हर तीन दिन में कुख्यात आरोपी पकड़ती है साइक्लोनर टीम: 400 दिन में पकड़े 100 अपराधी, रेंज IG बोले बकरे की अम्मा कब तक खैर मनाएगी – Jodhpur News h3>
जोधपुर रेंज IG विकास कुमार ने दैनिक NEWS4SOCIALके साथ खास बातचीत की।
400 दिन 18 राज्य और 101 ऑपरेशन ये किस फिल्म नहीं बल्कि जोधपुर रेंज की स्पेशल साइक्लोनर सेल की कहानी है। प्रदेश में आईजी लेवल पर यह पहली ऐसी टीम है जो इतने कम दिनों में इतने बड़े ऑपरेशनों को अंजाम दे चुकी हैं और अब तक करीब 21 लाख रुपए के इनामी आरोपियो
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टीम की ओर से हाल ही में कुख्यात और दुर्दांत अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत ऑपरेशनों का शतक पूरा किया है। इसमें NDPS एक्ट के 52, पेपर लीक घोटाले के कुख्यात 14 आरोपी सहित ATM लूट गैंग, सोलर प्लांट डकैती, पुलिस पर हमला, हत्या, हथियार तस्करी के मामले में फरार आरोपी भी शामिल है।
जोधपुर रेंज IG विकास कुमार ने अपने घर पर टीम का ऑफिस सेटअप भी किया है।
खास बात ये है कि साइक्लोनर टीम देश के किसी भी राज्य में छिपे हुए अपराधी को ढूंढ निकालती है और उसे जेल भिजवाकर ही दम लेती है। इसी का नतीजा है की टीम 101 ऑपरेशन पूरे कर चुकी है। यानि हर तीन दिन में एक इनामी आरोपी पकड़ा गया। इसमें पेपर लीक से लेकर SI भर्ती, मादक पदार्थों की तस्करी, हत्या के मामलों के कुख्यात आरोपी भी शामिल है। इस मौके पर दैनिक NEWS4SOCIALटीम ने रेंज IG विकास कुमार से खास बातचीत की।
सवाल: किस उद्देश्य के साथ टीम का गठन किया गया .?
जवाब: करीब एक साल पहले इस टीम की परिकल्पना की गई थी। जिसका उद्देश्य मारवाड़ में मादक पदार्थ तस्करों के बढ़ते हुए कारोबार को रोकना था और युवाओं को नशे की लत से दूर करना था। साथ ही नशे के पूरे कारोबार को ध्वस्त किया जा सके जिससे बड़े से बड़े दुर्दांत, कुख्यात सक्रिय अपराधी जो इस धरती पर अपना अपराधिक साम्राज्य फैलाकर अपराध कर रहे हैं जिनके भय से लोग पीड़ित और पुलिस परेशान थी, ऐसे अपराधियों का चिन्हीकरण करके उनको पकड़ने के लिए इस सेल की परिकल्पना की गई थी। परिकल्पना के बाद सेल का प्रशिक्षण हुआ और उसके बाद कार्रवाइयां शुरू की गई।
सवाल: किस प्रकार की चुनौतियां सामने आई.?
जवाब: टीम के गठन में बहुत सारी चुनौतियां थी। हमारे पास उचित संसाधन भी नहीं थे। क्षेत्राधिकार भी सीमित था और भी कई तरह की चुनौतियां सामने थी लेकिन इन सब पर हमारे जाबांज जवानों का पहाड़ जैसा हौसला भारी पड़ा। उनकी निष्ठा, मेधा, आत्मविश्वास और परिश्रम के बल पर सारी चुनौतियों से पार पाते हुए भारत के करीब 18 राज्यों में जाकर महज 400 दिन में 101बड़े दुर्दांत अपराधी पकड़ने में सफलता हासिल की।
यह वह अपराधी थे जिन पर 25000 या इससे ज्यादा का इनाम घोषित था। इस तरह दे करीब 21 लाख के नाम आरोपी अब तक पकड़े गए। जिनमें 52 मादक पदार्थ, 14 पेपर लीक के आरोपी शामिल है। ये पूरी टीम के परिश्रम का नतीजा है जिससे रेंज को नशे और अपराध से मुक्त कर प्रगति के पथ पर ले जाया जाए।
जोधपुर रेंज IG विकास कुमार की स्पेशल साइक्लोनर टीम हर बड़े से बड़े ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दे चुकी है।
सवाल: कई अपराधी अभी भी सक्रिय हैं, उनके लिए क्या योजना रहेगी.?
जवाब: बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी। एक-एक करके सबका नंबर आएगा। अगर आप फलक पर चमकोगे तो सिर्फ धूमकेतु की तरह, और टूटे हुए सितारे की तरह आपको धूल धूसरित और धराशाही होना ही पड़ेगा।