तेजस्वी बगैर संघर्ष के नेता बने, वे क्या करेंगे: राष्ट्रीय सचिव ने कहा- उनका एक ही गुण है कि राजद के युवराज हैं, काम तो करना नहीं है – Begusarai News h3>
बेगूसराय में हम के राष्ट्रीय सचिव और मुंगेर प्रमंडल प्रभारी निलेश कुमार सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव को और कोई काम ही नहीं है। आंदोलन करके नेता नहीं बने हैं, धरना-प्रदर्शन करके नेता नहीं बने हैं। उनका एक ही गुण है कि राजद के युवराज हैं।
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आखिर क्या करेंगे। घर से निकलेंगे, ट्वीट करेंगे, गाड़ी पर बैठेंगे, कुछ बोल देंगे, जमीन पर तो उनको कोई काम करना नहीं है। आंदोलन नहीं किया, लाठी नहीं खाई, कभी धरना-प्रदर्शन नहीं किया। प्रखंड अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष या प्रदेश सचिव नहीं बने, वे तो डायरेक्ट नेता बन गए हैं।
लालू यादव के हाथ से सत्ता चली गई है। वे विपक्ष में हैं, तो आखिर क्या करेंगे। वह कैसे कहेंगे कि एनडीए 225 पार है, उनकी राजनीति कैसे चलेगी। वह राजनीति में बने रहने के लिए अपना काम कर रहे हैं।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के कार्यक्रम को लेकर तैयारी।
विपक्ष के पास न कोई विजन है न कोई मुद्दा
निलेश ने कहा कि हम बताने जा रहे हैं कि एनडीए की सरकार में कैसे सामाजिक समरसता है। अबकी बार 225 पार और फिर से नीतीश कुमार ही लक्ष्य है। विपक्ष के पास न कोई विजन है न कोई मुद्दा है। दो लाख नौकरी क्या कम बात है, इतनी नौकरी देने वाली सरकार है।
विकास करने वाली सरकार है, हर जगह फोरलेन-सिक्सलेन सड़क बन रही है। बिहार का बजट 15000 करोड़ का हुआ करता था, आज एक शहर में लाख-करोड़ का काम हो रहा है। इसलिए यहां कोई कंपटीशन नहीं है।
हम का दलित समागम 28 फरवरी को
दरअसल, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) की तरफ से 28 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में दलित समागम का आयोजन किया जाएगा। जिसका लक्ष्य गरीब, शोषित और वंचित समाज के लिए हक और न्याय की लड़ाई लड़ना। नारा है राष्ट्रपति का बेटा हो या भंगी की संतान, सबको शिक्षा एक समान। इस दलित समागम का आयोजन 11 सूत्री मांगों को लेकर किया जा रहा है।
जिसमें डॉ. श्रीकृष्ण सिंह और बाबा दशरथ मांझी को भारत रत्न देने, नागपुर के दीक्षाभूमि में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की विशाल प्रतिमा लगाने आदि की मांग की गई है। दलित समागम में बेगूसराय से भी हजारों कार्यकर्ता भाग लेंगे।
इन्ही सब बातों के जिक्र के लिए राष्ट्रीय सचिव और मुंगेर प्रमंडल प्रभारी निलेश कुमार सिंह ने बेगूसराय में आयोजित प्रेस वार्ता आयोजित की थी।
उन्होंने कहा है कि इस दलित समागम में जो 11 सूत्री मांगे उठाई जाएगी, वह सभी समाज के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। सभी वर्गों की बेटियों के लिए शबरी सम्मान योजना लागू हो। पेंशन की न्यूनतम राशि 2000 प्रति माह की जाए और इसे महंगाई भत्ता की तर्ज पर हर वर्ष बढ़ाया जाए। बालिकाओं की शिक्षा पूरी तरह से निःशुल्क हो।
राष्ट्रीय सचिव ने सभी का किया अभिवादन।
स्वास्थ्य बीमा योजना को बढ़ाकर 10 से 15 लाख किया जाए
कहा कि जीविका दीदी, रसोईया, आशा दीदी, ममता दीदी, टोला सेवक, विकास मित्र और होमगार्ड सहित ऐसे सभी सेवाओं का सरकारीकरण किया जाए। इन्हें वेतनमान और सुरक्षा मिले। आम जनता को 200 मिनट बिजली फ्री हो, 5 एकड़ खेती करने वाले किसानों को बिजली मुफ्त में दी जाए। 21 से 35 साल तक के सभी बेरोजगारों को 5000 रुपए बेरोजगारी भत्ता मिले।
स्वास्थ्य बीमा योजना को बढ़ाकर 10 से 15 लाख किया जाए। देश की राजधानी दिल्ली की प्रमुख सड़कों का नामकरण डॉ. अंबेडकर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, लक्ष्मीबाई, बिरसा मुंडा, सावित्रीबाई फुले जैसे महान व्यक्तियों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर हो। समान शिक्षा नीति लागू की जाए।
प्रेसवार्ता में हम के जिलाध्यक्ष पीयूष कुमार, जिला प्रवक्ता माधव कुमार, कोषाध्यक्ष रजनीश कुमार और जमुई जिलाध्यक्ष मुकेश मांझी सहित अन्य उपस्थित थे।