महाकुंभ में भगदड़ की 20 तस्वीरें: हॉस्पिटल की फर्श पर पड़े 11 शव, अपनों की तलाश में रोते परिजन; भीड़ हटी तो लाशें दिखीं h3>
प्रयागराज3 मिनट पहले
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प्रयागराज के संगम तट पर आधी रात बाद भगदड़ मच गई। इसमें कितनों की मौत हुई और कितने घायल हैं, इस पर हादसे के 5 घंटे बाद भी प्रशासन ने कोई आंकड़ा नहीं जारी किया है। स्वरूपरानी अस्पताल में मौजूद NEWS4SOCIALरिपोर्टर के मुताबिक- 14 शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए जा चुके हैं। केंद्रीय अस्पताल में फर्श पर 11 लाशें रखी दिखीं।
भगदड़ के दर्दनाक मंजर देखकर वहां मौजूद हर कोई कांप उठा। जिसने ये हादसा देखा, वो लड़खड़ाती जुबां में ज्यादा कुछ बोल नहीं पा रहा। भगदड़ वाली जगह से भीड़ हटी तो वहां घायल तड़पते दिखे। डेडबॉडी ऐसे हालात में दिखी कि सैकड़ों लोग कुचल दिए हों।
कोई अपनों की मौत पर वहां बैठा रोता रहा तो कोई अपनों की तलाश में इधर-उधर भागता रहा। जिन्हें अपनों की तलाश थी, वे ये दुआ करते दिखे कि भगवान सही सलामत हों। भीड़ से निकल कर लोग इस कदर भागे कि जालियां और बैरिकेडिंग तोड़ दी।
भगदड़ की 20 तस्वीरें
मेडिकल स्टाफ के साथ पुलिस के जवान भी घायलों और डेडबॉडी का रेस्क्यू करते दिखे।
स्ट्रेचर पर लादकर शवों को हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां से डॉक्टरों ने पोस्टमॉर्टम हाउस के लिए डेडबॉडी भेज दी।
अपनों के बीच परिवार के लोग रोते-बिलखते दिखे। किसी के घर का सदस्य घायल है तो किसी की जान चली गई। कोई मिल नहीं रहा।
ये महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल की तस्वीर है। इसमें जमीन पर 11 लाशें दिखाई दे रही हैं।
भगदड़ के बाद सब कुछ बिखर गया। लोगों के सामान छूट गए। कइयों ने अपनों को खो दिया तो कोई अपनों की तलाश में पड़ा रोता रहा। ऐसे ही एक व्यक्ति को सांत्वना दे रही रेस्क्यू टीम।
भगदड़ मची तो इस कदर लोग जालियां तोड़ते और कूदकर भागते दिखे। इसमें भी कई लोगों को चोट आई।
कोई अपनों के लापता होने पर रो रहा तो कोई भयावह मंजर आंखों से देखकर डर गया है।
जैसा कि प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया- भगदड़ के बाद लोग काफी देर पड़े रहे। घायल तड़पते रहे।
जैसा कि प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया- अफवाह के चलते संगम पर भगदड़ मची। जो लोग जमीन पर गिरे, उन्हें कुचलते हुए भीड़ निकल गई।
हादसे के बाद 70 से ज्यादा एंबुलेंस स्टाफ के साथ संगम पर पहुंचीं। घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया।
इस हादसे पर कुंभ मेला की OSD आकांक्षा राणा ने कहा- संगम पर बैरियर टूटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।
अपनों का हाथ थामे परिजन मानों दिलासा दिला रहें कि साहस न तोड़िए। आपको कुछ नहीं होगा। जल्दी ठीक हो जाओगे।
स्ट्रेचर नहीं मिला तो पुलिस के जवान घायल महिला को उठाकर गाड़ी तक ले गए। फिर हॉस्पिटल भेजा गया।
ये भगदड़ के तुरंत बाद की तस्वीर है। कपड़े, बैग और कंबल चादर के बीच डेडबॉडी और घायल लोग पड़े हैं।
भगदड़ के बाद लोग अपनों को ढूंढते दिखे। छूट गए अपने सामानों को समेटते दिखे।
तस्वीर पांटून पुल की है। पुल पर इतनी भीड़ और धक्का-मुक्की हुई तो कई लोग खुद की जान बचाते हुए प्लेटफॉर्म से उतर कर पांटून पर खड़े हो गए।
भगदड़ वाली जगह से भीड़ हटी तो इस कदर दबे-कुचले लोग दिखाई दिए।
यह तस्वीर हादसे के बाद संगम नोज इलाके की है। वहां अफरा-तफरी नजर आई। दो-तीन लोग एक-दूसरे पर गिरते दिख रहे हैं।
70 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। घायलों को अलग-अलग अस्पताल ले जाया गया।
