भगवान परशुराम का मनाया जन्मोत्सव: मथुरा में सामाजिक समरसता का दिया परिचय, गोष्ठी का भी हुआ आयोजन – Mathura News h3>
परशुराम शोभायात्रा समिति और अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा ने सामाजिक समरसता का परिचय देते हुए वाल्मीकि भाइयों के सम्मान किया
अक्षय तृतीय के पर्व पर भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में अलग अलग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। परशुराम शोभायात्रा समिति और अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा ने सामाजिक समरसता को आगे बढ़ाते हुए वाल्मीकि भाइयों का सम्मान किया वहीं राष्ट्रीय ब्राह्मण
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सामाजिक समरसता के प्रतीक हैं भगवान परशुराम
परशुराम शोभायात्रा समिति वृंदावन एवं अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के संयुक्त तत्वाधान में अक्षय तीज पर भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर सामाजिक समरसता को आगे बढ़ाते हुए वाल्मीकि भाइयों मदन मोहन वाल्मीकि और सदानंद भारती का सम्मान किया एवं उपहार भेंट कर सामाजिक एकता का परिचय दिया। शोभा यात्रा समिति के मुख्य संयोजक पं आशीष गौतम चिंटू ने कहा कि विप्र समाज सदैव से वसुधैव कुटुंबकम की भावना को मानने वाला रहा है। ब्राह्मणों ने सदैव समाज के अंतिम व्यक्ति को सम्मान दिया है। हम कभी जातिवादी नहीं रहे।
कार्यक्रम में दो वाल्मीकि भाइयों का सम्मान किया गया
मातृ शक्ति का होगा सम्मान
जिला अध्यक्ष इंजी. राजकुमार शर्मा, ब्रज प्रदेश महामंत्री राजेश पाठक ने कहा कि भगवान वाल्मीकि ने परशुराम जी की महिमा को रामायण के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाया। कुछ लोगों की मानसिकता ब्राह्मणों को केवल नीचा दिखाना एवं जातिवादी बताना रहा है। इस अवसर पर भगवान परशुराम मंदिर पर अखंड रामायण पाठ का समापन एवं भंडारा व जनमानस को शीतलता प्रदान करने के लिए कूलर सेवा की गई। कार्यक्रम में यह तय किया गया की 1 मई को मातृ शक्ति सम्मान किया जाएगा।
भगवान परशुराम शास्त्र और शस्त्र के ज्ञाता
वृंदावन राष्ट्रीय ब्राह्मण सेवा संघ के तत्वाधान में गोधूलि पुरम स्थित हरिदास धाम में परशुराम आविर्भाव महोत्सव वेद ध्वनि के मध्य दीप प्रज्वलन करके तथा पुष्पार्चन सहित धूमधाम से मनाया गया। अध्यक्षता करते हुए संत गोविंदानंद तीर्थ महाराज ने कहा कि भगवान परशुराम न केवल शास्त्र के ज्ञाता थे बल्कि शस्त्र के भी विशेषज्ञ थे। ब्राह्मण को चाहिए कि शास्त्र और शास्त्र का भी उपयोग सावधानीपूर्वक करना चाहिए।
राष्ट्रीय ब्राह्मण सेवा संघ की आयोजित गोष्ठी में मौजूद विप्र
सनातन की रक्षा करना ब्राह्मणों का कर्तव्य
जगद्गुरु विश्वेश प्रपन्नाचार्य महाराज एवं ब्राह्मण सेवा संघ के संस्थापक पंडित चंद्र लाल शर्मा ने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा करना ब्राह्मण का कर्तव्य है, ब्राह्मण और क्षत्रिय दोनों का तालमेल ही सनातन धर्म की रक्षा कर सकता है। अध्यक्ष आचार्य आनंद बल्लभ गोस्वामी एवं ब्राह्मण महासभा के संस्थापक पंडित सुरेश चंद्र शर्मा ने कहा कि राष्ट्र धर्म का पालन सनातनियों का विशिष्ट कर्तव्य है। आज विधर्मी सनातन को हानि पहुंचा रहे हैं, इसलिए सावधान रहने की जरूरत है। श्रीमती शशि शुक्ला एवं वर्षा कौशल ने कहा कि अब घर-घर में नारी शक्ति को जागृत करने की आवश्यकता है। स्त्रियों को अस्त्र शस्त्र की शिक्षा देना अनिवार्य हो चुका है। इसलिए हम स्थान स्थान पर महिलाओं को सशक्त करने का अभियान चलाएंगे।