बेंगलुरु में एयरो इंडिया-2025 शो: भारत के 4 एयरक्राफ्ट का प्रदर्शन, LCA 50 हजार फीट की ऊंचाई उड़ने में सक्षम h3>
नई दिल्ली1 घंटे पहले
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एयरो इंडिया 2025 में आधुनिक लड़ाकू विमानों और हेलिकॉप्टरों का प्रदर्शन किया गया।
एयरो इंडिया के तीसरे दिन बुधवार को बेंगलुरु के येलाहेंका एयरबेस पर आधुनिक लड़ाकू विमानों और हेलिकॉप्टरों का प्रदर्शन किया गया।
इस मौके पर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की तरफ से बनाया गया लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) को केंद्र में रखा गया, जो 50,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है। वहीं, HAL का लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर (LUH) भी आकर्षण का केंद्र बना।
लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) 50,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है।
अमेरिका, जर्मनी के एडवांस फाइटर्स का प्रदर्शन एयर शो में अमेरिकी वायुसेना के चौथी और पांचवीं पीढ़ी के F-16 और F-35 लड़ाकू विमान, जर्मनी का भारी-भरकम A400M ब्राजीलियाई C-390 मिलेनियम भी आकर्षण का केंद्र रहे।
भारत के स्वदेशी विमान और उनकी खूबियां
- डोर्नियर 228: जर्मन लाइसेंस के तहत HAL की तरफ से बनाया गया विमान छोटे रनवे से टेक-ऑफ और लैंडिंग कर सकता है।
- C295 MW: 30,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरने और 5,750 किमी की रेंज कवर करने में सक्षम मिड-रेंज सैन्य परिवहन विमान।
- AWACS EMB-145: DRDO की तरफ से बनाया गया यह विमान 35,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है।
- HANSA-3 (NG): देश का पहला ऑल-कम्पोजिट ट्रेनर एयरक्राफ्ट, जो 10,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है।
भारत का C295 MW फाइटर 5,750 किमी की रेंज कवर करने में सक्षम है।
रूसी और अन्य देशों के लड़ाकू विमानों की ताकत
- SU-57E: रूस का अत्याधुनिक स्टेल्थ फाइटर, 4,000 किमी की रेंज के साथ 34,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है।
- मिग-29K: रूस का ऑल-वेदर फाइटर, जो 53,000 फीट तक उड़ सकता है और एयरक्राफ्ट कैरियर से ऑपरेट करने में सक्षम है।
- फ्रांसीसी राफेल: भारतीय वायुसेना का पांचवीं पीढ़ी का मल्टीरोल फाइटर जेट।
- जगुआर दारीन-III: गहरी घुसपैठ वाले हमलों के लिए मशहूर ब्रिटिश लड़ाकू विमान।
रूस का SU-57E फाइटर 34,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है।
रूस का भारत को पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान एसयू-57 का ऑफर एयर शो में रूस पहली बार पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट एसयू-57 के साथ आया ह। रूसी एजेंसी रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के महानिदेशक अलेक्जेंडर मिखेव ने भारत को एसयू-57 देने का ऑफर किया है।
उन्होंने कहा, हम सप्लाई और जॉइंट प्रोडक्शन के लिए तैयार हैं। हालांकि, भारत ने अब तक इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। भारत-रूस में 2007 में पांचवीं पीढ़ी के जेट विकसित करने का करार हुआ था, लेकिन टेक ट्रांसफर पर मतभेद के कारण बात नहीं बनी।
बेंगलुरु के येलाहेंका एयरफोर्स स्टेशन पर मौजूद रूस का फाइटर जेट SU-57
भारतीय और विदेशी हेलीकॉप्टरों का जलवा
- LCH ‘प्रचंड’: HAL का स्वदेशी अटैक हेलिकॉप्टर, उच्च ऊंचाई पर ऑपरेशन करने में सक्षम।
- LUH: HAL द्वारा विकसित हल्का बहुउद्देश्यीय हेलीकॉप्टर।
- MH-60R: अमेरिकी हेलिकॉप्टर, जो मल्टी-मिशन क्षमताओं से लैस है।
- MI-17V5: रूसी हेलिकॉप्टर, उन्नत एवियोनिक्स और नाइट विजन के साथ।
- सी किंग 42B: ब्रिटिश मूल का हेलिकॉप्टर, रोल्स रॉयस इंजन से लैस।
भारत के पास पांचवी जेनरेशन के जेट्स नहीं इंडियन एयरफोर्स के पास अभी पांचवीं जेनरेशन के फाइटर जेट नहीं हैं। बीते साल सरकार ने पांचवीं जेनरेशन के फाइटर जेट भारत में ही बनाने के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी और साल 2035 तक ये जेट्स एयरफोर्स में शामिल किए जा सकते हैं। भारत के पास 4.5th जेनरेशन के फ्रांस से खरीदे राफेल फाइटर जेट्स हैं।
