजी आई है। लोगों की खानपान की आदतों में थोड़ा बदलाव आया है। ब्रांडेड आटे में मार्केट लीडर होने के नाते हम इसका फायदा उठाने की पूरा प्रयास करेंगे। आईटीसी ने 20 साल पहले आशीर्वाद आटे को लॉन्च किया था और आज पैकेज्ड एंड ब्रांडेड आटा मार्केट में इसकी हिस्सेदारी 58 फीसदी है। दक्षिण भारत के पैकेज्ड एंड ब्रांडेड आटा मार्केट में आशीर्वाद की हिस्सेदारी 90 फीसदी है।

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ब्रांडेड आटे की कीमत
उत्तरी और पश्चिमी राज्यों में आटा बेचने वाली कंपनी पार्ले प्रॉडक्ट्स भी अब दक्षिणी और पूर्वी राज्यों में उतरने की तैयारी में है। कंपनी के सीनियर कैटगरी हेड मयंक शाह ने कहा कि दक्षिणी राज्यों में गेहूं स्टैपल फूड में शामिल नहीं है लेकिन अब वहां पैकेज्ड आटे के चलन बढ़ रहा है। पार्ले प्रॉडक्ट्स दो दशक पहले आटा मार्केट में उतरी थी और कुछ साल पहले उसने फिर इस बाजार में एंट्री की है। इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि ब्रांडेड एंड पैकेज्ड आटा मार्केट में दक्षिणी राज्यों की हिस्सेदारी 27 फीसदी है।

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ब्रांडेड आटे की कीमत हमेशा ज्यादा होती है। अगर 10 किलो पैकेज्ड आटे की कीमत 380 रुपये है तो ब्रांडेड आटे की कीमत 400 से 410 रुपये होगी। यही कारण है कि लोग ब्रांडेड आटा खरीदने के बजाय चक्की से आटा पिसवाना पसंद करते हैं। साथ ही इससे लोगों को लगता है कि उनका आटा ताजा है। इससे मानसिकता को तोड़ना कंपनियों के लिए एक बड़ी चुनौती है। इसके लिए वे नए-नए तरीके निकाल रही हैं। आईटीसी ने अपने ई-स्टोर के जरिए ग्राहकों के ऑर्डर के मुताबिक आटा बेचना शुरू कर दिया है। कंपनी ने एनसीआर (NCR) में ‘मेरी चक्की’ नाम की पहल की है। इसमें पैकेज पर कस्टमर का नाम होता है।

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