ब्लैक-स्पॉट जहां 1 महीने में 3 हादसों में 5 मौत: सर्विस लाइन से हाईवे पर चढ़ते ही हादसा; ओवरब्रिज की ढलान के पास है कट – Pali (Marwar) News h3>
पाली के ट्रांसपोर्टनगर सर्विस लेन-हाईवे कट पर होते रहते हैं हादसे।
पाली शहर में नेशनल हाईवे-162 (ब्यावर-पिंडवाड़ा) पर एक ऐसा ब्लैक-स्पॉट है जहां 1 महीने में 3 हादसों में 5 लोगों की मौत हो चुकी है। सर्विस लेन से हाईवे पर चढ़ते वाहन सवार हादसे का शिकार हुए। यह ब्लैक पॉइंट शहर में ट्रांसपोर्टनगर एरिया में ओवरब्रिज के पास
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इस स्पॉट पर जान गंवाने वाले 5 लोग एक ही मोहल्ले (जगदंबा कॉलोनी, नया गांव, पाली) के हैं। अकाल मौतों से तीनों परिवारों और मोहल्ले में मातम है। लोगों की गुहार है कि पुलिस-प्रशासन ऐसे ब्लैक स्पॉट चिह्नित करे और इन्हें बंद करे।
पाली में नया गांव ट्रांसपोर्टनगर का ब्लैक स्पॉट जहां होते हैं हादसे।
एक महीने में तीन हादसों में गई 5 की जान
6 जनवरी 2025 : नया गांव जगदम्बा कॉलोनी निवासी हेमाराम (68) पुत्र हीराराम भाट ट्रांसपोर्ट नगर के पास सर्विस लेन से बाइक पर नेशनल हाईवे-162 (ब्यावर पिंडवाड़ा) पर पहुंचे। 72 फीट बालाजी मंदिर के पास ओवरब्रिज पर तेज रफ्तार पिकअप ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में हेमाराम गंभीर घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए बांगड़ हॉस्पिटल लाया गया। जहां जांच के बाद डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
26 जनवरी 2025 : नया गांव के जगदम्बा कॉलोनी निवासी पोकरराम (27) पुत्र मांगीलाल बाइक पर ट्रांसपोर्ट नगर के निकट सर्विस लाइन से हाईवे पर चढ़ा। इस दौरान वह ट्रक की चपेट में आ गया। कुचले जाने से उसकी मौके पर दर्दनाक मौत हो गई।
9 फरवरी 2025 : पाली के नया गांव जगदम्बा कॉलोनी निवासी हेमाराम बावरी (30) पत्नी संतोष (25), बेटे कमलेश (8) और बेटी ललिता (5) के साथ बाइक से धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने जाडन (पाली) जा रहा था। इस दौरान ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में 72 फीट बालाजी मंदिर के पास ट्रेलर ने बाइक सवार परिवार को चपेट में ले लिया। हादसे में मां और बेटे-बेटी की मौत हो गई। हेमाराम बावरी घायल हो गया। ओवरब्रिज पर चढ़ते समय ट्रेलर ने बाइक को चपेट में लिया।
पाली के नया गांव जगदम्बा कॉलोनी में पोते-पोती और बहू की सड़क हादसे में अकाल मौत के बाद बुधवार शाम विलाप करता परिवार।
हेमाराम बावरी का अभी इलाज जारी है। NEWS4SOCIALटीम हेमाराम के घर पहुंची। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। हेमाराम की मां भूंडी देवी और पिता शिवाराम ने कहा- सर्विस लाइन से होकर ही हम हाईवे पर आते-जाते हैं। खेत की ओर जाने का यह ही एक प्रमुख रास्ता है। पुलिस-प्रशासन ऐसा कुछ करें कि इस पॉइंट पर और किसी परिवार के लाडलों की अकाल मौत न हो।
हादसे में जगदंबा कॉलोनी निवासी हेमाराम बावरी घायल हो गया था। पत्नी और दो बच्चों की मौत हो गई थी।
इसलिए हादसों का कारण बना यह पॉइंट बना
सर्विस लेन से जब कोई व्हीकल लेकर हाईवे पर चढ़ता है तो ओवर ब्रिज की ढलान से वाहन आते हैं। ढलान पर वाहनों की रफ्तार तेज होती है। ऐसे में सर्विस लेन से कट में जाने के दौरान लोग बड़े वाहनों का शिकार हो जाते हैं। पाली शहरी क्षेत्र से आने वाले अधिकतर लोग ट्रांसपोर्ट नगर की सर्विस लाइन से ही हाईवे पर चढ़ते हैं।
क्योंकि हाईवे पर आने का यही एक प्रमुख रास्ता है। नया गांव जगदम्बा कॉलोनी में रहने वाले अधिकतर लोग खेती करते हैं। खेत में आने-जाने के दौरान वे इसी सर्विस लाइन से हाईवे पर आते-जाते हैं। अगर आने-जाने के दौरान वे ओवरब्रिज से होकर गुजरना शुरू कर दें दो हादसों में कमी लाई जा सकती है।
पाली के नया बस स्टैंड के निकट बुधवार को बिना हेलमेट पहने वाहन चलाने वालों के चालान काटते हुए पुलिस।
पुलिस अधिकारी बोले- अवैध कट बंद करवा रहे, सर्विस लाइन पर बनाएंगे स्पीड ब्रेकर
पाली सिटी सीओ उषा यादव ने बताया- पाली में बढ़ रहे सड़क हादसे पुलिस-प्रशासन के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं। वर्ष 2024 की बात करें तो 532 हादसों में 326 लोगों की मौत हुई। 475 लोग घायल हुए। मरने वालों में ज्यादातर युवा हैं जिनकी औसत उम्र 40 साल से कम है।
जिनकी जान गई उनमें भी टू व्हीलर सवार ज्यादा है। जान जाने का एक बड़ा कारण हेड इंजरी सामने आई है। पुलिस-प्रशासन का मनाना है कि टू व्हीलर सवार अपनी सुरक्षा के लिए हेलमेट को बोझ नहीं समझकर उसे लगाना शुरू कर दें तो सड़क हादसों में होने वाली मौतों का ग्राफ नीचे आ सकता है।
पाली में ट्रांसपोर्ट नगर थाना क्षेत्र में हाईवे पर एक अन्य कट को बंद करवा दिया है।
पाली में बिना हेलमेट गाड़ी चलाने वालों के चालान काटने कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही हाईवे पर ट्रांसपोर्ट नगर थाना क्षेत्र में जहां अवैध कट बंद करवाए जा रहे हैं। ट्रांसपोर्ट नगर थाना क्षेत्र में सर्विस लाइन से हाईवे पर चढ़ते समय जहां ज्यादा हादसे हो रहे है, वहां सर्विस लाइन रोड पर स्पीड ब्रेकर भी बनवाने का प्लान है। ताकि सर्विस लाइन से हाईवे पर जाते समय वाहन चालकों की स्पीड कम हो।