Anirudh Bharatpur : अब गहलोत सरकार के एक और कैबिनेट मंत्री पुत्र क्यों हैं चर्चा में? जानिए वजह | Gehlot Minister Vishvendra Singh son Aniruddh Bharatpur Latest News | Patrika News h3>
कैबिनेट फैसले पर जताया ऐतराज़
कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के पुत्र अनिरुद्ध गहलोत कैबिनेट के उस हालिया फैसले पर ऐतराज जता रहे हैं, जिसमें भरतपुर के मेडिकल कॉलेज का नाम पूर्व सीएम जगन्नाथ पहाड़िया के नाम पर किए जाना तय हुआ है। अनिरुद्ध ने ट्वीट प्रतिक्रिया में सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार किए जाने की अपील की है।
महाराजा सूरजमल के नाम पर हो कॉलेज
मंत्री पुत्र अनिरुद्ध भरतपुर के मेडिकल कॉलेज का नाम महाराजा सूरजमल पर रखे जाने की पुरज़ोर मांग उठा रहे हैं। उनका कहना है कि जब जयपुर में सवाई मानसिंह हॉस्पिटल, उदयपुर में महाराणा भोपल हॉस्पिटल, कोटा में महाराव भीमसिंह हॉस्पिटल और जौधपुर में राज दादीसा हॉस्पिटल पूर्व राजघरानो के नाम पर हो सकते हैं, तो भरतपुर में महाराजा सूरजमल जी के नाम पर चिकित्सा कॉलेज नाम रखने में क्या परेशानी है?
उन्होंने कहा कि मैं महाराजा सूरजमल जी की 15वीं पीढ़ी का वंशज हूं और राज्य सरकार के इस फैसले की कड़ी निंदा करता हूं। सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। उन्होंने आगे ये भी कहा कि भरतपुर रियासत के महाराजा स्वर्गीय बिरजेंद्र सिंह जी नाम पर समाज में कुछ लोग राजनीति खेल रहे हैं, यह उचित नहीं है, कृपया इसे बंद कर दें।
जयपुर में सवाई मानसिंह हॉस्पिटल, उदयपुर में महाराणा भोपल हॉस्पिटल, कोटा में महाराव भीमसिंह हॉस्पिटल और जौधपुर में राज दादीसा हॉस्पिटल पूर्व राजघरानो ने नाम पर हो सकते है तो भरतपुर में महाराजा सूरजमल जी के नाम पर चिकित्सा कॉलेज नाम रखने में क्या परेशानी है ? 1/3
— Anirudh D. Bharatpur (@thebharatpur) June 12, 2022
भरतपुर रियासत के महाराजा स्वर्गीय बिरजेंद्र सिंह जी नाम पर समाज मे कुछ लोग राजनीति खेल रहे हैं यह उचित नहीं है, कृपया इसे बंद कर दे।3/3— Anirudh D. Bharatpur (@thebharatpur) June 12, 2022
सरकार ने लिया है ये फैसला
भरतपुर के भुसावर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का नामकरण जगन्नाथ पहाड़िया के नाम से करने का निर्णय लिया गया है। सरकार का कहना है कि मंत्रिमंडल ने अपने इस फैसले में स्थानीय जनभावनाओं का ध्यान रखा है। भरतपुर चिकित्सा महाविद्यालय का नामकरण भी स्वर्गीय पहाड़िया के नाम से करने का सैद्धांतिक निर्णय लिया है। गौरतलब है कि पहाड़िया राजस्थान के भूतपूर्व मुख्यमंत्री एवं बिहार व हरियाणा के भूतपूर्व राज्यपाल भी रहे हैं।
पहले भी चर्चाओं में रहे हैं अनिरुद्ध
मंत्री पुत्र अनिरुद्ध भरतपुर इससे पहले भी सरकार और अपने पिता विरोधी प्रतिक्रियाओं को लेकर सुर्ख़ियों में बने रहे हैं। वहीं उनका नाम इसलिए भी चर्चा में बना रहता है क्योंकि वे पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के भी बेहद करीबी माने जाते हैं।
