AIIMS में OPD कार्ड बनाने के लिए अब नहीं लगना पड़ रहा घंटों लाइन में, QR कोड स्कैन कर फटाफट बन रहे हैं कार्ड

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AIIMS में OPD कार्ड बनाने के लिए अब नहीं लगना पड़ रहा घंटों लाइन में, QR कोड स्कैन कर फटाफट बन रहे हैं कार्ड

AIIMS में OPD कार्ड बनाने के लिए अब नहीं लगना पड़ रहा घंटों लाइन में, QR कोड स्कैन कर फटाफट बन रहे हैं कार्ड

विशेष संवाददाता, नई दिल्लीः आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (ABHA) का फायदा एम्स में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को मिलने लगा है। अब केवल मोबाइल से क्यूआर कोड स्कैन करने से ही ओपीडी कार्ड की पर्ची बन रही है। देश भर में सबसे ज्यादा इस सुविधा का लाभ एम्स में उठाया गया है। अब तक 73,700 मरीज इस तकनीक से पर्ची बनवा चुके हैं। दूसरे नंबर पर एम्स भुवनेश्वर में 33,400 और तीसरे नंबर पर यूपी के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल, प्रयागराज है, जहां पर 31,600 लोगों को यह सुविधा मिल चुकी है।

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एम्स में इस सुविधा की शुरुआत अक्टूबर 2022 में की गई थी। इस साल मई के पहले हफ्ते में इसका विस्तार किया गया था। इसके बाद एम्स में मरीजों के लिए क्यूआर कोड जारी किया गया है। मरीज स्कैन कर अपना रजिस्ट्रेशन करा पा रहे हैं। इससे मरीज को अब ओपीडी कार्ड बनाने के लिए लाइन में लगने की जरूरत नहीं पड़ रही है। अस्पताल में होने वाली जांच की रिपोर्ट भी मरीज की आभा आईडी पर अपलोड हो जाती है। एम्स की मीडिया चेयरपर्सन डॉक्टर रीमा दादा ने कहा कि मरीज को एक क्यूआर कोड स्कैन करना पड़ता है। इसके बार उन्हें टोकन नंबर दिया जाता है जिसे दिखाकर सीधे काउंटर पर जा सकते हैं और उनका ओपीडी कार्ड उन्हें मिल जाता है। इससे अब मरीज को इंतजार नहीं करना पड़ता है। यह डिजिटल एम्स की दिशा में एक और बेहतर कदम है।

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गले में आईकार्ड के बिना नहीं होगी स्टाफ की एंट्री

वहीं, एम्स में बिचौलियों को रोकने के लिए सभी स्टाफ के लिए में आईकार्ड पहना अनिवार्य किया गया है। लेकिन इसके बाद भी स्टाफ के कई लोग आईकार्ड नहीं पहनते। इसे देखते हुए अब एक बार फिर प्रशासन ने सख्त निर्देश दिए हैं। इसको लेकर एम्स के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास की तरफ से नोटिस जारी किया गया है। जिसमें साफ कहा गया है कि सभी स्टाफ (स्थाई और अस्थाई) के लिए आईकार्ड पहना अनिवार्य है। सिक्योरिटी ऑफिसर को आदेश दिया गया है कि वह सभी स्टाफ मेंबर के आईकार्ड चेक करें। अगर कोई स्टाफ बिना आईकार्ड के नजर आ रहा है, तो उन्हें अस्पताल परिसर के अंदर आने ना दिया जाए। डॉ. निवास ने निर्देश देते हुए कहा कि यह देखा गया है कि अस्पताल परिसर में ड्यूटी के दौरान कई स्टाफ मेंबर आईकार्ड नहीं पहन रहे है। कई बार सिक्योरिटी को कहा गया है कि सभी का आई कार्ड चेक करें और खुद भी आईकार्ड पहनें। इसके बाद भी सख्ती से नियम का पालन नहीं किया जा रहा है। एक बार फिर से सभी स्टाफ से आग्रह है कि वे ड्यूटी टाइम में आईकार्ड जरूर पहनें। साथ ही जिन लोगों के गलों में आई कार्ड न दिखे, तो सिक्योरिटी गार्ड उन लोगों को परिसर में एंट्री करने से रोक सकते हैं।

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