अमेरिका ने सीरिया के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि बशर अल असद की ‘आपराधिक ’ सरकार को निशाना बनाने के लिए अमेरिका ने सीरिया के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है और इसमें ब्रिटेन और फ्रांस भी शामिल हैं. यानी अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने साथ मिलकर सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद द्वारा हाल ही में किये गये रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि सीरिया में कथित रासायनिक हमले से हिंसा में ‘बड़ी वृद्धि ’ हुई.
यह हमला सीरिया की राजधानी दमिश्क के कुछ इलाकों पर किया गया है. ट्रंप के अनुसार, यह हवाई हमला सीरिया द्वारा हाल ही में किए गए केमिकल हमले के विरोध में किया गया. बता दें कि बीते हफ्ते सीरिया में एक रासायनिक हमला किया गया था, जिसमें 60 लोगों की मौत हो गई थी. इस हमले के बाद सीरिया की बशर अल असद सरकार को भारी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था.
वहीं अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस द्वारा मिलकर सीरिया पर किए गए इस हवाई हमले ने रुस को नाराज़ कर दिया है. रुस के अमेरिका में राजदूत एनाटोली एनटोनोव ने इस हवाई हमले पर बयान देते हुए कहा है कि भयावह आशंकाएं सच साबित हुई हैं. हमने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर इस तरह की कोई भी कारवाई की गई तो उसके परिणाम भुगतने होंगे.
अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान में रुस और ईरान की भी आलोचना की. ट्रंप ने कहा कि कौन देश बड़ी संख्या में निर्दोष लोगों की मौत के जिम्मेदार का सहयोगी बनना चाहेगा? बता दें कि सीरिया की बशर अल असद सरकार को रुस और ईरान समर्थन दे रहे हैं.
वहीं ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा ने भी सीरिया पर हवाई हमले की पुष्टि की है. एक बयान जारी करते हुए थेरेसा मे ने कहा कि सीरिया को केमिकल हथियारों का इस्तेमाल करने और कोई व्यवहारिक विकल्प मौजूद नहीं था, जिसके बाद सीरिया पर हवाई हमला किया गया. थेरेसा मे ने कहा कि हवाई हमले से पहले हर तरह के राजनयिक तरीकों का इस्तेमाल किया गया.
थेरेसा मे ने यह भी बताया कि यह एक लिमिटेड हमला था, उनका किसी सिविल वॉर में दखल देने का कोई इरादा नहीं है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा कि हम केमिकल हथियारों के इस्तेमाल को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कर सकते.
इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद की हिमायत करने पर रूस को चेताया और कहा था कि सीरिया में असैन्य लोगों पर कथित रासायनिक हमले के जवाब में अमेरिकी मिसाइलें ‘आएंगी.’ रूस ने सीरिया पर दागी जाने वाली किसी भी या सभी मिसाइलें गिराने का संकल्प किया है. रूस तैयार रहो , क्योंकि वे आने जा रही हैं , शानदार तथा नई और ‘स्मार्ट.’ आपको गैस से हत्या करने वाले किसी वहशी का साझेदार नहीं होना चाहिए जो अपने लोगों की हत्या करता है और उसका लुत्फ लेता है.’ ट्रंप ने कहा कि उनकी योजना है कि बशर अल असद का शासन और उसके रूसी तथा ईरानी सहयोगी सीरिया में रासायनिक हमले के बदले में ‘भारी ’ कीमत चुकाएं. हालांकि, रूस ने कहा कि उसके सैन्य विशेषज्ञों ने रासायनिक हमलों का कोई सबूत नहीं पाया और कहा कि सीरिया को बदनाम करने के लिए विद्रोहियों ने यह साजिश रची होगी या अफवाह फैलाई होगी.