कैबिनेट फैसले पर जताया ऐतराज़
कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के पुत्र अनिरुद्ध गहलोत कैबिनेट के उस हालिया फैसले पर ऐतराज जता रहे हैं, जिसमें भरतपुर के मेडिकल कॉलेज का नाम पूर्व सीएम जगन्नाथ पहाड़िया के नाम पर किए जाना तय हुआ है। अनिरुद्ध ने ट्वीट प्रतिक्रिया में सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार किए जाने की अपील की है।
महाराजा सूरजमल के नाम पर हो कॉलेज
मंत्री पुत्र अनिरुद्ध भरतपुर के मेडिकल कॉलेज का नाम महाराजा सूरजमल पर रखे जाने की पुरज़ोर मांग उठा रहे हैं। उनका कहना है कि जब जयपुर में सवाई मानसिंह हॉस्पिटल, उदयपुर में महाराणा भोपल हॉस्पिटल, कोटा में महाराव भीमसिंह हॉस्पिटल और जौधपुर में राज दादीसा हॉस्पिटल पूर्व राजघरानो के नाम पर हो सकते हैं, तो भरतपुर में महाराजा सूरजमल जी के नाम पर चिकित्सा कॉलेज नाम रखने में क्या परेशानी है?
उन्होंने कहा कि मैं महाराजा सूरजमल जी की 15वीं पीढ़ी का वंशज हूं और राज्य सरकार के इस फैसले की कड़ी निंदा करता हूं। सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। उन्होंने आगे ये भी कहा कि भरतपुर रियासत के महाराजा स्वर्गीय बिरजेंद्र सिंह जी नाम पर समाज में कुछ लोग राजनीति खेल रहे हैं, यह उचित नहीं है, कृपया इसे बंद कर दें।
जयपुर में सवाई मानसिंह हॉस्पिटल, उदयपुर में महाराणा भोपल हॉस्पिटल, कोटा में महाराव भीमसिंह हॉस्पिटल और जौधपुर में राज दादीसा हॉस्पिटल पूर्व राजघरानो ने नाम पर हो सकते है तो भरतपुर में महाराजा सूरजमल जी के नाम पर चिकित्सा कॉलेज नाम रखने में क्या परेशानी है ? 1/3
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भरतपुर रियासत के महाराजा स्वर्गीय बिरजेंद्र सिंह जी नाम पर समाज मे कुछ लोग राजनीति खेल रहे हैं यह उचित नहीं है, कृपया इसे बंद कर दे।3/3— Anirudh D. Bharatpur (@thebharatpur) June 12, 2022
सरकार ने लिया है ये फैसला
भरतपुर के भुसावर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का नामकरण जगन्नाथ पहाड़िया के नाम से करने का निर्णय लिया गया है। सरकार का कहना है कि मंत्रिमंडल ने अपने इस फैसले में स्थानीय जनभावनाओं का ध्यान रखा है। भरतपुर चिकित्सा महाविद्यालय का नामकरण भी स्वर्गीय पहाड़िया के नाम से करने का सैद्धांतिक निर्णय लिया है। गौरतलब है कि पहाड़िया राजस्थान के भूतपूर्व मुख्यमंत्री एवं बिहार व हरियाणा के भूतपूर्व राज्यपाल भी रहे हैं।
पहले भी चर्चाओं में रहे हैं अनिरुद्ध
मंत्री पुत्र अनिरुद्ध भरतपुर इससे पहले भी सरकार और अपने पिता विरोधी प्रतिक्रियाओं को लेकर सुर्ख़ियों में बने रहे हैं। वहीं उनका नाम इसलिए भी चर्चा में बना रहता है क्योंकि वे पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के भी बेहद करीबी माने जाते हैं।