14 फरवरी तक चलेगा एयरो इंडिया-2025
एशिया के सबसे बड़े एयर शो में से एक एयरो इंडिया 2025 की 10 फरवरी से शुरुआत हुई, जो 14 फरवरी तक चलेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरोस्पेस और रक्षा प्रदर्शनी के 15वें संस्करण का उद्घाटन किया।
पहले दिन एयर शो में तेजस मार्क 1ए विमान ने हवा में 360° चक्कर लगाया। वहीं सुखोई एसयू-30 एमकेआई ने भी आसमान में करतब दिखाया। सूर्य किरण ने हवा में उड़ान के दौरान तीन रंग फैलाए।
रक्षा मंत्री बोले- कमजोर सुरक्षा व्यवस्था से शांति नहीं मिल सकती एयर शो का इनॉगरेशन करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- एयरो इंडिया हमें आपसी सम्मान, आपसी हित और आपसी लाभ के आधार पर संबंधों को बढ़ाने का मंच प्रदान करता है। हमें मिलकर आज की अनिश्चितता और सामने आ रही चुनौतियों से निपटने का प्रयास करना चाहिए।
सुरक्षा की कमजोर स्थिति में शांति कभी प्राप्त नहीं हो सकती। हम सभी को मिलकर मजबूत बनना होगा, तभी हम शांति सुनिश्चित कर पाएंगे। वैश्विक अनिश्चितता के इस माहौल में भारत एक ऐसा बड़ा देश है जहां हम शांति और समृद्धि देख सकते हैं।
एयर शो से एक दिन पहले वायु सेना और सेना प्रमुख ने तेजस में उड़ान भरी
थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी (बाएं) और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह ने तेजस में उड़ान भरी।
एयर शो की शुरुआत से पहले रविवार को वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह और थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने LCA तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी। उड़ान के बाद थल सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी ने इस अनुभव को अपने जीवन का सबसे अच्छा पल बताया था।
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तेजस विमानों की स्लो डिलीवरी, एयरफोर्स चीफ बोले- अभी तक नहीं मिले 40 जेट्स, चीन जैसे देश ताकत बढ़ा रहे
इंडियन एयरफोर्स (IAF) के चीफ एपी सिंह ने 8 जनवरी को तेजस लड़ाकू विमानों की डिलीवरी पर हो रही देरी को लेकर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि 2009-2010 में ऑर्डर किए गए 40 तेजस विमानों की पहली खेप अभी तक नहीं मिली है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
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नई दिल्ली1 घंटे पहले
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एयरो इंडिया 2025 में आधुनिक लड़ाकू विमानों और हेलिकॉप्टरों का प्रदर्शन किया गया।
एयरो इंडिया के तीसरे दिन बुधवार को बेंगलुरु के येलाहेंका एयरबेस पर आधुनिक लड़ाकू विमानों और हेलिकॉप्टरों का प्रदर्शन किया गया।
इस मौके पर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की तरफ से बनाया गया लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) को केंद्र में रखा गया, जो 50,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है। वहीं, HAL का लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर (LUH) भी आकर्षण का केंद्र बना।
लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) 50,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है।
अमेरिका, जर्मनी के एडवांस फाइटर्स का प्रदर्शन एयर शो में अमेरिकी वायुसेना के चौथी और पांचवीं पीढ़ी के F-16 और F-35 लड़ाकू विमान, जर्मनी का भारी-भरकम A400M ब्राजीलियाई C-390 मिलेनियम भी आकर्षण का केंद्र रहे।
भारत के स्वदेशी विमान और उनकी खूबियां
- डोर्नियर 228: जर्मन लाइसेंस के तहत HAL की तरफ से बनाया गया विमान छोटे रनवे से टेक-ऑफ और लैंडिंग कर सकता है।
- C295 MW: 30,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरने और 5,750 किमी की रेंज कवर करने में सक्षम मिड-रेंज सैन्य परिवहन विमान।
- AWACS EMB-145: DRDO की तरफ से बनाया गया यह विमान 35,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है।
- HANSA-3 (NG): देश का पहला ऑल-कम्पोजिट ट्रेनर एयरक्राफ्ट, जो 10,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है।
