आर्मी जवान ने ही फौजी भाई की हत्या की: सहारनपुर में दोस्तों के साथ मिलकर शराब पिलाई, तीनों ने एक-एक गोली मारी – Saharanpur News

29
आर्मी जवान ने ही फौजी भाई की हत्या की:  सहारनपुर में दोस्तों के साथ मिलकर शराब पिलाई, तीनों ने एक-एक गोली मारी – Saharanpur News

आर्मी जवान ने ही फौजी भाई की हत्या की: सहारनपुर में दोस्तों के साथ मिलकर शराब पिलाई, तीनों ने एक-एक गोली मारी – Saharanpur News

सहारनपुर पुलिस ने शनिवार को फौजी विक्रांत हत्याकांड का खुलासा किया। विक्रांत ने जिस चचेरे भाई के मर्डर में गवाही दी थी। उसके बड़े भाई फौजी सूरज ने ही विक्रांत की हत्या की साजिश रची। उसने गांव के अंकुश और अपने एक दोस्त विशाल को प्लान में शामिल किया।

.

शराब पिलाकर तीनों ने फौजी को एक-एक गोली मारी। पुलिस ने आरोपी अंकुश को अरेस्ट कर लिया है। मुख्य आरोपी सूरज और उसका दोस्त विशाल फरार है। अंकुश ने पूछताछ में बताया कि सूरज को शक था कि उसके छोटे भाई की हत्या करने वाले देवेंद्र से विक्रांत मिल गया है। पढ़िए पूरा खुलासा…

पुलिस ने आरोपी अंकुश को अरेस्ट किया। उसने बताया कि विक्रांत के चचेरे भाई ने ही हत्या की साजिश रची थी।

पहले एक नजर में पढ़िए घटना…

रामपुर मनिहारान के मुंडीखेड़ी गांव निवासी 25 साल के फौजी विक्रांत गुर्जर जम्मू में तैनात थे। वह छुट्‌टी लेकर घर आए थे। 8 अप्रैल को चचेरे भाई के मर्डर मामले में फौजी ने कोर्ट में गवाही दी थी। 9 अप्रैल को घर से बाहर गए। देर रात तक नहीं लौटे। 10 अप्रैल की सुबह घर से 300 मीटर दूर विक्रांत का शव खेत में पड़ा मिला।

उनके सिर, सीने और हाथ में गोलियां मारी गईं थी। ग्रामीणों ने शव देखकर परिवार को सूचना दी। सूचना पर एसएसपी रोहित सजवाण मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया। फोरेंसिक टीम ने जांच की। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।

ये विक्रांत का चचेरा भाई सूरज है, जो हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। सूरज और विक्रांत एक साथ ही अर्मी में भर्ती हुए थे।

अब पढ़िए मामले का खुलासा…

एसपी सिटी व्योम बिंदल ने शनिवार को मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया- विक्रांत की हत्या का मुकदमा उनके चाचा विनोद कुमार ने दर्ज कराया था। विक्रांत के भाई हर्ष ने पुलिस को बताया कि अंकुश उनके भाई को लेकर गया था।

पुलिस ने अंकुश को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले वह उल्टे-सीधे जवाब देता रहा। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना जुर्म कबूल किया। अंकुश ने बताया कि विक्रांत को मारने की साजिश उसके चचेरे भाई सूरज ने रची थी। सूरज भी आर्मी जवान है।

रजत की हत्या के मामले में 8 अप्रैल को कोर्ट में गवाही थी। 10 अप्रैल को बाबा सेठपाल की तेरहवीं थी। इसलिए विक्रांत घर आया था। सूरज भी छुट्‌टी लेकर घर आया हुआ था। सूरज ने विक्रांत के मर्डर की योजना बनाई। उसने मुझे बुलाया और प्लान बताया। मैं उसके प्लान में शामिल हो गया। फिर सूरज ने यमुनानगर से अपने दोस्त विशाल को बुला लिया।

