आधी रात कमरे में बेड पर पति की लहूलुहान लाश: पत्नी बोली थी- गला काट सुसाइड किया; 3 सबूत कर रहे थे मर्डर का इशारा…पार्ट 1 – Rajasthan News h3>
4 मार्च, 2021, जयपुर के फुलेरा का हिरनोदा गांव।
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देर रात करीब ढाई बजे अचानक गांव में एक घर से जोर-जाेर से महिला के रोने की आवाज आ रही थी। ये घर दिनेश वर्मा का था। यहां दिनेश पत्नी हेमलता उर्फ हेमा और 2 बच्चों के साथ रहते थे। बेटी की उम्र 5 और बेटे की उम्र 3 साल थी। दिनेश की शादी करीब 7 साल पहले हुई थी।
हेमा के रोने-चीखने की आवाज सुनकर घर के दूसरे हिस्सों में रह रहे लोगों की नींद टूटी। हेमा की सास, चाचा ससुर का परिवार और आसपास के लोग वहां पहुंचे। दरवाजा बंद था। अंदर हेमा चीख-चिल्ला रही थी।
परिवार वालों ने दरवाजा खटखटाया- दिनेश, दरवाजा खोलो। बहू क्यों रो रही है? यह सुनकर हेमा ने रोते-बिलखते कमरे की चिटकनी गिराकर दरवाजा खोला। दरवाजा खुलते ही अंदर का मंजर देख हर कोई सन्न रह गया। दिनेश की खून से लथपथ लाश बेड पर पड़ी थी। गला कटा हुआ था। चारों तरफ खून ही खून था।
पत्नी हेमा ने घरवालों और पुलिस को बताया कि वह सो रही थी। तभी दिनेश ने गला काटकर सुसाइड कर लिया। (फोटो मेटा एआई जनरेटेड)
पत्नी बोली- इन्होंने अपने आप को मार लिया हेमा ने सब से कहा- इन्होंने अपने आप को मार लिया। हमें बर्बाद कर दिया। मैं सो रही थी, इसी दौरान इन्होंने खुद का गला काट कर खुदकुशी कर लिया। मेरी नींद खुली तो ये इसी तरह लहूलुहान पड़े थे। हे भगवान, इन्होंने यह क्या कर लिया? अब मेरा और बच्चों का क्या होगा। कुछ लोग हेमा को संभालने लगे।
परिवार वाले कमरे के अंदर गए तो देखा कि दिनेश की लाश के पास बेड पर खून से सना एक चाकू पड़ा था। आशंका हुई कि शायद उसी से गला काट कर उसने सुसाइड कर लिया होगा। उसी समय फुलेरा थाने को सूचना दी गई।
तत्कालीन फुलेरा SHO रणजीत सिंह पुलिस टीम के साथ हिरनोदा स्थित दिनेश वर्मा के घर पहुंच गए। रणजीत सिंह ने घटनास्थल पर बेड, दिनेश की लाश और चाकू की जांच की। उन्होंने घटनास्थल का बारीकी से मौका-मुआयना किया तो दिनेश की सुसाइड की कहानी पर शक हुआ।
दिनेश और हेमा की शादी 7 साल पहले हुई थी।
पुलिस के गले नहीं उतरी सुसाइड की कहानी SHO रणजीत को शुरुआत में हेमा की कहानी पर शक हुआ, लेकिन वे पुख्ता तौर पर कुछ नहीं बोल रहे थे। जब मौके से कोई ठोस एविडेंस (सबूत) नहीं मिला तो उन्होंने घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को दी। दूदू के तत्कालीन एडिशनल एसपी ज्ञान प्रकाश नवल, सीओ (सांभर) कीर्ति सिंह, सांभर SHO हवा सिंह घटनास्थल पर पहुंचे।
मौके पर एफएसएल टीम, एमओबी और डॉग स्क्वायड को भी बुला लिया गया। पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। एफएसएल एवं एमओबी टीम ने सबूत जुटाए। साइबर टीम को भी घटनास्थल पर बुलाया था।
हेमलता के कहने के कारण उसके घर का हर शख्स इस घटना को सुसाइड मान रहा था। दूसरी ओर, हेमलता की कहानी गले नहीं उतर रही थी।
शक की पहली वजह : गले का गहरा घाव एक बात और पुलिस को खटक रही थी कि दिनेश के गले पर घाव की गहराई काफी ज्यादा थी। पुलिस का मानना था कि कोई आदमी जब अपने ऊपर वार करता है तो इतनी ताकत से नहीं कर सकता। गला काटने में इतना गहरा घाव तभी हो सकता है जब वार किसी और ने किया हो।
