Amit Shah in Kairana: यूपी के लोगों में विश्वास दिखाई देता है… कैराना पहुंचे अमित शाह ने की डोर टू डोर कैंपेन की शुरूआत h3>
कैराना: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को पश्चिम यूपी के कैराना में घर-घर जाकर बीजेपी उम्मीदवार का प्रचार कर रहे हैं। यूपी में विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद अमित शाह का यह राज्य का पहला दौरा है। कैराना पहुंचे अमित शाह ने जनता से भाजपा को जिताने की अपील की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं जनवरी 2014 के बाद पहली बार कैराना आया हूं। 2014 के बाद पीएम मोदी ने यूपी के विकास की धुरी अपने हाथों में ली। 2017 में, यहां भाजपा सरकार बनने के बाद, योगी आदित्यनाथ सीएम बने और विकास को और गति दी।
कैराना में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मुझे यूपी के लोगों में विश्वास दिखाई देता है, मुझे लगता है कि आने वाले दिनों में यूपी भारत का सबसे विकसित राज्य बनने जा रहा है।
एक जाति के लिए काम करने वाली परंपरा हो खत्म- शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- यदि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखना है, तुष्टिकरण को समाप्त करना है, एक जाति के लिए काम करने की यूपी सरकार की परंपरा को समाप्त करना है। उन्होंने कहा कि यदि यूपी को विकसित करना है तो सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारी बहुमत के साथ एक बार फिर भाजपा सरकार बनानी होगी।
‘2014 के बाद पहली बार कैराना आया हूं..
अमित शाह ने अपने 8 साल पहले के दौरे को याद करते हुए कहा कि मैं जनवरी 2014 के बाद पहली बार कैराना आया हूं। 2014 के बाद पीएम मोदी ने यूपी के विकास की धुरी अपने हाथों में ली। 2017 में, यहां भाजपा सरकार बनने के बाद, योगी आदित्यनाथ सीएम बने और विकास को और गति दी।
पूरे राज्य में विकास की नई लहर- अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पूरे राज्य में विकास की नई लहर देखने को मिल सकती है। कई सड़कें, हवाई अड्डे, मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं। हर गरीब घर में अब गैस कनेक्शन, शौचालय, बिजली, आयुष्मान भारत योजना कार्ड, मुफ्त टीके और कोरोना महामारी के दौरान मुफ्त राशन की सुविधा भी दी है।
कैराना से पलायन कर वापस लौटे परिवारों से की मुलाकात
इस दौरान अमित शाह टीचर्स कॉलोनी भी गए, जहां उन्होंने कई परिवारों से मुलाकात की। अमित शाह ने कहा कि कि परिवार के सभी 11 सदस्य मेरे साथ बैठे और कहा कि उन्हें अब कोई डर नहीं है और सभी शांति से अपना काम कर रहे हैं।
बस्ती में बोले अमित शाह, माफिया कहीं दिखाई देते हैं क्या?
बीजेपी ने यहां से पूर्व सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को टिकट दिया है। कैराना के बारे में दावा किया जाता है कि सांप्रदायिक तनाव की वजह से यहां के हिंदू अपना घर बेचकर पलायन के लिए मजबूर हो गए थे। साल 2017 के विधानसभा चुनाव कैराना से पलायन एक बड़ा मुद्दा बना था। पिछले साल अक्टूबर में अपने लखनऊ दौरे पर अमित शाह ने एक सभा में कहा था कि कैराना का पलायन याद करके मेरा तो खून ही खौल उठता है। इसी जनसभा में अमित शाह ने तंज कसा था कि पलायन कराने वालों का ही अब पलायन हो गया है।
अमित शाह कैराना के दौरे पर शामली और बागपत में पार्टी कार्यकर्ताओं व क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की रणनीति में अहम भमिका निभा रहे शाह बाद में मेरठ भी जाएंगे। वह वहां पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के अलावा वहां के प्रबुद्ध लोगों के साथ संवाद भी करेंगे।
अपने पहले चुनावी दौरे पर शाह का कैराना जाने का बड़ा राजनीतिक महत्व भी है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के कैराना से तत्कालीन सांसद दिवंगत हुकुम सिंह ने यहां से हिन्दुओं के पलायन का मुद्दा उठाया था। कैराना अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र है।
कैराना में प्रथम चरण में होने हैं चुनाव
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Election 2022) का ऐलान चुनाव आयोग ने 8 जनवरी को किया। 403 सीटों वाली 18वीं विधानसभा के लिए 10 फरवरी से 7 मार्च तक सात चरणों में वोट पड़ेंगे। 10 मार्च को चुनाव के नतीजे (UP Election results) आएंगे। यूपी में सात चरणों (Seven Phase) के तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान (Voting) होगा। 10 फरवरी को पहले चरण (First Phase) में पश्चिम यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर, दूसरा चरण (Second Phase) 14 फरवरी को 9 जिलों की 55 सीटों पर, 20 फरवरी को तीसरे चरण (Third Phase) में 16 जिलों की 59 सीटों पर मतदान होगा। चौथे चरण (Fourth Phase) में मतदान 23 फरवरी को लखनऊ सहित 9 जिलों की 60 सीटों पर होगा। पांचवे चरण (Fifth Phase) में 27 फरवरी को 11 जिलों की 60 सीटों पर, छठे चरण में 3 मार्च को 10 जिलों की 57 सीटों पर और सातवें (Seventh Phase) और अंतिम चरण (Last Phase) का मतदान 7 मार्च को 9 जिलों की 54 सीटों पर किया जाएगा।
अमित शाह ने कैराना से चुनावी कैंपेन की शुरूआत
एक जाति के लिए काम करने वाली परंपरा हो खत्म- शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- यदि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखना है, तुष्टिकरण को समाप्त करना है, एक जाति के लिए काम करने की यूपी सरकार की परंपरा को समाप्त करना है। उन्होंने कहा कि यदि यूपी को विकसित करना है तो सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारी बहुमत के साथ एक बार फिर भाजपा सरकार बनानी होगी।
‘2014 के बाद पहली बार कैराना आया हूं..
