RMC की कार्यप्रणाली से सीएस नाखुश: अध्यक्ष पद पर योग्य और अनुभवी डॉक्टर की नियुक्ति समेत 6 माह से पेंडिंग शिकायतों को 31 मार्च तक निस्तारित करने के निर्देश – Jaipur News h3>
राजस्थान मेडिकल कौंसिल (RMC) की वर्तमान कार्यप्रणाली से मुख्य सचिव सुधांश पंत नाखुश है। उन्होंने कौंसिल में कार्यरत सेवानिवृत और संविदा कर्मचारियों की जगह नियमित कर्मचारियों से कार्यवाही करवाने की बात कही। साथ ही उन्होंने कौंसिल के अध्यक्ष पद पर योग्
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पिछले महीने मुख्य सचिव की अध्यक्षता एक बैठक हुई। इसमें जिसमें मेडिकल कौंसिल और नर्सिंग कौंसिल की कार्यप्रणाली पर चर्चा की गई। बैठक के जारी हुए मिनिट्स में मुख्य सचिव RMC की कार्यप्रणाली और व्यवस्था से नाखुश नजर आए। सीएस ने RMC में खाली पड़े सदस्यों के पदों को भरने की कार्यवाही जल्द करने के निर्देश दिए। उन्होंने इन पदों पर मेडिकल एज्युकेशन डिपार्टमेंट से कॉर्डिनेट करके आरयूएचएस और मेडिकल कॉलेजों के प्रतिनिधियों का नामांकन करवाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कौंसिल में कार्यरत सेवानिवृत और संविदा कर्मचारियों से कार्य करवाने के बजाए, नियमित कर्मचारियों से काम करवाने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने रेगुलर कर्मचारियों की भर्ती का प्रस्ताव सरकार को भिजवाने के निर्देश दिए।
आपको बता दें कि पिछले साल ही RCM में डॉक्टरों के फर्जी रजिस्ट्रेशन के मामले सामने आए थे। इसके साथ ही कौंसिल में डॉक्टर्स के नए रजिस्ट्रेशन और नवीनीकरण के प्रकरणो का समय पर निस्तारण नहीं होने की लगातार शिकायतें मिल रही है। सरकार ने अभी कौंसिल में भी कार्यवाहक रजिस्ट्रार नियुक्त कर रखा है। वहीं कौंसिल के सदस्यों का कोरम भी खाली पड़ा है।
30 मार्च तक शिकायतों का निस्तारण करने के निर्देश
इस बैठक में सीएस ने कौंसिल में दर्ज शिकायतों का भी अपडेट लिया। लम्बित शिकायतों का समय पर निस्तारण न होता देख सीएस ने कौंसिल को 31 मार्च तक हर हाल में उन सभी शिकायतों का निस्तारण करने के निर्देश दिए, जो 6 माह या उससे भी ज्यादा समय से लंबित है। साथ ही इसकी रिपोर्ट सीएस ऑफिस भिजवाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही सीएस ने कौंसिल में आने वाले नवीन रजिस्ट्रेशन और रिन्युअल के मामलों का भी टाइम बाउंड निस्तारण करने के निर्देश दिए।
विदेश से MBBS करके आए डॉक्टर्स का तीन साल का मांगा डेटा
मुख्य सचिव ने कौंसिल में रजिस्टर्ड उन डॉक्टर्स की सूची मांगी है, जिन्होंने विदेश से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की है। इसमें इन डॉक्टर्स ने किन देशों से एमबीबीएस किया है इसकी भी जानकारी मांगी है। तीन साल में कौंसिल में रजिस्टर्ड हुए इन डॉक्टर्स का डेटा जल्द देने के निर्देश दिए है।