Agnipath Protest: आनंद महिंद्रा के बाद टाटा ने भी अग्निवीरों के लिए खोले दरवाजे, जानिए किन उद्योगपतियों ने की अग्निपथ की तारीफ h3>
नई दिल्ली: इन दिनों अग्निपथ योजना के खिलाफ पूरे देश में जगह-जगह प्रदर्शन (Agnipath Protest) हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों से दिग्गज कारोबारी आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) भी दुखी हो रहे हैं। इसी बीच उन्होंने ऐलान किया है कि अग्निपथ से वापस आने वाले ट्रेंड और क्षमता वाले अग्निवीरों को वह अपनी कंपनी में नौकरी (Anand Mahindra giving jobs to Agniveers) देंगे। उनके अलावा देश के कई उद्योगपतियों ने अग्निवीरों के लिए अपनी कंपनी के दरवाजे खोले हैं। इनमें टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन भी शामिल हैं, जिन्होंने अग्निपथ स्कीम की तारीफ की है।
आनंद महिंद्रा देंगे अनुशासित और स्किल्ड अग्निवीरों को नौकरी
आनंद महिंद्रा ने ट्वीट में लिखा है- ‘अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रही हिंसा से बेहद दुखी हूं। जब इस स्कीम पर पिछले साल बात शुरू हुई थी, मैंने तभी कहा था और अब फिर से रिपीट कर रहा हूं कि अनुशासित और स्किल्ड अग्निवीरों को नौकरी के बेहतर मौके मिलेंगे। महिंद्रा ग्रुप ऐसे ट्रेंड और क्षमता वाले युवाओं को नौकरी करने के मौके देगा।’
टाटा में भी मिलेगी अग्निवीरों को नौकरी
टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखर के नेतृत्व में घरेलू कंपनियों ने केंद्र सरकार के ‘अग्निपथ’ कार्यक्रम का समर्थन करते हुए कहा कि इस योजना में उद्योग को अनुशासित और प्रशिक्षित कार्यबल प्रदान करने की एक बड़ी क्षमता है। टाटा संस के अध्यक्ष चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘अग्निपथ युवाओं के लिए न केवल देश के रक्षा बलों की सेवा करने का एक बड़ा अवसर है, बल्कि यह टाटा समूह समेत उद्योग को एक बहुत ही अनुशासित और प्रशिक्षित युवाओं को भी उपलब्ध कराएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम टाटा समूह में ‘अग्निवीर’ की क्षमता को पहचानते हैं और उस अवसर का स्वागत करते हैं जो इसका प्रतिनिधित्व करता है।’’
हर्ष गोयनका ने भी खोले कंपनी के दरवाजे
उद्योगपति हर्ष गोयनका ने ट्वीट किया है- ‘आरपीजी ग्रुप भी अग्निवीरों को नौकरी देने के मौके का स्वागत करता है। मुझे उम्मीद है कि अन्य कंपनियां भी हमें ज्वाइन करेंगी और देश के युवाओं का भविष्य संवारेंगी।’
किरन मजूमदार शॉ
अग्निपथ को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच किरन मजूमदार शॉ ने हर्ष गोयनका के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए एक ट्वीट किया है- ‘मुझे भरोसा है कि अग्निवीरों को इंडस्ट्रियल जॉब मार्केट में बेहतर फायदा मिलेगा।’ उनका इशारा सीधे इस बात पर है कि इंडस्ट्रीज में उन्हें नौकरी के कई मौके मिलेंगे।
संजीव बिखचंदानी ने भी किया ट्वीट
नौकरी डॉट कॉम के मालिकाना हक वाली कंपनी इंफो एज के चेयरमैन संजीव बिखचंदानी ने भी अग्निवीरों के लिए दरवाजे खोले हैं। संजीव ने कहा है कि आर्म्ड फोर्सेस ट्रेनिंग के लिए सबसे अच्छी जगह हैं। अगर कोई इसमें 4 साल तक ट्रेनिंग लेता है तो वह अनुशासित होकर और बेहतर ट्रेनिंग लेकर लौटेगा, जिसके पास कॉलेज डिग्री भी होगी। उनका साफ-साफ कहना है कि अग्निपथ योजना अच्छी है और इसका विरोध नहीं होना चाहिए।
देश भर में हो रहा विरोध, कई जगह हिंसा
अग्निपथ स्कीम की 14 जून को हुई घोषणा के बाद से पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। दिल्ली, यूपी, बिहार, तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, पंजाब, झारखंड और असम तक में इसका विरोध हो रहा है। कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि कई ट्रेनें तक फूंक दी गईं, गाड़ियों में आग लगा थी और बहुत सारी संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया गया। इस साल करीब 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती होनी है, लेकिन एक टॉप मिलिट्री ऑफिसर ने कहा है कि यह आंकड़ा भविष्य में 1.25 लाख तक पहुंच सकता है।
Railway Loss in Agnipath Protest : जो कोच और इंजन फूंक डाले गए, वो बनते कितने में हैं
समझ लीजिए क्या है अग्निपथ योजना
मोदी सरकार ने सेना में युवाओं की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना शुरू की है। इसके तहत युवाओं की भर्ती चार साल के लिए होगी। सेना में शामिल होने वाले इन जवानों को अग्निवीर कहा जाएगा। इससे युवाओं के सेना में भर्ती होने के बाद सशस्त्र बलों की औसत उम्र में कमी देखने को मिलेगी। साथ ही सैनिकों के रिटायर होने के बाद सरकार पर पेंशन का पड़ने वाला बोझ भी खत्म हो जाएगा। चार साल बाद अग्निवीर मोटी रकम के साथ रिटायर होंगे। इनमें से 25 फीसदी अग्निवीरों को परमानेंट यानी 15 सालों के लिए भर्ती किया जाएगा। इसके लिए 17.5 साल से 21 साल तक की उम्र के युवा आवेदन कर सकेंगे। इन युवाओं को 6 महीने ट्रेनिंग दी जाएगी और फिर 3.5 साल तक उनकी सेवाएं ली जाएंगी।
