प्रतापगढ़ कलेक्ट्रेट में गर्मी में व्यवस्थाओं पर हुई बैठक: कलेक्टर ने की हीट वेव को लेकर सतर्क रहने की अपील, CMHO ने दिए गर्मी में सेहतमंद रहने के टिप्स – pratapgarh (Rajasthan) News h3>
गर्मी का असर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में जिला कलेक्टर डॉ. अंजलि राजोरिया ने सभी जिलेवासियों से लू और तापघात से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि गर्मी की लहर से शरीर में पानी की कमी, ऐंठन और थकावट जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं।
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मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. जीवराज मीणा ने लू व हीट स्ट्रोक (तापघात) के लक्षणों की जानकारी देते हुए बताया- सिरदर्द, बुखार, उल्टी, अत्यधिक पसीना आना, और बेहोशी इसके प्रमुख लक्षण हैं। उन्होंने बताया कि गर्मी से शरीर में ऐंठन, हल्का बुखार और सूजन आ सकती है, वहीं हीट एग्जॉर्शन की स्थिति में व्यक्ति को थकावट, चक्कर, मितली और मांसपेशियों में खिंचाव महसूस हो सकता है।
स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी जानकारी और आपात स्थिति में मदद के लिए टोल फ्री नंबर 104/108 पर संपर्क किया जा सकता है।
स्वास्थ्य विभाग ने दिए बचाव के सुझाव:
- घर से निकलने से पहले भरपूर पानी पीएं।
- सूती व ढीले कपड़े पहनें।
- सिर को ढककर ही धूप में निकलें।
- छाछ, लस्सी और नींबू पानी जैसे तरल पदार्थों का सेवन करें।
- खाली पेट घर से बाहर न निकलें।
- कार्बोनेटेड कोल्ड ड्रिंक्स से बचें, क्योंकि ये शरीर का तापमान बढ़ा सकती हैं।
- लू के लक्षण दिखने पर ORS घोल का सेवन करें और तुरंत नजदीकी अस्पताल जाएं।
डॉ. मीणा ने बताया कि सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर ORS पैकेट और जिंक की गोलियां मुफ्त में उपलब्ध हैं।
लू लगने या तापघात होने पर करें ये उपाय-
- सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- धूप से बचें, ठंडी जगह पर रहें।
- शरीर पर गीला तौलिया लपेटें।
- अधिक मात्रा में पानी, जूस, छाछ या लस्सी पिएं।
- बीमार व्यक्ति को ढीले, हल्के कपड़े पहनाएं।
- त्वचा पर ठंडे और गीले कपड़े का प्रयोग करें।
- लगातार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में ठंडा पानी पिलाते रहें।
- यदि व्यक्ति पानी न पी रहा हो, उल्टियां कर रहा हो या बेहोश हो जाए तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें।
बच्चों को लू से बचाना जरूरी: हरकतों से पहचानें लक्षण
सीएमएचओ डॉ. मीणा ने बताया कि बच्चों में लू लगने के लक्षण पहचानना जरूरी है। यदि बच्चा सामान्य से अधिक सुस्त हो, चिड़चिड़ा व्यवहार करे, त्वचा रूखी या सख्त हो, दूध या स्तनपान लेने से इनकार करे या पेशाब कम या बिल्कुल न कर रहा हो तो तुरंत सावधानी बरतें और नजदीकी चिकित्सक से संपर्क करें।
बच्चों की देखभाल में रखें ध्यान:
- उन्हें ढीले, सूती कपड़े पहनाएं।
- ताजा आहार और तरल पदार्थ दें।
- घमौरियों से बचाव करें।
- बच्चों को छायादार और ठंडी जगह पर रखें।
- उनके शरीर में हाइड्रेशन बनाए रखना अत्यंत जरूरी है।