मृतक विक्रांत फौजी की फाइल फोटो।

पहली गोली सूरज ने विक्रांत के सिर में मारी

अंकुश ने बताया- मैं 9 अप्रैल की शाम विक्रांत को बाइक से लेकर गांव के बाहर के खेत तक लाया। यहां खेत की चकरोड़ पर हम सभी ने बैठकर शराब पी। जब विक्रांत अधिक नशे में हो गया तो तीनों ने एक-एक गोली मारी। पहली गोली सूरज ने उसके सिर में मारी।

फिर मैंने उसके सीने में दूसरी गोली मारी। तीसरी गोली विशाल ने मारी। इससे विक्रांत की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद हम लोग अपने घर लौट गए। हम तीनों लोग अपने-अपने तमंचे लेकर पहुंचे थे। भागते समय उसने अपना तमंचा गांव के बाहर तालाब के किनारे झाड़ियों में छिपा दिया। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।

अब पढ़िए हत्या की वजह…

आरोपी अंकुश ने बताया, 24 जुलाई 2020 में विक्रांत के चचेरे भाई रजत का गांव निवासी देवेंद्र से विवाद हो गया था। विक्रांत समझौता करने के लिए चचेरे भाई रजत को लेकर देवेंद्र के पास गया था। समझौते के दौरान विवाद बढ़ गया।

देवेंद्र ने अपने साथियों कपिल, दिनेश, रॉकी और एक अज्ञात के साथ मिलकर रजत को चाकू मार दिया। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। मामले में देवेंद्र और सभी आरोपी जेल चले गए थे। हत्याकांड में विक्रांत फौजी गवाह था।

कुछ महीने पहले ही देवेंद्र जमानत पर जेल से छूटा और विक्रांत से उसकी नजदीकियां बढ़ने लगीं। जो रजत के भाई सूरज उर्फ भूरा फौजी को नागवार गुजरी। इसी रंजिश में सूरज ने हत्या की साजिश रची।

घर से 300 मीटर की दूरी पर विक्रांत का शव पड़ा मिला था।

सूरज के प्लान में अंकुश क्यों शामिल हुआ अंकुश ने बताया कि इस साल विक्रांत होली की छुट्टी में घर आया था। तब विक्रांत का मेरे चाचा किशनपाल से विवाद हो गया था। विक्रांत ने मेरे चाचा को बहुत पीटा। मैं बीच-बचाव करने गया तो मुझे भी पीटा। इससे मैं भी विक्रांत से रंजिश रखने लगा था। मैं बदला लेने की फिराक में था। इसी बीच सूरज ने विक्रांत के मर्डर का प्लान बताया तो मैं उसके प्लान में शामिल हो गया।

आर्मी में एक साथ भर्ती हुए थे विक्रांत और सूरज पुलिस के अनुसार, 2019 में विक्रांत पंवार और उसका चचेरा भाई सूरज एक साथ फौज में भर्ती हुए थे। दोनों राजपूताना राइफल्स में थे। दोनों की ड्यूटी जम्मू-कश्मीर में थी। हत्याकांड के बाद आरोपी सूरज फौजी पूरे दो दिन तक गांव में ही रहा। विक्रांत के अंतिम संस्कार में शामिल हुआ। फिर आरोपी सूरज फौजी अपनी ड्यूटी पर लौट गया।

…………………….

ये खबर भी पढ़ें-

सहारनपुर में फौजी की गोली मारकर हत्या:भाई के मर्डर में 2 दिन पहले दी गवाही, जम्मू से 4 दिन पहले घर आया था

सहारनपुर में 25 साल के सेना के जवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घर से 300 मीटर दूरी शव मिला। एक गोली सिर में तो दूसरी सीने पर मारी गई। दो दिन पहले चचेरे भाई के मर्डर मामले में फौजी ने कोर्ट में गवाही दी थी।

25 साल के फौजी विक्रांत गुर्जर जम्मू में तैनात थे। 4 दिन पहले छुट्‌टी लेकर घर आए थे। वारदात जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर रामपुर मनिहारान के मुंडीखेड़ी गांव की है। फौजी के छोटे भाई हर्ष ने बताया- भाई रात 8.30 बजे खाना खाकर टहलने बाहर निकला था।

काफी देर तक घर नहीं लौटा तो मोबाइल पर कॉल की तो फोन स्विच ऑफ था। हम लोगों ने आसपास तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। पढ़ें पूरी खबर

उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News