सीमांचल एरिया में महिला तस्करी का सीसीटीवी VIDEO: किशनगंज का खगड़ा मछमारा बना ट्रांजिट हब, एसपी बोले- ‘जांच कर कार्रवाई करेंगे’ – Kishanganj (Bihar) News h3>
रात के अंधेरे में महिलाओं की तस्करी का सीसीटीवी वीडियो सामने आया है।
किशनगंज का खगड़ा मछमारा इलाका एक बार फिर महिला और नाबालिगों की तस्करी के गंभीर आरोपों की वजह से सुर्खियों में है। हाल ही में सामने आए एक सीसीटीवी वीडियो ने इस नेटवर्क और प्रशासनिक चूक को उजागर कर दिया है। वीडियो में एक टोटो चालक को रात के अंधेरे में
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संगठित गिरोह चला रहे हैं तस्करी रैकेट
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह इलाका महिला तस्करी के एक संगठित गिरोह का अड्डा बन चुका है। बाहर से लाई गई महिलाओं और नाबालिग लड़कियों को कई घरों में छिपाकर रखा जाता है। फिर रात में टोटो के जरिये राष्ट्रीय राजमार्ग तक पहुंचाया जाता है। यहां से उन्हें पंजीपारा, सिलीगुड़ी, कोलकाता, पूर्णिया, कटिहार जैसे शहरों में भेज दिया जाता है।
नाबालिग लड़कियों की खरीद-फरोख्त
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, हाल के महीनों में इस क्षेत्र से कई लापता नाबालिग लड़कियों को बरामद किया गया है। 26 अप्रैल को मुजफ्फरपुर से लापता एक किशोरी को खगड़ा रेड लाइट एरिया के पास से रेस्क्यू किया गया था। बताया जा रहा है कि 10 से अधिक नाबालिग लड़कियां अब भी यहां जबरन देह व्यापार में धकेली जा रही हैं।
सीसीटीवी में कई दिनों की गतिविधियां रिकॉर्ड
आसपास लगे सीसीटीवी में कई दिनों की ऐसी गतिविधियां रिकॉर्ड हुई है। स्थानीय लोगों को भनक तक नहीं लग रही कि इतनी लड़कियां कहां से लाई जा रही हैं और कहां रखी जा रही है। आशंका है कि कुछ स्थानीय लोग इस धंधे को संरक्षण दे रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि सीसीटीवी वीडियो में दिख रही लड़कियां अंजु नाम की महिला के अंडर हैं। वह उन लड़कियों को सुनील नामक व्यक्ति के घर में रखती है। रात में अमन नामक टोटो चालक लड़कियों को अलग-अलग ठिकानों पर पहुंचाता है।
सीमांचल इलाका बना तस्करी का गढ़
खगड़ा इलाका बंगाल सीमा और नेपाल के करीब होने के कारण महिला तस्करी के लिए सुविधाजनक ट्रांजिट पॉइंट बन गया है। यहां से लड़कियों को खगड़ा रेड लाइट एरिया सहित अन्य रेड लाइट क्षेत्रों में सप्लाई किया जाता है।
प्रशासन ने कार्रवाई का दिया भरोसा
थाना अध्यक्ष अभिषेक कुमार रंजन ने बताया कि मामला संज्ञान में है और शीघ्र ही छापेमारी की जाएगी। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि हर बार कार्रवाई के कुछ समय बाद रैकेट दोबारा सक्रिय हो जाता है।
वीडियो सामने आया है। इस मामले की जांच की जाएगी और उसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।- सागर कुमार, एसपी, किशनगंज
स्थानीय लोगों की नाराजगी
इस अवैध गतिविधि से स्थानीय नागरिकों में गहरा आक्रोश है। आवासीय क्षेत्रों के बीच स्थित इस रेड लाइट एरिया से स्कूल-कॉलेज जाने वाली लड़कियों को रोजाना गुजरना पड़ता है। उन्हें कई बार मानसिक तनाव और हिंसक व्यवहार का सामना करना पड़ता है। कई बार शिकायतों के बावजूद प्रशासन की निष्क्रियता ने स्थिति को और चिंताजनक बना दिया है।