मटन पार्टी के बाद भाई की हत्या,गंगा में फेंकी लाश: 23 लाख के लिए प्रेमिका संग मिलकर रची साजिश, शव की तलाश में जुटी NDRF-SDRF – Hajipur (Vaishali) News h3>
वैशाली में 38 साल के युवक की हत्या मामले में पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा किया है। साथ ही पुलिस ने इस मामले मृतक के फुफेरे भाई और उसकी प्रेमिका को गिरफ्तार किया है। वहीं युवक की लाश अब तक बरामद नहीं हुई है।
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वैशाली पुलिस NDRF और SDRF की टीम ने लगातार शव को बरामद करने का प्रयास कर रही है।
मृतक की पहचान राजापाकर थाना क्षेत्र के गौसपुर बरियारपुर पंचायत के पूर्व मुखिया के बेटे पप्पू सिंह के रूप में हुई है। गिरफ्तार आरोपियों ने मिल कर विदुपुर थाना क्षेत्र के घर में पप्पू का मर्डर किया था।
गिरफ्तार आरोपियों में कुणाल उर्फ पिन्टु (फुफेरा भाई), नीतू सिंह (प्रेमिका) और मंजय पासवान (नौकर) शामिल है।
एसपी ललित मोहन शर्मा ने बताया कि ‘मृतक के फुफेरे भाई ने इस साजिश में अपनी प्रेमिका को भी शामिल कर लिया। सभी ने पहले साथ में शराब और मटन पार्टी की। इसके बाद पप्पू पर पहले बांस के डंडे से वार किया, फिर गला दबा कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद लाश को बोरी में डाल कर गंगा नदी में फेंक दिया।”
‘पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए डंडे और स्कार्पियो गाड़ी को बरामद कर लिया है। स्कार्पियों को सुनसान जगह पर लाकर छोड़ दिया था। पुलिस ने एक टोटो भी बरामद किया, जिसका इस्तेमाल शव को ठिकाने लगाने में किया गया।
‘पप्पू ने अपने भाई को 23 लाख रुपए उधार दिए थे। दोनों साथ में गाड़ियों की खरीद बिक्री का काम भी करते थे। इनके बीच पैसों को लेकर विवाद था। इस कारण 3 मार्च की रात हत्या की वारदात हुई है। पप्पू सिंह 2 मार्च को गाड़ी खरीदने के लिए 8 लाख रुपए लेकर निकला था।
GPS रिकॉर्ड से लोकेशन का चला पता
GPS रिकॉर्ड से पता चला कि गाड़ी चकौसन बाजार स्थित फुफेरे भाई कुणाल गौतम के मार्केट के पास करीब 5 घंटे तक खड़ी रही। पुलिस की जांच में सामने आया कि कुणाल गौतम ने पप्पू सिंह से स्कूल भवन निर्माण के लिए 23 लाख रुपए लिए थे। दोनों के बीच सेकेंड हैंड गाड़ियों के व्यापार को लेकर भी विवाद चल रहा था।
पुलिस के साथ गिरफ्तार बदमाश की फोटो।
पुलिस ने शव की बरामदगी के लिए कई जगहों पर छापेमारी की। SDRF की टीम ने गंगा नदी में तलाश कर रही है।
नौकर से पुलिस ने की थी पूछताछ
मृतक के चाचा शंभू सिंह ने बताया कि ‘पप्पू अपने शरीर पर 250 ग्राम सोना पहने हुए था। पुलिस ने इस मामले में कुणाल गौतम, उनकी प्रेमिका और नौकर को हिरासत में लेकर पहले पूछताछ की।
भाई ने हत्या की बात को किया स्वीकार
पूरे प्रकरण को लेकर कई तरह की चर्चाएं सामने आई है। पप्पू के फुफेरे भाई ने स्कूल भवन के निर्माण के लिए एक करोड़ से अधिक की राशि उधार के तौर पर ली थी। हालांकि, पुलिस हिरासत में लिए गए फुफेरा भाई ने यह कबूल किया है कि पप्पू की हत्या कर शव बोरे में रखकर गंगा नदी में फेंक दी है। जिसके आधार पर पुलिस गंगा नदी में शव की तलाश करने में जुटी है।
पिता ने गायब होने को लेकर दिया था आवेदन
दरअसल, पुलिस अधीक्षक ललित कुमार शर्मा को 4 मार्च को राजापाकर थाना के गांव गौशपुर निवासी शिवचन्द्र सिंह की ओर से आवेदन मिला था कि उनका बेटा पप्पू सिंह, जो हाजीपुर में एक गैरेज चलाता था, 3 मार्च को गाड़ीयों का सौदा करने के लिए घर से निकला था और अभी तक घर नहीं लौटा है।
स्कॉर्पियों गाड़ी राघोपुर थाने के पीछे कच्ची सड़क से लावारिस हालत में बरामद की गई है। इस संदर्भ में राजापाकर थाना मामला दर्ज कर जांच की पुलिस ने जांच शुरू की।
हत्या के मामले में भाई और प्रेमिका अरेस्ट हुए है।
भाई की प्रेमिका ने मौत से पहले खिलाया मटन
कुणाल कुमार उर्फ पिन्दु का अपना एक स्कूल है, जिसमें नीतू सिंह शिक्षिका के तौर पर काम करती है। दोनों के बीच संबंध था। नीतू सिंह ने स्वीकार किया है कि वह नशा करती है। घटना के दिन मटन खाने के लिए पप्पू सिंह को स्कूल में बुलाया था।
पार्टी करने का नाटक रचा गया था। इसी क्रम में तीनों अभियुक्तों ने पप्पू सिंह की हत्या की। जिस घर में मर्डर हुआ, उसे हार्पिक से साफ किया था। इस कारण फोरेंसिक टीम को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
आरोपियों ने शव को बिदुपुर पीपापुल से गंगा नदी में फेंकने की बात स्वीकार की है। किसी को शक ना हो इसके लिए मृतक के स्कॉर्पियों वाहन को राघोपुर इलाके में ले जाकर छोड़ दिया गया।
इस मामले को लेकर पुलिस ने डॉग स्क्वायड की टीम के साथ कई ठिकानों पर रेड किया हैं। गंगा नदी में SDRF टीम सर्च अभियान चला रही है।
गंगा नदी में शव को फेंका गया है।
सोने का शौकीन था मृतक
मृतक पप्पू सिंह के चाचा शंभू सिंह ने बताया कि ‘वह जब घर से निकला था, तो सीधे स्कॉर्पियो चकौसन बाजार स्थित फुफेरा भाई कुणाल गौतम के मार्केट के पास चार घंटे 41 सेकेंड तक रुकी थी, जो स्कॉर्पियो में लगे GPS में दिखा रहा है।
चाचा ने बताया कि ‘मेरा भतीजा एकलौता और सोना का शौकीन लड़का था। शरीर पर 250 ग्राम सोना पहने हुए था। उन्होंने बताया कि पप्पू सिंह का कुणाल गौतम से रुपए लेनदेन का विवाद था। दोनों ही सेकेंड हैंड गाड़ियों का खरीद बिक्री करता था। उन्होंने पुलिस से आरोपी का साठगांठ होने का आरोप लगाया है।’