Asaduddin Owaisi: दिल्ली की जहांगीरपुरी में कार्रवाई गैरकानूनी, दिल्ली के सीएम बने गूंगे-बहरे…औवैसी का करारा हमला

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Asaduddin Owaisi: दिल्ली की जहांगीरपुरी में कार्रवाई गैरकानूनी, दिल्ली के सीएम बने गूंगे-बहरे…औवैसी का करारा हमला

Asaduddin Owaisi: दिल्ली की जहांगीरपुरी में कार्रवाई गैरकानूनी, दिल्ली के सीएम बने गूंगे-बहरे…औवैसी का करारा हमला

लखनऊ: दिल्ली की जहांगीपुर में चली कार्रवाई का असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने विरोध किया है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM Chief Asaduddin Owaisi) ने इस मसले पर भारतीय जनता पार्टी पर करारा हमला बोला। साथ ही, उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को भी इस मसले में घेर लिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने जहांगीरपुरी के लोगों को रोहिंग्या बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया। ओवैसी ने सवाल किया कि क्या देश के प्रधानमंत्री चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया भी बन गए हैं। वे पुलिस का भी पावर ले चुके हैं। देश के प्रधानमंत्री कहेंगे असदुद्दीन ओवैसी देश के लिए खतरा है तो क्या मुझे गोली मार देंगे? फिर तो देश रूल ऑफ लॉ से नहीं चलेगा। देश में अराजकता आ जाएगी। उन्होंने कहा कि अंसार पहले बीजेपी में था। फिर आम आदमी पार्टी में गया। लेकिन हम कहते थे कि अंसार हमेशा ‘अंसार’ ही रहेगा। हुआ वही, उसे जेल में डाल दिया गया। उसे तो कोई फायदा नहीं हुआ।

असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर भी बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि उन्होंने बड़ी ही बेशर्मी के साथ इस इलाके में बांग्लादेशी रोंहिग्या के रहने की बात कह दी। आजकल वे भी मौनव्रत पर बैठे हुए हैं। उन्हें भी जवाब देना होगा। चुनाव के समय में तो सभी लोग वोट मांगने जाते हैं, लेकिन अभी वे मौन धारण किए हुए हैं। मस्जिद से पत्थरबाजी के मामले में उन्होंने कहा कि मैं ऐसा नहीं मानता। लेकिन, अगर यह सच हो तो भी आप कौन होते हैं, उनकी दुकान तोड़ने वाले। इस प्रकार की घटना के आरोपियों को पकड़ कर कोर्ट में सजा दिलाइए। कोर्ट सजा देगा तो उसके मकान और दुकान को तोड़ दिया जाएगा। उन्होंने पूरे मामले पर भाजपा समेत तमाम राजनीतिक दलों को घेरा है।

जुलूस में तलवार पर उठाए सवाल
ओवैसी ने कहा कि देश की राजधानी में जुलूस निकलेगा तो क्या लोगों की हाथों में तलवार होगी? क्या देश की राजधानी में मस्जिद पर झंडा लगाया जाएगा? उन्होंने सवाल किया कि कितने पुलिस अधिकारियों के खिलाफ क्यों नहीं कार्रवाई की गई। बगैर अनुमति जुलूस क्यों निकलने दिया गया। अगर दिल्ली पुलिस इस जुलूस को रोक देती तो यह घटना कैसे घटती। उन्होंने कहा कि मैं पत्थरबाजी को किसी भी स्थिति में जस्टिफाई नहीं कर रहा। लेकिन, घर-दुकानों को तोड़ने के मामले की निंदा करता हूं। ओवैसी ने सोनू चिकना के मामले में कहा कि जुलूस में भी लोग तलवारें और कट्‌टा लेकर चल रहे थे। अगर एक के हाथ में कट्‌टा है तो दूसरे के हाथ में वही फूल नहीं कहा जा सकता है। वह अवैध हथियार ही माना जाएगा। राजस्थान में मंदिर पर बुलडोजर चलने की घटना को भी ओवैसी ने निंदनीय करार दिया।

जहांगीरपुरी कार्रवाई का विरोध
जहांगीरपुरी में नगर निगम की ओर से चलाए गए अतिक्रमण अभियान में हिंदुओं का घर भी टूटने के सवाल पर ओवैसी ने कहा कि उनके घर क्यों टूटे। हमने तो उस समय इसका भी विरोध किया था। आप किसी को बिना नोटिस दिए उसके घर को नहीं तोड़ सकते। असद की दुकान हो या गुप्ता जी की दुकान, सभी पर दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन एक्ट 1957 लागू होता है। उन्होंने कहा कि यह भाजपा ने किया। अवैध निर्माण के मसले पर उन्होंने कहा कि यह कौन निर्णय लेगा कि वहां अवैध निर्माण है। आपने बिना नोटिस के कार्रवाई की। मेयर कौन है? वह किसका सदस्य है। मस्जिद को तोड़ दिया और अन्य पर कार्रवाई नहीं है। भाजपा ने मुसलमानों के खिलाफ एक जंगा का ऐलान कर रखा है और वह सामूहिक दंड देना चाहती है।

ओवैसी ने कहा कि दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष ने इससे पहले पत्र लिखा कि ये पत्थरबाज हैं, उनके घरों को तोड़ दिया जाए। वह पत्र सबके सामने है। जहांगीपुरी में बिना नियम के बुलडोजर चला। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री को दिल्ली की अवैध कॉलोनिया की रिपोर्ट के आधार पर चुनौती दी कि सैनिक फॉर्म, छतरपुर इन्क्लेव, बसंतकुंज इन्क्लेव को तोड़ेंगे? 1797 अवैध कॉलोनिया दिल्ली में हैं। उनको तोड़कर दिखाएं। अमीरों के महलों को तोड़ने में परेशानी है और गरीबों की झोपड़ी पर बुलडोजर चल रहा है। मुस्लिम समुदाय को कलेक्टिव पनिशमेंट देने के लिए की कोशिश हुई।

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