विवादित बयान देने पर बजरंगदल का नेता कृष्णा अरेस्ट: बयान से शहर में माहौल बिगड़ते बचा, शहर के चारों जोन में पुलिस ने किया रूट मार्च – Kanpur News h3>
पुलिस हिरासत में कृष्णा तिवारी।
कानपुर की स्वरूप नगर पुलिस ने भड़काऊ बयान देने पर बजरंग दल के नेता कृष्णा तिवारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके अरेस्ट कर लिया। उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। कृष्णा के बयान से शहर में माहौल गर्म हो गया था, पुलिस अफसरों ने एक्शन लेकर माहौल को
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एलआईयू की रिपोर्ट…बयान से शहर में बिगड़ सकता है माहौल
स्वरूप नगर थाने में तैनात दरोगा विपिन कुमार की तहरीर पर खुद को बजरंगदल का महानगर प्रमुख बताने वाले कृष्णा तिवारी समेत 15 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। दरोगा ने बताया कि 18 मार्च को कृष्णा तिवारी ने अपने समर्थकों के साथ मोतीझील शिवाजी प्रतिमा के पास औरंगजेब का पुतला दहन किया था। इसके साथ ही औरंगजेब की कब्र को लेकर भड़काऊ बयान दिया था। कृष्णा के भड़काऊ बयान से शहर का माहौल गर्म हो गया। एलआईयू ने गोपनीय रिपोर्ट देते हुए बताया कि इस बयान से शहर में हिंसा भड़क सकती है। इसके बाद एलआईयू की रिपोर्ट को आधार बनाकर कृष्णा तिवारी, उसके साथी सुमित, अनिल, आलोक और 10 से 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की कोशिश समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। इसके बाद पुलिस ने कृष्णा तिवारी को अरेस्ट करके शांतिभंग की कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया।
एडिशनल सीपी हरीश चंदर फोर्स के साथ पैदल रूट मार्च करते हुए।
शहर के माहौल को गर्म देखते हुए और गंगा मेला के पर्व के चलते एडिशनल सीपी हरीश चंदर खुद सड़क पर उतरे और शहर के हॉट स्पॉट यानी सेंसटिव इलाकों में भारी फोर्स के साथ पैदल गश्त किया। इसी तरह कानपुर के डीसीपी ईस्ट, वेस्ट, साउथ और सेंट्रल ने फोर्स के साथ अपने-अपने क्षेत्र के सेंसटिव इलाके में पैदल गश्त की।
अरेस्टिंग के बाद बजरंग दल का नेता मानने से इनकार
एडिशनल डीसीपी लॉ एंड ऑर्डर हरीश चंदर ने बताया कि कृष्णा तिवारी के संबंध में बजरंग दल के वरिष्ठ नेताओं से बात की गई तो सामने आया कि वह किसी भी पद पर नहीं है। उसका बजरंग दल से कोई सरोकार नहीं है। इस तरह के विवादित और भड़काऊ बयान देने वालों के खिलाफ बजरंग दल के पदाधिकारियों ने खुद कार्रवाई की मांग की है।