शक होने पर गर्लफ्रेंड की गला दबाकर की हत्या: पहचान मिटाने के लिए फेस पर डाला एसिड, 5 दिन बाद झाड़ियों से मिली थी लाश – Gopalganj News h3>
गोपालगंज में प्रेमी ने गला दबाकर प्रेमिका की जान ले ली। आरोपी को शक था कि युवती किसी और से बात करती है। 21 अप्रैल को उसने प्रेमिका को मिलने बुलाया। दोनों के बीच कहासुनी हुई। इसके बाद उसने युवती की गला दबाकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं पहचान छिपाने के ल
.
23 अप्रैल को झाड़ियों से युवती का शव बरामद हुआ। इसके बाद पुलिस ने बुधवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान सिधवलिया थाना क्षेत्र के सदौवा गांव निवासी बृजकिशोर राम(27) और उसके ममेरे भाई के रूप में हुई है। पुलिस ने तालाब से टूटा मोबाइल बरामद कर लिया है।
घटना बरौली थाना क्षेत्र के बखरौर जद्दी गांव की है। मृतका की पहचान बखरौर जद्दीगांव निवासी शिव दयाल राम की बेटी सुधा कुमारी(20) के रूप हुई।
तालाब से फोन और एसिड का बोतल बरामद।
शौच के बहाने निकली थी घर से
मृतका के परिजनों ने बताया कि सुधा 21 अप्रैल की सुबह मोबाइल लेकर शौच के लिए घर से निकली थी। वह वापस नहीं लौटी। परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 23 अप्रैल को परिवार ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
25 अप्रैल शुक्रवार की शाम एक ग्रामीण लीची के बाग के पास शौच के लिए गया। जहां उसे तेज दुर्गंध आई। उसने अन्य ग्रामीणों को बुलाया। झाड़ियों में जाकर देखा तो वहां सुधा का शव मिला। शव की हालत बेहद खराब थी। चेहरा काला पड़ चुका था और उसका शरीर भी फूल गया था।
कॉल डिटेल से आरोपी तक पहुंची पुलिस
सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष संदीप कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम और फोरेंसिक जांच के लिए मुजफ्फरपुर भेजा दिया। पुलिस ने युवती के कॉल डिटेल्स को जब खंगाला तो घटना के दिन लड़की और अभियुक्त के बीच बात चित हुई थी।
इसके आधार पर पुलिस आरोपी को गिरफ्तार की। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि लड़की का मोबाइल तोड़ कर तलाब में फेक दिया था। पुलिस ने युवती के इस्तेमाल किए गए मोबाइल को बरामद किया। इसमें 2 सिम लगे थे। इसमें एक सिम आरोपी के नाम पर था।
डेढ़ साल पहले आरोपी युवती के घर ट्रैक्टर चलाता था। इसी दौरान दोनों में दोस्ती हुई और कुछ दिन बाद ही वो दोस्ती प्यार में बदल गई। लड़की के साथ रिलेशन में आने के बाद ही उसने उसे सिम दिया था, ताकि वो उससे बात कर सके और किसी को पता भी न चले।
पुलिस ने दोनों आरोपी को भेजा जेल
एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि एसडीपीओ अभय कुमार रंजन के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया था। टीम ने तकनीकी और मानवीय जांच के आधार पर आरोपियों को पकड़ा। युवती का शव 25 अप्रैल को झाड़ियों से बरामद हुआ था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।