भारत का C295 MW फाइटर 5,750 किमी की रेंज कवर करने में सक्षम है।
रूसी और अन्य देशों के लड़ाकू विमानों की ताकत
- SU-57E: रूस का अत्याधुनिक स्टेल्थ फाइटर, 4,000 किमी की रेंज के साथ 34,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है।
- मिग-29K: रूस का ऑल-वेदर फाइटर, जो 53,000 फीट तक उड़ सकता है और एयरक्राफ्ट कैरियर से ऑपरेट करने में सक्षम है।
- फ्रांसीसी राफेल: भारतीय वायुसेना का पांचवीं पीढ़ी का मल्टीरोल फाइटर जेट।
- जगुआर दारीन-III: गहरी घुसपैठ वाले हमलों के लिए मशहूर ब्रिटिश लड़ाकू विमान।
रूस का SU-57E फाइटर 34,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है।
रूस का भारत को पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान एसयू-57 का ऑफर एयर शो में रूस पहली बार पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट एसयू-57 के साथ आया ह। रूसी एजेंसी रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के महानिदेशक अलेक्जेंडर मिखेव ने भारत को एसयू-57 देने का ऑफर किया है।
उन्होंने कहा, हम सप्लाई और जॉइंट प्रोडक्शन के लिए तैयार हैं। हालांकि, भारत ने अब तक इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। भारत-रूस में 2007 में पांचवीं पीढ़ी के जेट विकसित करने का करार हुआ था, लेकिन टेक ट्रांसफर पर मतभेद के कारण बात नहीं बनी।
बेंगलुरु के येलाहेंका एयरफोर्स स्टेशन पर मौजूद रूस का फाइटर जेट SU-57
भारतीय और विदेशी हेलीकॉप्टरों का जलवा
- LCH ‘प्रचंड’: HAL का स्वदेशी अटैक हेलिकॉप्टर, उच्च ऊंचाई पर ऑपरेशन करने में सक्षम।
- LUH: HAL द्वारा विकसित हल्का बहुउद्देश्यीय हेलीकॉप्टर।
- MH-60R: अमेरिकी हेलिकॉप्टर, जो मल्टी-मिशन क्षमताओं से लैस है।
- MI-17V5: रूसी हेलिकॉप्टर, उन्नत एवियोनिक्स और नाइट विजन के साथ।
- सी किंग 42B: ब्रिटिश मूल का हेलिकॉप्टर, रोल्स रॉयस इंजन से लैस।
भारत के पास पांचवी जेनरेशन के जेट्स नहीं इंडियन एयरफोर्स के पास अभी पांचवीं जेनरेशन के फाइटर जेट नहीं हैं। बीते साल सरकार ने पांचवीं जेनरेशन के फाइटर जेट भारत में ही बनाने के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी और साल 2035 तक ये जेट्स एयरफोर्स में शामिल किए जा सकते हैं। भारत के पास 4.5th जेनरेशन के फ्रांस से खरीदे राफेल फाइटर जेट्स हैं।
14 फरवरी तक चलेगा एयरो इंडिया-2025
एशिया के सबसे बड़े एयर शो में से एक एयरो इंडिया 2025 की 10 फरवरी से शुरुआत हुई, जो 14 फरवरी तक चलेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरोस्पेस और रक्षा प्रदर्शनी के 15वें संस्करण का उद्घाटन किया।
पहले दिन एयर शो में तेजस मार्क 1ए विमान ने हवा में 360° चक्कर लगाया। वहीं सुखोई एसयू-30 एमकेआई ने भी आसमान में करतब दिखाया। सूर्य किरण ने हवा में उड़ान के दौरान तीन रंग फैलाए।
रक्षा मंत्री बोले- कमजोर सुरक्षा व्यवस्था से शांति नहीं मिल सकती एयर शो का इनॉगरेशन करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- एयरो इंडिया हमें आपसी सम्मान, आपसी हित और आपसी लाभ के आधार पर संबंधों को बढ़ाने का मंच प्रदान करता है। हमें मिलकर आज की अनिश्चितता और सामने आ रही चुनौतियों से निपटने का प्रयास करना चाहिए।
सुरक्षा की कमजोर स्थिति में शांति कभी प्राप्त नहीं हो सकती। हम सभी को मिलकर मजबूत बनना होगा, तभी हम शांति सुनिश्चित कर पाएंगे। वैश्विक अनिश्चितता के इस माहौल में भारत एक ऐसा बड़ा देश है जहां हम शांति और समृद्धि देख सकते हैं।
एयर शो से एक दिन पहले वायु सेना और सेना प्रमुख ने तेजस में उड़ान भरी
थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी (बाएं) और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह ने तेजस में उड़ान भरी।
एयर शो की शुरुआत से पहले रविवार को वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह और थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने LCA तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी। उड़ान के बाद थल सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी ने इस अनुभव को अपने जीवन का सबसे अच्छा पल बताया था।
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