अकेले होंगे तो टूट जाएंगे-पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री: बोले-कुत्ता अकेला होने पर भाग जाता है, लेकिन मधुमक्खियां के झुंड में होने पर दूसरे को भागना पड़ता – Gopalganj News

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अकेले होंगे तो टूट जाएंगे-पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री:  बोले-कुत्ता अकेला होने पर भाग जाता है, लेकिन मधुमक्खियां के झुंड में होने पर दूसरे को भागना पड़ता – Gopalganj News

अकेले होंगे तो टूट जाएंगे-पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री: बोले-कुत्ता अकेला होने पर भाग जाता है, लेकिन मधुमक्खियां के झुंड में होने पर दूसरे को भागना पड़ता – Gopalganj News

गोपालगंज के भोरे प्रखंड स्थित राम जानकी मठ में चल रही पांच दिवसीय हनुमत कथा में बाबा बागेश्वर के दर्शन के लिए कई दिग्गज नेता पहुंचे। केंद्रीय जलशक्ति राज्यमंत्री राजभूषण निषाद ने बाबा के दर्शन किए। लोकसभा सांसद मनोज तिवारी भी मौजूद रहे।

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बिहार सरकार के मंत्री हरि साहनी और जीवेश मिश्रा ने भी बाबा का आशीर्वाद लिया। इस दौरान पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी और गायक रितेश मिश्रा भी उपस्थित रहे। कथा के दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हिंदू एकता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि एक या दो घर अकेले होंगे तो टूट जाएंगे।

लेकिन अगर पूरे देश के हिंदू एकजुट रहेंगे तो कोई उन्हें नहीं तोड़ पाएगा। उन्होंने एकता का महत्व समझाते हुए मधुमक्खियों का उदाहरण दिया। कहा कि एक कुत्ता अकेला होने पर भाग जाता है, लेकिन मधुमक्खियां झुंड में होने के कारण इंसान को भागना पड़ता है।

भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग की

बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने एक बार फिर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग की। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ‘हम मंदिरों में भीड़, सड़कों पर तूफान चाहते हैं, रामराज से भरा हिंदुस्तान चाहते हैं। जात-पात को छोड़कर जब सारे सनातनी एक होंगे, तभी भारत हिंदू राष्ट्र कहलाएगा।’

दूसरे दिन अपने कथा की शुरुआत करने से पहले उन्होंने अपने भक्तों से हाल पूछा- ‘का हाल बा, ठीक बा न रउआ सब। हम भी ठीक बा, हम तो बिहार में आकर फुल एनर्जी में हो जाते हैं।​​​​

धीरेंद्र शास्त्री को देखने के लिए भीड़ लगातार बढ़ती जा रही थी। कई लोग उन्हें देखने के लिए टीन शेड पर खड़े हो गए। ये देखकर बाबा ने कहा, ‘ओह, पगला टीन शेड ना तोड़ दिओ…आराम से कथा सुनो। बड़ा गरीबी से टीन शेड लगवाया है। ये भीड़ इस वजह से है, क्योंकि कल यहां दिव्य दरबार लगने वाला है।’

धीरेंद्र शास्त्री ने बताया, कल कथा के बाद दिव्य दरबार लगाएंगे। ये सुनकर वहां मौजूद लोग ताली बजाने लगे।

कथा के बीच में भावुक हुए धीरेंद्र शास्त्री

कथा के बीच में धीरेंद्र शास्त्री भावुक हो गए। अपने पुराने दिन को याद करते हुए उन्होंने कहा, ‘हमारे पिता जी को कोई शादी में नहीं बुलाता था। परिवार वाले अपनी शादी के कार्ड में पिताजी का नाम तक नहीं लिखते थे, क्योंकि हम गरीब थे। फटे कपड़े पहनकर चले जाएंगे तो उनकी इज्जत चली जाएगी, लेकिन हमारी मां कहती थीं, ‘तुम राम को कभी मत छोड़ना, हमारे दिन भी आएंगे।’

हमारे जैसे साधारण इंसान पर जब भगवान राम की कृपा हो सकती है, तो आप भी राम के चरण पकड़ लें।

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धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा, ‘दुनिया में उसी को इज्जत मिलती है, जो फेमस, अमीर या नेता होते हैं। मंचों पर भी वही चढ़ते हैं, जो अमीर होते हैं। गरीब तो सिर्फ ताली बजाने के काम आते हैं। साधारण व्यक्ति को कोई नहीं पूछता है। फोटो भी उन्हीं की खींचती है, जो बड़ा होता है।’

इस दौरान उन्होंने एक शायरी भी सुनाई- मुझे कौन पूछता था तेरी बंदगी से पहले, मैं खुद को ढूंढता था, इस जिंदगी से पहले।

100 KM दूर से पहुंचे भक्त

धीरेंद्र शास्त्री की कथा में आज करीब 40 से 50 हजार भीड़ जुटी। बाबा का कथा सुनने के लिए 100 KM दूर छपरा, सीवान से भक्त यहां पहुंचे। इस दौरान विदेशी लोग भी कथा का आनंद ले रहे थे।

टीका लगाने वाले ने कहा, ‘हम युवा पीढ़ी में पले-बड़े थे, सोशल मीडिया देखते-देखते बड़े हुए थे। 3 साल पहले हम पहली बार बागेश्वर धाम गए थे। वहां जाने के बाद मेरी बुद्धि परिवर्तित हो गई। मैंने सनातनी होने के नाते हाथों में चंदन-टीका पकड़ लिया। अपने कर्तव्य करने निकल गए। जिसकी जैसे श्रद्धा होती है, वो दे देते हैं। जिन्हें नहीं देना, कोई बात नहीं।’

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