Agra News: 40 करोड़ के आलिशान घर में रहता ADA का बाबू, 3 शहरों में परिवार के नाम पर कैसे खरीदी अकूत संपत्ति?

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Agra News: 40 करोड़ के आलिशान घर में रहता ADA का बाबू, 3 शहरों में परिवार के नाम पर कैसे खरीदी अकूत संपत्ति?

Agra News: 40 करोड़ के आलिशान घर में रहता ADA का बाबू, 3 शहरों में परिवार के नाम पर कैसे खरीदी अकूत संपत्ति?

आगरा: आगरा विकास प्राधिकरण के संपत्ति विभाग में तैनात बाबू पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। आरोपी बाबू ने अपने भाई, पत्नी और बेटे के नाम पर करोड़ों की संपत्ति आगरा, नोSडा, वृंदावन में खरीद ली हैं। इसके अलावा जिस आलिशान मकान में आरोपी बाबू रहता है। उसकी कीमत 40 करोड़ से अधिक है। आरोप है कि बाबू ने प्राधिकरण के राजस्व को लाखों का चूना लगाकर अकूत संपत्ति अर्जित की है। इस संबंध में शासन से लेकर प्राधिकरण की अध्यक्षा (मंडलायुक्त) से शिकायत की है। वहीं मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।

शिकायतकर्ता रवि गांधी एक वरिष्ठ नागरिक है। शिकायत के अनुसार प्राधिकरण के संपत्ति विभाग में तैनात प्रधान लिपिक सतीश चंद शर्मा पर आरोप है कि उसने अपने और अपने सगे संबंधियों के नाम पर प्राधिकरण की कई योजनाओं में भूखंड व भवन खरीदे हैं। जिनकी वर्तमान में मार्केट वैल्यू करोड़ों की है।

शिकायतकर्ता ने क्रमबद्ध तरीके से सभी संपत्तियों को ब्योरा मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी और एडीए वीसी को दिया है। शिकायत कर्ता ने सतीश चंद शर्मा के अलावा तीन अन्य बाबुओं पर भी भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए हैं। जिनमें सतेंद्र सिंह, राकेश गौतम, गिरिश चंद शामिल हैं। शिकायतकर्ता ने अपने शपथपत्र देते हुए अपनी शिकायतों पर जांच कराने की मांग की है।

बेटे और पत्नी के नाम पर करोड़ों के प्लाट

रवि गांधी ने बताया कि सतीश चंद ने शास्त्रीपुरम योजना में बी-177, बी -178 अशोक नगर, फ्रेंड्स कालोनी में बेटी के नाम, शास्त्रीपुरम में एलआईजी 108, साकेत कालोनी में 75 बी और 75 सी में प्रापर्टी है। इसके अलावा पत्नी सुनीता शर्मा और बेटे कृष्ण के नाम पर वृंदावन में 600 वर्ग मीटर का भूखंड खरीदा है। इसके अलावा नोयडा के परी चौक पर भी दो बड़े भूखंड खरीदे हैं जो कि करोड़ों की कीमत के हैं। आरोप है कि अपने रिश्तेदारों के नाम से भी आरोपी बाबू ने 8 से 10 प्रॉपर्टी खरीदी है।

7 महीने से ठंडे बस्ते में पड़ी है जांच

शिकायतकर्ता रवि गांधी ने बताया कि उसने अपनी शिकायत आईजीआरएस के माध्यम से भी की है। जिसकी जांच आख्या 7 दिन के भीतर प्रस्तुत करनी थी, लेकिन एडीए वीसी चर्चित गौड़ द्वारा गठित की गई जांच कमेटी के अधिकारियों ने जांच में कराने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। इस पर रवि गांधी ने मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी से शिकायत कर जांच को आगे बढ़ाने की मांग की है। रवि गांधी ने बताया कि वह कई महीनों से विभागीय अधिकारियों से फरियाद लगा चुका है, लेकिन मामले में सुनवाई नहीं हो पा रही है।

माली पद पर निुयक्त संपत्ति में हुआ तैनात

मृतक आश्रित कोटे से नौकरी पाने वाला सतेंद्र कुमार की नियुक्ति माली के पद पर हुई थी, लेकिन वह संपत्ति विभाग में कनिष्ठ लिपिक के पद पर कई वर्षों से तैनात है। आरोप है कि सतेंद्र ने अपने खास को फायदा पहुंचाने के लिए शास्त्रीपुरम योजना के ब्लॉक सी 2 के भूखंड संख्या 124 महज 1, 94 लाख में आवंटन कर दिया जबकि भूखंड के आवंटन की 10 प्रतिशत राशि 6,40 लाख बन रही थी। जब बात खुली तो एक साल बाद पूरी धनराशि जमा कराई। जबकि नियमानुसार इसे निरस्त किया जाना चाहिए था।

15 दिन में जांच रिपोर्ट की तलब

संपत्ति विभाग में तैनात कर्मचारियों की शिकायत आईजीआरएस (सीएम पोर्टल) पर 23 अगस्त 2023 को की गई है। इस संबंध में विकास प्राधिकरण की अध्यक्षा मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने रिमाइंडर पत्र भेजकर एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ से 15 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट तलब की है। इस संबंध में एडीए वीसी से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका है।

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