लखनऊ में 6 फीट की लौकी 40 किलो के कद्दू: राजभवन में सेल्फी पॉइंट बना श्रीराम मंदिर; फूलों की प्रदर्शनी कर रही आकर्षित – Lucknow News

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लखनऊ में 6 फीट की लौकी 40 किलो के कद्दू:  राजभवन में सेल्फी पॉइंट बना श्रीराम मंदिर; फूलों की प्रदर्शनी कर रही आकर्षित – Lucknow News

लखनऊ में 6 फीट की लौकी 40 किलो के कद्दू: राजभवन में सेल्फी पॉइंट बना श्रीराम मंदिर; फूलों की प्रदर्शनी कर रही आकर्षित – Lucknow News

राजभवन में चल रही प्रादेशिक फल, शाक-भाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी इस बार अनोखी वजहों से चर्चा में है। यहां 6 फीट लंबी लौकी, 40 किलो का कद्दू, बकरी के दूध से बना साबुन और फूलों से सजा श्रीराम मंदिर लोगों को सबसे ज्यादा आकर्षित कर रहा है।

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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शुक्रवार को प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और जैविक खेती को बढ़ावा देने पर जोर दिया। तीन दिवसीय इस महोत्सव में देशभर से 1700 से ज्यादा प्रतिभागियों ने भाग लिया। यहां 635 प्रजातियों के फूल प्रदर्शित किए गए हैं।

40 किलो का कद्दू बना आकर्षण प्रदर्शनी में सबसे ज्यादा चर्चा गोरखपुर के किसान रामप्रीत मौर्य के उगाए 40 किलो के कद्दू की हो रही है। यह कद्दू ‘काशीफल’ प्रजाति का है, जो आकार में बड़ा और रंगों में अनोखा होता है। रामप्रीत बताते हैं कि डंकल प्रजाति के बीजों से इसे उगाया गया है, जिसका वजन 18 से 20 किलो तक हो सकता है।

पहले देखिए ड्रोन से क्लिक की गई​​​​​ तस्वीरें…

ड्रोन से ली गई इस तस्वीर में पूरे प्रदर्शनी स्थल का विहंगम दृश्य नजर आ रहा है, जहां फूलों, सब्जियों और कलाकृतियों की रंगीन दुनिया बिखरी हुई है।

ड्रोन शॉट में फूलों से सजे समुद्र मंथन, श्रीराम मंदिर और कबाड़ से बनाए गए सौरमंडल की झलक मिल रही है, जो प्रदर्शनी का सबसे बड़ा आकर्षण बना हुआ है।

ऊंचाई से खींची गई इस तस्वीर में प्रदर्शनी के विभिन्न थीम, जैविक उत्पादों के स्टॉल और हजारों आगंतुकों की उत्साहपूर्ण भीड़ को साफ देखा जा सकता है।

6 फीट की लौकी और सब्जियों की अनोखी दुनिया

  • प्रदर्शनी में सबसे लंबी 6 फीट की लौकी लोगों को चौंका रही है।
  • 20 से 40 किलो तक के विशाल टमाटर, मूली और गोभी की आकृतियां भी आकर्षण का केंद्र हैं।
  • प्रगतिशील किसानों को राज्यपाल ने सम्मानित किया और जैविक खेती अपनाने पर जोर दिया।

फूलों से बना श्रीराम मंदिर और समुद्र मंथन प्रदर्शनी में जैसे ही लोग प्रवेश करते हैं, फूलों से बना भव्य श्रीराम मंदिर उनका स्वागत करता है। ठीक इसके पास फूलों से बनी यज्ञशाला सनातन परंपरा की झलक देती है।सबसे अनोखा आकर्षण समुद्र मंथन की झलक है, जिसे फूलों से खूबसूरती से तैयार किया गया है। लखनऊ विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने कबाड़ से सौरमंडल का अनोखा मॉडल तैयार किया है। इसे डॉ. अलका मिश्रा के निर्देशन में अंशिका, नेहा राज, संजना भारती और निलांशी ने 15 दिन में बनाया।

नगर निगम ने वेस्ट टू वंडर थीम पर बनाए मॉडल

  • गिद्ध, चींटी, मकड़ी, उल्लू, घोंघा, छिपकली और मगरमच्छ के मॉडल तैयार किए हैं,
  • जो पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हैं। बकरी के दूध का साबुन और जैविक उत्पादों की धूम प्राकृतिक उत्पादों की खरीदारी के लिए भी यह प्रदर्शनी खास बनी हुई है।
  • चिनहट के डॉ. नितिन सिंह के स्टॉल पर नीम और यूकेलिप्टस का शहद
  • बकरी के दूध से बना साबुन, जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
  • मोटे अनाज और जैविक उत्पादों के स्टॉल, जिनकी राज्यपाल ने सराहना की।

विशेष आकर्षणवाली कलाकृति

  • फूलों से बना श्रीराम मंदिर और यज्ञशाला
  • समुद्र मंथन की झलक
  • कबाड़ से बना सौरमंडल
  • बकरी के दूध से बना साबुन
  • नीम और यूकेलिप्टस का शहद
  • वेस्ट टू वंडर थीम पर बने जीव-जंतु
  • 40 किलो तक के कद्दू और सब्जियों की आकृतियां
  • फूलों से बना लखनऊ का घंटाघर

राज्यपाल ने जैविक उत्पादों की मार्केटिंग पर दिया जोर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उद्घाटन के दौरान कहा कि किसानों को उनके जैविक उत्पादों की उचित मार्केटिंग का अवसर मिलना चाहिए। उन्होंने मोड रिटेल्स सेल्स एंड मार्केटिंग के सीएमडी प्रशांत कुमार के प्रयासों की सराहना की और जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने का आह्वान किया।

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