जबलपुर में बिजली विभाग की बड़ी कार्रवाई: 100 से अधिक प्रकरण बने; एसई बोले- सिर्फ 40 प्रतिशत लोग जमा करते थे बिल – Jabalpur News

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जबलपुर में बिजली विभाग की बड़ी कार्रवाई:  100 से अधिक प्रकरण बने; एसई बोले- सिर्फ 40 प्रतिशत लोग जमा करते थे बिल – Jabalpur News

जबलपुर में बिजली विभाग की बड़ी कार्रवाई: 100 से अधिक प्रकरण बने; एसई बोले- सिर्फ 40 प्रतिशत लोग जमा करते थे बिल – Jabalpur News

घमापुर क्षेत्र में लंबे समय से बिजली चोरी हो रही थी।

जबलपुर में बिजली चोरों के खिलाफ शनिवार को बिजली विभाग की 20 टीम ने एक साथ कार्रवाई की। कुछ ही घंटों में 100 से अधिक प्रकरण बनाए गए। इनके खिलाफ रिकवरी भी निकाली गई।

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पुलिस के साथ बिजली विभाग ने घमापुर से लेकर रद्दी चौकी तक एक दर्जन से अधिक क्षेत्रों में बिजली चोरी पकड़ी है। बिजली विभाग के एसई का कहना है कि शासन के निर्देशानुसार यह कार्रवाई सतत जारी रहेगी।

कर्मचारियों ने बिल नंबर मांगा तो आनाकानी करने लगे।

मीटर बंद, चोरी से जली बिजली

बिजली विभाग की टीम ने शनिवार दोपहर को बिजली चोरों के खिलाफ कार्रवाई की। इस दौरान कुछ लोगों ने कर्मचारियों के साथ अभद्रता करने की कोशिश की। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है। दरअसल, जबलपुर शहर के पूर्व संभाग स्थित घमापुर से लेकर भान तलैया, कंजर मोहल्ला, मदार टेकरी, चांदनी चौक, ठक्कर ग्राम, पसियाना में लंबे समय से बिजली चोरी हो रही है।

कई बार कर्मचारी लाइन काटकर भी आए लेकिन कुछ ही देर बाद यहां रहने वाले लोग स्वयं ही बिजली के तार जोड़ लेते थे। जिस इलाके में आज कार्रवाई हुई है, वहां से सिर्फ 40 प्रतिशत ही बिजली के बिल की वसूली होती है, जबकि 60 प्रतिशत लोग चोरी की बिजली का उपयोग करते हैं। अधिकतर घरों में बिजली के मीटर तो लगे हैं, लेकिन वे बंद हैं। तार सीधे मैन लाइन में लगाकर बिजली का उपयोग किया जाता है।

मीटर इतना पुराना कि नंबर तलाश करते रह गए कर्मचारी।

बिजली देते हैं, वसूली नहीं होती

सुपरिटेंडेंट इंजीनियर संजय अरोड़ा का कहना है कि जबलपुर शहर क्षेत्र में कार्रवाई की गई है। यहां पर विवाद की स्थिति बनी रहती है। 2-4 कर्मचारियों को भेजना खतरे से खाली नहीं है। प्रति यूनिट जो हमें पैसा मिलना चाहिए वो 5 रुपए 13 पैसे है, लेकिन घमापुर से लेकर रद्दी चौकी के बीच स्थित रहने वाले लोगों से 1 रुपए 34 पैसे से 1 रुपए 96 पैसे की दर से बिजली का बिल देते हैं, ऐसे में समझा जा सकता है कि इस क्षेत्र में रहने वाले लोग सालों से इसी तरह से बिजली का उपयोग कर रहे हैं। जिसके चलते विभाग और शासन दोनों को नुकसान हो रहा है।

घमापुर से रद्दी चौकी तक चला विभाग का महाअभियान।

100 से ज्यादा केस हुए रजिस्टर्ड

सुपरिटेंडेंट इंजीनियर (SE) संजय अरोड़ा ने बताया कि शनिवार की दोपहर से लेकर देर शाम तक कार्रवाई के दौरान 100 से अधिक केस रजिस्टर्ड हुए है। सभी के ऊपर बिजली चोरी के तहत मामला रजिस्टर्ड किया गया है, इसके अलावा बिलिंग अधिनियम के तहत इन से वसूली भी की जाएगी। इनसे कहा जा रहा है कि राशि का भुगतान करें, अगर समय-सीमा के बाद भी यह लोग पैसे जमा नहीं करते हैं तो मामले को कोर्ट में लेकर जाएंगे। जहां कोशिश की जाएगी कि बिजली चोरी के मामले में इन लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाते हुए जेल भिजवाया जाए।

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