बच्चे की परवरिश पर ही उसका भविष्य टिका होता है, ऐसे में अगर बच्चें को जन्म से ही सही परवरिश मिल जाए तो उसका भविष्य संवर सकता है। लेकिन आजकल के भागदौड़ भरी लाइफ में पैंरेट्स के पास समय नहीं होता है, जिसकी वजह से बच्चे की देखभाल सही ढंग से नहीं हो पाती है, ऐसे में बच्चें के भविष्य पर तरह तरह के खतरा मंडराने लगता है। बच्चों की देखभाल को लेकर कांग्रेस सांसद एक बड़ा प्रस्ताव कराने के फिराक में है, ऐसे में आपके लिए यह जानना जरूरी है कि कांग्रेस पिता बनने से संबंधित कौन सा प्रस्ताव पास कराने के फिराक में है। तो आइये आपको बताते है….
आपको बता दें कि बच्चे के जन्म के बाद उसकी परवरिश में पिता की भूमिका भी बराबर होती है, जिसके लिए एक गैर सरकारी विधेयक में सभी क्षेत्रों में काम करने वाले कामगारों के लिए तीन महीने तक के पितृत्व अवकाश का प्रस्ताव किया गया है। साथ ही आपको यह भी बता दें कि पितृत्व लाभ विधेयक-2017 पर संसद के अगले सत्र में विचार किया जा सकता है।
क्या है पितृत्व लाभ विधयेक….
आपको बता दें कि इस बिल में यह जोर दिया है कि संतान के जन्म की स्थिति में माता और पिता दोनों को समान फायदा मुहैया कराया जाए। साथ ही आपको बता दें कि कांग्रेस सांसद राजीव सातव इस विधयेक के प्रस्तावक हैं। कांग्रेस सांसद का कहना है कि बच्चे की परवरिश माता-पिता दोनों की जिम्मेदारी है, ऐसे में बच्चे की उचित देखभाल करने लिए दोनों को समय देना चाहिए।
हालांकि अभी यह प्रस्ताव कब पास होगा, इस पर अभी रहस्य बरकरार है। लेकिन कांग्रेस सांसद का यह कदम उन पिता के लिए वरदान होगा, जो समय की कमी होने की वजह से अपने बच्चे की देखभाल नहीं कर पाते है। सरकार को चाहिए कि इस विधयेक पर जल्दी ही कोई फैसला सुनाये।