Ajnala Violence: अमृतपाल सिंह का करीबी लवप्रीत तूफानी हुआ रिहा, अजनाला कोर्ट ने दिया था आदेश
गुरुवार को अमृतपाल के समर्थक अमृतसर से करीब 25 किलोमीटर दूर अजनाला थाने पर जुट गए। किसी के हाथ में तलवार थी तो किसी के हाथ में बंदूक। इस दौरान पुलिस पर हमला करते हुए थाने पर कब्जा कर लिया गया था। हिंसा में छह पुलिसकर्मियों को चोट भी आई थी। समर्थक लवप्रीत तूफानी को छोड़ने की मांग पर अड़े थे। अमृतपाल ने इस दौरान कहा था कि हमने इन्हें एक दिन का वक्त दिया था लेकिन चार दिन तक इंतजार किया इसके बाद विरोध का फैसला लिया। इन लोगों को लगता है कि हम कुछ कर नहीं सकते। हमारे साथी को अगर नहीं छोड़ा तो आगे जो होगा उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। अमृतपाल की एसएसपी सतिंदर सिंह के साथ बैठक भी हुई थी।
कौन है अमृतपाल सिंह
अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे संगठन का प्रमुख है। पंजाबी ऐक्टर और ऐक्टिविस्ट संदीप सिद्धू उर्फ दीप सिद्धू ने इसे बनाया था। 15 फरवरी 2022 को हरियाणा के सोनीपत में एक हादसे में दीप सिद्धू की मौत हो गई थी। इसके बाद अमृतपाल सिंह ने वारिस पंजाब दे की कमान अपने हाथ में ली। 1993 में अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव में अमृतपाल का जन्म हुआ था। 4 मार्च 2022 को वारिस पंजाब दे संगठन की ओर से अमृतपाल को नेता घोषित करने का ऐलान हुआ था। 12वीं तक पढ़ाई के बाद वह दुबई चला गया था। जब वह वापस लौटा तो खालिस्तानी समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाले के मोगा स्थित गांव रोडे में 29 सितंबर 2022 को एक कार्यक्रम हुआ। इसके बाद उसने खालिस्तान के समर्थन में भड़काऊ बयान देने भी शुरू कर दिए। मोगा के बुधसिंहवाला गांव में उसने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धमकी देते हुए कहा था कि जो हाल इंदिरा गांधी का हुआ था वही उनका होगा। दीप सिद्धू की बरसी पर आयोजित कार्यक्रम में अमृतपाल ने कहा कि पंजाब का बच्चा-बच्चा खालिस्तान की बात करता है और जिसे जो करना है कर ले।
लवप्रीत की गिरफ्तारी पर क्यों विवाद
लवप्रीत सिंह उर्फ तूफानी को अजनाला पुलिस ने किडनैपिंग और मारपीट के एक मामले में गिरफ्तार किया था। बताया जाता है कि इसी महीने बरिंदर सिंह नाम के एक शख्स ने कथित रूप से सोशल मीडिया पर अमृतपाल के खिलाफ टिप्पणी की थी। इसके बाद तूफानी और अमृतपाल के समर्थकों ने कथित रूप से उसे अगवा किया और पिटाई की। पीड़ित की शिकायत पर लवप्रीत और अमृतपाल समेत 30 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। अमृतपाल ने इस गिरफ्तारी को गलत बताते हुए गुरुवार सुबह 11 बजे अजनाला थाने पर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था। इसके बाद विवाद ने उग्र रूप धारण कर लिया।