शक की दूसरी वजह : हाथों पर खून नहीं दिनेश (मृतक) के हाथ भी कुछ अलग कहानी कह रहे थे। दिनेश के हाथों पर मामूली सा खून लगा हुआ था। पुलिस का मानना था कि यदि कोई व्यक्ति अपने हाथ से अपना गला काटता, तो खून का फव्वारा निकलता और उसके हाथ पूरे के पूरे खून से सने होते।
शक की तीसरी वजह : बिस्तर पर सिलवटें नहीं पुलिस और एफएसएल टीम ने देखा कि दिनेश का गला कटा हुआ था, लेकिन उसके बिस्तर पर सिलवटें नहीं थीं। ऐसे में शक हुआ कि यदि वहीं पर गला काटा होता तो दिनेश दर्द से छटपटाता। ऐसे में संभव ही नहीं है कि कि बेडशीट वैसी की वैसी बिछी रहती।
इसी बेड पर हेमा के पति दिनेश की लाश मिली थी।
पुलिस हर हरकत पर रख रही थी नजर पुलिस ने हेमलता से पूछताछ की। पुलिस के सामने भी हेमलता ने वही कहानी दोहराई। पुलिस काे उसकी कहानी पर विश्वास नहीं था, लेकिन मौके की नजाकत को समझते हुए शव को पोस्टमाॅर्टम के लिए फुलेरा हॉस्पिटल में भेज दिया गया।
इसके बाद पुलिस टीम ने हेमलता के साथ अन्य परिजनों पर नजर रखना शुरू कर दिया। इस बीच पुलिस की नजर एक शख्स पर पड़ी, जो दिनेश के घर में और घर के आस-पास लगातार मंडरा रहा था।
पुलिस को इस शख्स की एक्टिविटी संदिग्ध लग रही थी। ऐसे में संबंधित युवक के बारे में पुलिस ने जानकारी जुटानी शुरू कर दी। पड़ताल में पता चला कि वो दिनेश (मृतक) के रिश्ते का भाई योगेश है।
वो कार्रवाई के दौरान पुलिस अधिकारियों के इर्द-गिर्द मंडरा रहा था। हालांकि योगेश पुलिस से कोई बात नहीं कर रहा था। पुलिस को ऐसा लगने लगा था कि योगेश पुलिस पर ही नजर रख रहा है। ऐसे में योगेश पर पुलिस की पूरी नजर थी।
दोनों साथ में करते थे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी पुलिस जांच में सामने आया कि गांव हिरनोदा के रहने वाले दिनेश वर्मा की शादी करीब 7 साल पहले हेमलता उर्फ हेमा से हुई थी। दिनेश 2 बच्चों का पिता बना। घर के खर्चे बढ़ गए, लेकिन दिनेश की कहीं नौकरी नहीं लगी तो वह दूसरे काम करके परिवार का पालन-पोषण करने लगा।
हेमलता प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। उसके पड़ोस में रहने वाला 26 वर्षीय योगेश वर्मा भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। योगेश रिश्ते में हेमलता का देवर लगता था।
दोनों प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी साथ कर रहे थे। इस दौरान पढ़ाई को लेकर दोनों नोट्स वगैरह भी शेयर करते थे। दिनेश सुबह काम के लिए घर से निकल जाता था। शाम को ही लौटता था। हेमा अपने दोनों बच्चों के साथ पूरे दिन घर में अकेली रहती थी।
योगेश रिश्ते में हेमलता का देवर लगता था। दोनों प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी साथ कर रहे थे। -फोटो मेटा एआई से जनरेटेड है।
दिनेश की गैरमौजूदगी में भी उसके घर आता था योगेश योगेश अक्सर दिनेश की गैर मौजूदगी में हेमलता के पास आ कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने लगा। प्रतियोगी परीक्षा होती, तब भी दोनों साथ ही जाते थे। दोनों में देवर-भाभी का रिश्ता था। ऐसे में हंसी-ठिठोली भी होती थी।
हेमा की सास अपने छोटे बेटे के पास सटे मकान में रहती थी। दिनेश की मौत के बाद सास सहित परिवार में कोई भी योगेश पर अंगुली नहीं उठा रहा था। इसके बावजूद पुलिस हेमलता की बात पर विश्वास नहीं कर रही थी। साथ ही योगेश और हेमलता के रिश्ते पर भी शक था।
कई सवाल थे, जिनके जवाब पुलिस तलाश रही थी…
- दिनेश की हत्या हुई या उसने सुसाइड किया?
- हत्या हुई तो क्यों और सुसाइड किया तो उसकी वजह क्या थी?
- योगेश पुलिस अधिकारियों पर नजर क्यों रख रहा था?
कल पार्ट-2 में पढ़िए इन सभी सवालों के जवाब…