इंक फैक्ट्री में बॉयलर फटा, एक की मौत: आस-पास के कई घरों में आई दरारें, कांच टूटे; पुलिस-प्रशासन को नहीं दी सूचना – Bhiwadi News

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इंक फैक्ट्री में बॉयलर फटा, एक की मौत:  आस-पास के कई घरों में आई दरारें, कांच टूटे; पुलिस-प्रशासन को नहीं दी सूचना – Bhiwadi News

इंक फैक्ट्री में बॉयलर फटा, एक की मौत: आस-पास के कई घरों में आई दरारें, कांच टूटे; पुलिस-प्रशासन को नहीं दी सूचना – Bhiwadi News

भिवाड़ी में अलवर-भिवाड़ी मेगा हाईवे-48 पर इंक बनाने की फैक्ट्री में बॉयलर फट गया। हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। धमाके से एक मकान की दीवार ढह गई। वहीं 10-12 घरों के शीशे टूट गए और कई मकानों में दरारें आ गई। विस्फोट इतना तेज थ

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हादसे के बाद कंपनी प्रबंधन ने फैक्ट्री के दोनों गेट बंद कर दिए। घटना की जानकारी न तो प्रशासन को दी और न ही पुलिस को। सूचना मिलने पर एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी ने खुशखेड़ा थानाधिकारी हनुमान प्रसाद यादव को मौके पर भेजा। बॉयलर फटने से झारखंड के पथरिया गांव निवासी मजदूर शेख जमशेद की मौत हो गई।

विस्फोट के बाद फैक्ट्री से अलग-अलग लोहे के हिस्से बाहर आकर बिखर गए।

ग्रामीण अकबर खान ने बताया- धमाके की वजह से गांव में नुकसान हुआ है। वहीं अब्बास खान ने बताया कि बच्चे बाहर खेल रहे थे। धमाके से लोहे के कुछ टुकड़े आकर गिरे। इस दौरान बच्चे बाल-बाल बच गए।

असर खान ने बताया-कंपनी गांव वालों के लिए खतरा बन चुकी है। अप्रैल 2024 में भी कंपनी में भीषण आग लगी थी। पुलिस और प्रशासन ने आधा किलोमीटर का एरिया खाली कराकर अपने कब्जे में ले लिया था। आग से फैक्ट्री दो दिन तक धधकती रही और केमिकल के ड्रम लगाकर फटते रहे थे।

आगजनी के समय फैक्ट्री के अंदर करीब 310 कर्मचारी थे, जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया था। आसपास के घरों को काफी नुकसान पहुंचा था। उसके बाद भी कंपनी में सुरक्षा के लिए इंतजाम नहीं किए गए। ग्रामीणों ने कंपनी को यहां से हटाने की भी मांग की है।

धमाके से बणवीरपुर गांव में एक मकान की दीवार गिर गई।

एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। विस्तृत रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।

1994 से चल रही है फैक्ट्री जानकारी के अनुसार साल 1991 में जमीन खरीदी गई थी। साल 1994 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरोंसिंह शेखावत ने कंपनी का उद्घाटन किया था। उस समय कंपनी के मालिक स्विट्जरलैंड के विमल जालान थे।

उस समय कंपनी का नाम सिक्पा था, लेकिन उसके दस साल बाद इसका नाम बदलकर पीबू इंक कर दिया गया था। यह नाम 2 साल तक चला था। इसके बाद फिर कंपनी का नाम बदलकर सिजवर्क कर दिया गया, जापानी फर्म कंपनी को चला रही है। अभी कंपनी के मालिक मिस्टर केलर है।

धमाके से कई घरों की दीवारों में दरार आ गई।

दो गांवों में तीन हजार लोगों की आबादी कंपनी के पास बणवीरपुर और बीबीपुर दो गांव हैं। बीबीपुर गांव और कंपनी के बीच में मात्र एक सड़क ही है। इसी तरह कंपनी से बणवीरपुर गांव की दूरी 500 मीटर है। बीबीपुर गांव में करीब 2 हजार और बणवीरपुर में एक हजार लोगों की आबादी है।

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भिवाड़ी में 15 घंटे से धधक रही फैक्ट्री,गांव खाली कराया:अंदर थे 310 कर्मचारी, 5 किमी. दूर से दिख रहा था धुआं

अलवर के भिवाड़ी में इंक बनाने की फैक्ट्री करीब 15 घंटे से धधक रही है। फायर ब्रिगेड की टीम आग बुझाने में जुटी हुई है। आग सुबह 9 बजे लगी। एक वेयर हाउस और एक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट पूरी तरह आग की चपेट में आ गया है। आग लगते ही फैक्ट्री के अंदर रखे केमिकल के ड्रमों में धमाका होने लगा, जिसका धुआं 5 किमी दूर से भी देखा जा रहा था। (यहां क्लिक करें)

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