Agra News: संगीनों की साए में स्कूल पहुंची छात्राएं, प्रेक्षक और महिला पुलिसकर्मी की तैनाती, टीचर की अश्लीललता का मामला h3>
सुनील साकेत, आगरा: उत्तर प्रदेश आगरा के सरकारी स्कूल के शिक्षक की हरकतों से खौफजदां छात्राएं बृहस्पतिवार को संगीनों की साए में स्कूल पहुंचीं। बच्चियों की सुरक्षा और भय दूर करने के लिहाज से पुलिस ने स्कूल परिसर में प्रेक्षक और महिला पुलिस कर्मियों को सादा वर्दी में तैनात किया है। इसके साथ ही शिकायत करने वाली बच्चियों का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया है। इधर प्रशासन आरोपी शिक्षक के असलहा का लाइसेंस निरस्त कर रहा है।बता दें कि शमसाबाद के गांव लहरा के कंपोजिट स्कूल के शिक्षक आशुतोष शर्मा पर आरोप है कि वह पांचवीं कक्षा की बच्चियों के साथ अश्लील हरकतें करता था। बच्चियों की जेब में हाथ डालकर उनके साथ छेड़खानी करता था। साथ ही डराने धमकाने के लिए अपनी लाइसेंसी पिस्टल का इस्तेमाल करता था।
पांच बच्चियों ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर से की थी। इसके बाद आरोपी शिक्षक पर पॉक्सो ऐक्ट समेत गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आरोपी शिक्षक को निलंबित भी कर दिया है, लेकिन अभी तक शिक्षक की गिरफ्तारी नहीं होने से बच्चियों में भय का माहौल है।
डरी सहमी हैं बच्चियां
इस वजह से बच्चियों ने स्कूल जाने से इनकार कर दिया था। करीब एक सप्ताह से स्कूल के गेट पर ताला लटका था। बच्चियों ने पुलिस अधिकारियों और स्कूल जाने से साफ इनकार कर दिया था। अभिभावक भी अपनी बच्चियों को स्कूल भेजना नहीं चाह रहे थे। आरोपी के शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई होते देख बच्चियों में कुछ हिम्मत आयी है।
थाना शमसाबाद प्रभारी आलोक कुमार दीक्षित ने बताया कि बृहस्पतिवार को बच्चियों को महिला पुलिसकर्मियों और प्रेक्षकों के साथ स्कूल भेजा गया है। पूरे प्रकरण में बच्चियों की मदद कर रहे चाइल्ड राइट एक्टिविस्ट नरेश पारस का कहना है कि बच्चियों की सुरक्षा अहम है। बच्चियों को मोरल सपोर्ट मिलना चाहिए। जिससे बच्चियों का भय दूर हो सके।
शिक्षक का लाइसेंस होगा निरस्त
आरोपी शिक्षक आशुतोष शर्मा शमसाबाद कस्बे का रहने वाला है। वह पहले कभी स्कूल नहीं जाता था। ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज होने के कारण उसने स्कूल आना शुरू किया है। आशुतोष शर्मा स्कूल में महिला शिक्षिकाओं पर भी फब्तियां कसता था। जिसकी शिकायत महिला शिक्षिकाओं ने की थी। 112 पर कॉल करके उसे पकड़वाया भी था, लेकिन अपने रसूख के चलते उसे थाने से छोड़ दिया गया था।
खबर है कि प्रशासन की ओर आरोपी शिक्षक का लाइसेंस निरस्त किया जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस संबंध में जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका है। इधर एडीएम सिटी अनूप कुमार का कहना है कि इस बारे में जानकारी जुटा रहे हैं।
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पांच बच्चियों ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर से की थी। इसके बाद आरोपी शिक्षक पर पॉक्सो ऐक्ट समेत गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आरोपी शिक्षक को निलंबित भी कर दिया है, लेकिन अभी तक शिक्षक की गिरफ्तारी नहीं होने से बच्चियों में भय का माहौल है।
डरी सहमी हैं बच्चियां
इस वजह से बच्चियों ने स्कूल जाने से इनकार कर दिया था। करीब एक सप्ताह से स्कूल के गेट पर ताला लटका था। बच्चियों ने पुलिस अधिकारियों और स्कूल जाने से साफ इनकार कर दिया था। अभिभावक भी अपनी बच्चियों को स्कूल भेजना नहीं चाह रहे थे। आरोपी के शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई होते देख बच्चियों में कुछ हिम्मत आयी है।
थाना शमसाबाद प्रभारी आलोक कुमार दीक्षित ने बताया कि बृहस्पतिवार को बच्चियों को महिला पुलिसकर्मियों और प्रेक्षकों के साथ स्कूल भेजा गया है। पूरे प्रकरण में बच्चियों की मदद कर रहे चाइल्ड राइट एक्टिविस्ट नरेश पारस का कहना है कि बच्चियों की सुरक्षा अहम है। बच्चियों को मोरल सपोर्ट मिलना चाहिए। जिससे बच्चियों का भय दूर हो सके।
शिक्षक का लाइसेंस होगा निरस्त
आरोपी शिक्षक आशुतोष शर्मा शमसाबाद कस्बे का रहने वाला है। वह पहले कभी स्कूल नहीं जाता था। ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज होने के कारण उसने स्कूल आना शुरू किया है। आशुतोष शर्मा स्कूल में महिला शिक्षिकाओं पर भी फब्तियां कसता था। जिसकी शिकायत महिला शिक्षिकाओं ने की थी। 112 पर कॉल करके उसे पकड़वाया भी था, लेकिन अपने रसूख के चलते उसे थाने से छोड़ दिया गया था।
खबर है कि प्रशासन की ओर आरोपी शिक्षक का लाइसेंस निरस्त किया जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस संबंध में जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका है। इधर एडीएम सिटी अनूप कुमार का कहना है कि इस बारे में जानकारी जुटा रहे हैं।