अमित शाह ने अपने 8 साल पहले के दौरे को याद करते हुए कहा कि मैं जनवरी 2014 के बाद पहली बार कैराना आया हूं। 2014 के बाद पीएम मोदी ने यूपी के विकास की धुरी अपने हाथों में ली। 2017 में, यहां भाजपा सरकार बनने के बाद, योगी आदित्यनाथ सीएम बने और विकास को और गति दी।
पूरे राज्य में विकास की नई लहर- अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पूरे राज्य में विकास की नई लहर देखने को मिल सकती है। कई सड़कें, हवाई अड्डे, मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं। हर गरीब घर में अब गैस कनेक्शन, शौचालय, बिजली, आयुष्मान भारत योजना कार्ड, मुफ्त टीके और कोरोना महामारी के दौरान मुफ्त राशन की सुविधा भी दी है।
कैराना से पलायन कर वापस लौटे परिवारों से की मुलाकात
इस दौरान अमित शाह टीचर्स कॉलोनी भी गए, जहां उन्होंने कई परिवारों से मुलाकात की। अमित शाह ने कहा कि कि परिवार के सभी 11 सदस्य मेरे साथ बैठे और कहा कि उन्हें अब कोई डर नहीं है और सभी शांति से अपना काम कर रहे हैं।
बस्ती में बोले अमित शाह, माफिया कहीं दिखाई देते हैं क्या?
बीजेपी ने यहां से पूर्व सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को टिकट दिया है। कैराना के बारे में दावा किया जाता है कि सांप्रदायिक तनाव की वजह से यहां के हिंदू अपना घर बेचकर पलायन के लिए मजबूर हो गए थे। साल 2017 के विधानसभा चुनाव कैराना से पलायन एक बड़ा मुद्दा बना था। पिछले साल अक्टूबर में अपने लखनऊ दौरे पर अमित शाह ने एक सभा में कहा था कि कैराना का पलायन याद करके मेरा तो खून ही खौल उठता है। इसी जनसभा में अमित शाह ने तंज कसा था कि पलायन कराने वालों का ही अब पलायन हो गया है।
अमित शाह कैराना के दौरे पर शामली और बागपत में पार्टी कार्यकर्ताओं व क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की रणनीति में अहम भमिका निभा रहे शाह बाद में मेरठ भी जाएंगे। वह वहां पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के अलावा वहां के प्रबुद्ध लोगों के साथ संवाद भी करेंगे।
अपने पहले चुनावी दौरे पर शाह का कैराना जाने का बड़ा राजनीतिक महत्व भी है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के कैराना से तत्कालीन सांसद दिवंगत हुकुम सिंह ने यहां से हिन्दुओं के पलायन का मुद्दा उठाया था। कैराना अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र है।
कैराना में प्रथम चरण में होने हैं चुनाव
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Election 2022) का ऐलान चुनाव आयोग ने 8 जनवरी को किया। 403 सीटों वाली 18वीं विधानसभा के लिए 10 फरवरी से 7 मार्च तक सात चरणों में वोट पड़ेंगे। 10 मार्च को चुनाव के नतीजे (UP Election results) आएंगे। यूपी में सात चरणों (Seven Phase) के तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान (Voting) होगा। 10 फरवरी को पहले चरण (First Phase) में पश्चिम यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर, दूसरा चरण (Second Phase) 14 फरवरी को 9 जिलों की 55 सीटों पर, 20 फरवरी को तीसरे चरण (Third Phase) में 16 जिलों की 59 सीटों पर मतदान होगा। चौथे चरण (Fourth Phase) में मतदान 23 फरवरी को लखनऊ सहित 9 जिलों की 60 सीटों पर होगा। पांचवे चरण (Fifth Phase) में 27 फरवरी को 11 जिलों की 60 सीटों पर, छठे चरण में 3 मार्च को 10 जिलों की 57 सीटों पर और सातवें (Seventh Phase) और अंतिम चरण (Last Phase) का मतदान 7 मार्च को 9 जिलों की 54 सीटों पर किया जाएगा।
अमित शाह ने कैराना से चुनावी कैंपेन की शुरूआत