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आनंद महिंद्रा देंगे अनुशासित और स्किल्ड अग्निवीरों को नौकरी
आनंद महिंद्रा ने ट्वीट में लिखा है- ‘अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रही हिंसा से बेहद दुखी हूं। जब इस स्कीम पर पिछले साल बात शुरू हुई थी, मैंने तभी कहा था और अब फिर से रिपीट कर रहा हूं कि अनुशासित और स्किल्ड अग्निवीरों को नौकरी के बेहतर मौके मिलेंगे। महिंद्रा ग्रुप ऐसे ट्रेंड और क्षमता वाले युवाओं को नौकरी करने के मौके देगा।’
टाटा में भी मिलेगी अग्निवीरों को नौकरी
टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखर के नेतृत्व में घरेलू कंपनियों ने केंद्र सरकार के ‘अग्निपथ’ कार्यक्रम का समर्थन करते हुए कहा कि इस योजना में उद्योग को अनुशासित और प्रशिक्षित कार्यबल प्रदान करने की एक बड़ी क्षमता है। टाटा संस के अध्यक्ष चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘अग्निपथ युवाओं के लिए न केवल देश के रक्षा बलों की सेवा करने का एक बड़ा अवसर है, बल्कि यह टाटा समूह समेत उद्योग को एक बहुत ही अनुशासित और प्रशिक्षित युवाओं को भी उपलब्ध कराएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम टाटा समूह में ‘अग्निवीर’ की क्षमता को पहचानते हैं और उस अवसर का स्वागत करते हैं जो इसका प्रतिनिधित्व करता है।’’
हर्ष गोयनका ने भी खोले कंपनी के दरवाजे
उद्योगपति हर्ष गोयनका ने ट्वीट किया है- ‘आरपीजी ग्रुप भी अग्निवीरों को नौकरी देने के मौके का स्वागत करता है। मुझे उम्मीद है कि अन्य कंपनियां भी हमें ज्वाइन करेंगी और देश के युवाओं का भविष्य संवारेंगी।’
किरन मजूमदार शॉ
अग्निपथ को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच किरन मजूमदार शॉ ने हर्ष गोयनका के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए एक ट्वीट किया है- ‘मुझे भरोसा है कि अग्निवीरों को इंडस्ट्रियल जॉब मार्केट में बेहतर फायदा मिलेगा।’ उनका इशारा सीधे इस बात पर है कि इंडस्ट्रीज में उन्हें नौकरी के कई मौके मिलेंगे।
संजीव बिखचंदानी ने भी किया ट्वीट
नौकरी डॉट कॉम के मालिकाना हक वाली कंपनी इंफो एज के चेयरमैन संजीव बिखचंदानी ने भी अग्निवीरों के लिए दरवाजे खोले हैं। संजीव ने कहा है कि आर्म्ड फोर्सेस ट्रेनिंग के लिए सबसे अच्छी जगह हैं। अगर कोई इसमें 4 साल तक ट्रेनिंग लेता है तो वह अनुशासित होकर और बेहतर ट्रेनिंग लेकर लौटेगा, जिसके पास कॉलेज डिग्री भी होगी। उनका साफ-साफ कहना है कि अग्निपथ योजना अच्छी है और इसका विरोध नहीं होना चाहिए।
देश भर में हो रहा विरोध, कई जगह हिंसा
अग्निपथ स्कीम की 14 जून को हुई घोषणा के बाद से पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। दिल्ली, यूपी, बिहार, तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, पंजाब, झारखंड और असम तक में इसका विरोध हो रहा है। कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि कई ट्रेनें तक फूंक दी गईं, गाड़ियों में आग लगा थी और बहुत सारी संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया गया। इस साल करीब 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती होनी है, लेकिन एक टॉप मिलिट्री ऑफिसर ने कहा है कि यह आंकड़ा भविष्य में 1.25 लाख तक पहुंच सकता है।
Railway Loss in Agnipath Protest : जो कोच और इंजन फूंक डाले गए, वो बनते कितने में हैं
समझ लीजिए क्या है अग्निपथ योजना
मोदी सरकार ने सेना में युवाओं की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना शुरू की है। इसके तहत युवाओं की भर्ती चार साल के लिए होगी। सेना में शामिल होने वाले इन जवानों को अग्निवीर कहा जाएगा। इससे युवाओं के सेना में भर्ती होने के बाद सशस्त्र बलों की औसत उम्र में कमी देखने को मिलेगी। साथ ही सैनिकों के रिटायर होने के बाद सरकार पर पेंशन का पड़ने वाला बोझ भी खत्म हो जाएगा। चार साल बाद अग्निवीर मोटी रकम के साथ रिटायर होंगे। इनमें से 25 फीसदी अग्निवीरों को परमानेंट यानी 15 सालों के लिए भर्ती किया जाएगा। इसके लिए 17.5 साल से 21 साल तक की उम्र के युवा आवेदन कर सकेंगे। इन युवाओं को 6 महीने ट्रेनिंग दी जाएगी और फिर 3.5 साल तक उनकी सेवाएं ली जाएंगी।
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