ग्यासपुरा में सीवर ओवरफ्लो, जलभराव से 20 हजार लोग परेशान, निवासियों ने प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी – Ludhiana News h3>
NEWS4SOCIALन्यूज | लुधियाना जसपुर बिजली दफ्तर के पास सीवर ओवरफ्लो और जलभराव की समस्या 1 महीने से लगातार बनी हुई है। इससे करीब 20 हजार की आबादी प्रभावित हो रही है। निगम की लापरवाही के चलते लोग गंदगी से होकर गुजरने को मजबूर हैं।
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जलभराव के कारण सड़कें दलदल में तब्दील हो चुकी हैं, जिससे यातायात बाधित हो रहा है और पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। शनिवार को एडवोकेट रविंद्र सिंह रावत, टीम युवा के रविंद्र कश्यप, अमन जोशी, राजा भाई समेत स्थानीय लोग सड़क पर उतरे और प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि समस्या का जल्द समाधान नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। ग्यासपुरा क्षेत्र में बिजली दफ्तर के पास जलभराव की समस्या इतनी गंभीर हो चुकी है कि यहां से गुजरने वाले करीब 15 से 20 हजार लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। खासतौर पर महिलाएं, बुजुर्ग और स्कूली बच्चे सीवर ओवरफ्लो की गंदगी के बीच से गुजरने को मजबूर हैं।
जलभराव के कारण सड़क पर लंबा जाम लग जाता है, जिससे दुपहिया और चारपहिया वाहनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। प्रदर्शन कर रहे एडवोकेट रविंद्र सिंह रावत ने कहा कि यह समस्या प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के संज्ञान में पहले से है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
उन्होंने बताया कि इलाके में ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह फेल हो चुका है, जिससे बारिश का पानी और सीवरेज का गंदा पानी सड़कों पर जमा हो जाता है। इसी कारण स्थानीय लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। वरिंदर कश्यप ने कहा कि हर बार सड़क खराब होती है और सीवर ओवरफ्लो के कारण जलभराव की समस्या बनी रहती है।
प्रशासन सिर्फ तब कार्रवाई करता है जब लोग सड़कों पर उतरकर आंदोलन करते हैं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे बड़े स्तर पर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। स्थानीय लोगों का कहना है कि जसपुर क्षेत्र में सीवरेज का पानी पीने के पानी में मिल रहा है, जिससे इलाके में डेंगू, मलेरिया और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है।
लोगों ने निगम से तुरंत समस्या के समाधान की मांग की है और चेतावनी दी है कि अगर जल्द कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे प्रशासन के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए बाध्य होंगे। 90 लाख से बनी थी सड़क: निवासियों ने बताया कि करीब 5 साल पानी की निकासी नहीं होने पर धरना प्रदर्शन किया गया था।
पूर्व विधायक सिमरजीत बैंस से निवासियों ने मुलाकात की थी। 90 लाख के बजट से सड़क और अन्य कामों को मंजूरी मिली थी। सड़क की खुदाई कर सीवर डाला गया था और इसके बाद नई सड़क बनी थी।इसके बाद भी सीवर ओवरफ्लो हो रहा है। कहा कि 2022 में दोबारा से सड़क निर्माण किया गया था।