Ashok Gehlot News: ‘अपराधी या तो क्राइम छोड़ दें या राजस्थान’, सीएम अशोक गहलोत का ‘योगी अवतार’ h3>
जयपुर : राजस्थान में सौगातों की बरसात के बाद अब सीएम अशोक गहलोत ‘योगी अवतार’ में आ चुके हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की तरह ही अब अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने भी प्रदेश में सक्रिय अपराधियों को खुली चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अपराधियों या तो अपराध छोड़ना होगा या राजस्थान। सीएम गहलोत, पुलिस मुख्यालय में कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधों के विरूद्ध रेस्पॉन्स टाइम में राजस्थान पूरे देश में अव्वल है। उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से लगभग सभी आपराधिक घटनाओं का खुलासा कर अपराधियों को पकड़ा जा रहा है और न्यूनतम समय में उनको सजा दी जा रही है।
अपराधियों से मिलीभगत तो पुलिसकर्मियों पर भी एक्शन
सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था मजबूत बनाए रखने और इसके समक्ष आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए हमारी सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। कानून-व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने और पीड़ितों को न्याय दिलवाने की जिम्मेदारी पुलिस के कंधों पर है। अपराधियों के साथ शामिल पाए जाने पर पुलिस अधिकारियों – कर्मचारियों की बर्खास्तगी जैसी कड़ी कार्रवाई भी की जा रही है। मिशन-2030 के तहत साल 2030 तक के लिए पुलिस विभाग का रोडमैप तैयार किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में साम्प्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सोशल मीडिया पर विशेष ध्यान देकर नफरती तथा हिंसात्मक कंटेट की विशेष मॉनिटरिंग की जाए। साथ ही, साइबर अपराध और ऑनलाइन धोखाधड़ी, हनीट्रैप से संबंधित अपराधों पर लगाम के लिए आम लोगों में जागरूकता लाई जाए। उन्होंने कहा कि शराब की दुकानों और नाइट क्लब को तय समय सीमा के अंदर संचालित किया जाए। नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
अभय कमांड सेंटर के तहत लगेंगे 3000 सीसीटीवी कैमरे
सीएम गहलोत ने कहा कि साम्प्रदायिक तनाव फैलाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। हमारी प्राथमिकता यह है कि अपराधियों को ऐसे अपराध करने का मौका ही नहीं मिलना चाहिए। पुलिस को आदर्श वाक्य आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय को चरितार्थ करने के लिए राज्य सरकार की ओर से किए गए कार्यों को प्रतिबद्धता से लागू करना होगा। उन्होंने कहा कि दिसंबर तक अभय कमांड के तहत पूरे प्रदेश में 3 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। जिससे विशेष निगरानी की जा सकेगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 100 फर्स्ट रेस्पॉन्स व्हीकल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
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अपराधियों से मिलीभगत तो पुलिसकर्मियों पर भी एक्शन
सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था मजबूत बनाए रखने और इसके समक्ष आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए हमारी सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। कानून-व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने और पीड़ितों को न्याय दिलवाने की जिम्मेदारी पुलिस के कंधों पर है। अपराधियों के साथ शामिल पाए जाने पर पुलिस अधिकारियों – कर्मचारियों की बर्खास्तगी जैसी कड़ी कार्रवाई भी की जा रही है। मिशन-2030 के तहत साल 2030 तक के लिए पुलिस विभाग का रोडमैप तैयार किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में साम्प्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सोशल मीडिया पर विशेष ध्यान देकर नफरती तथा हिंसात्मक कंटेट की विशेष मॉनिटरिंग की जाए। साथ ही, साइबर अपराध और ऑनलाइन धोखाधड़ी, हनीट्रैप से संबंधित अपराधों पर लगाम के लिए आम लोगों में जागरूकता लाई जाए। उन्होंने कहा कि शराब की दुकानों और नाइट क्लब को तय समय सीमा के अंदर संचालित किया जाए। नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
अभय कमांड सेंटर के तहत लगेंगे 3000 सीसीटीवी कैमरे
सीएम गहलोत ने कहा कि साम्प्रदायिक तनाव फैलाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। हमारी प्राथमिकता यह है कि अपराधियों को ऐसे अपराध करने का मौका ही नहीं मिलना चाहिए। पुलिस को आदर्श वाक्य आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय को चरितार्थ करने के लिए राज्य सरकार की ओर से किए गए कार्यों को प्रतिबद्धता से लागू करना होगा। उन्होंने कहा कि दिसंबर तक अभय कमांड के तहत पूरे प्रदेश में 3 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। जिससे विशेष निगरानी की जा सकेगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 100 फर्स्ट रेस्पॉन्स व्हीकल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।