भगदड़ में घायलों को हॉस्पिटल लाए जाने से पहले ही डॉक्टरों को अलर्ट कर दिया गया।
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प्रयागराज3 मिनट पहले
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प्रयागराज के संगम तट पर आधी रात बाद भगदड़ मच गई। इसमें कितनों की मौत हुई और कितने घायल हैं, इस पर हादसे के 5 घंटे बाद भी प्रशासन ने कोई आंकड़ा नहीं जारी किया है। स्वरूपरानी अस्पताल में मौजूद NEWS4SOCIALरिपोर्टर के मुताबिक- 14 शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए जा चुके हैं। केंद्रीय अस्पताल में फर्श पर 11 लाशें रखी दिखीं।
भगदड़ के दर्दनाक मंजर देखकर वहां मौजूद हर कोई कांप उठा। जिसने ये हादसा देखा, वो लड़खड़ाती जुबां में ज्यादा कुछ बोल नहीं पा रहा। भगदड़ वाली जगह से भीड़ हटी तो वहां घायल तड़पते दिखे। डेडबॉडी ऐसे हालात में दिखी कि सैकड़ों लोग कुचल दिए हों।
कोई अपनों की मौत पर वहां बैठा रोता रहा तो कोई अपनों की तलाश में इधर-उधर भागता रहा। जिन्हें अपनों की तलाश थी, वे ये दुआ करते दिखे कि भगवान सही सलामत हों। भीड़ से निकल कर लोग इस कदर भागे कि जालियां और बैरिकेडिंग तोड़ दी।
भगदड़ की 20 तस्वीरें
मेडिकल स्टाफ के साथ पुलिस के जवान भी घायलों और डेडबॉडी का रेस्क्यू करते दिखे।
स्ट्रेचर पर लादकर शवों को हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां से डॉक्टरों ने पोस्टमॉर्टम हाउस के लिए डेडबॉडी भेज दी।
अपनों के बीच परिवार के लोग रोते-बिलखते दिखे। किसी के घर का सदस्य घायल है तो किसी की जान चली गई। कोई मिल नहीं रहा।
ये महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल की तस्वीर है। इसमें जमीन पर 11 लाशें दिखाई दे रही हैं।
भगदड़ के बाद सब कुछ बिखर गया। लोगों के सामान छूट गए। कइयों ने अपनों को खो दिया तो कोई अपनों की तलाश में पड़ा रोता रहा। ऐसे ही एक व्यक्ति को सांत्वना दे रही रेस्क्यू टीम।
भगदड़ मची तो इस कदर लोग जालियां तोड़ते और कूदकर भागते दिखे। इसमें भी कई लोगों को चोट आई।
कोई अपनों के लापता होने पर रो रहा तो कोई भयावह मंजर आंखों से देखकर डर गया है।
जैसा कि प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया- भगदड़ के बाद लोग काफी देर पड़े रहे। घायल तड़पते रहे।
जैसा कि प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया- अफवाह के चलते संगम पर भगदड़ मची। जो लोग जमीन पर गिरे, उन्हें कुचलते हुए भीड़ निकल गई।
हादसे के बाद 70 से ज्यादा एंबुलेंस स्टाफ के साथ संगम पर पहुंचीं। घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया।
इस हादसे पर कुंभ मेला की OSD आकांक्षा राणा ने कहा- संगम पर बैरियर टूटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।
अपनों का हाथ थामे परिजन मानों दिलासा दिला रहें कि साहस न तोड़िए। आपको कुछ नहीं होगा। जल्दी ठीक हो जाओगे।
स्ट्रेचर नहीं मिला तो पुलिस के जवान घायल महिला को उठाकर गाड़ी तक ले गए। फिर हॉस्पिटल भेजा गया।
ये भगदड़ के तुरंत बाद की तस्वीर है। कपड़े, बैग और कंबल चादर के बीच डेडबॉडी और घायल लोग पड़े हैं।
भगदड़ के बाद लोग अपनों को ढूंढते दिखे। छूट गए अपने सामानों को समेटते दिखे।
तस्वीर पांटून पुल की है। पुल पर इतनी भीड़ और धक्का-मुक्की हुई तो कई लोग खुद की जान बचाते हुए प्लेटफॉर्म से उतर कर पांटून पर खड़े हो गए।
भगदड़ वाली जगह से भीड़ हटी तो इस कदर दबे-कुचले लोग दिखाई दिए।
यह तस्वीर हादसे के बाद संगम नोज इलाके की है। वहां अफरा-तफरी नजर आई। दो-तीन लोग एक-दूसरे पर गिरते दिख रहे हैं।
70 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। घायलों को अलग-अलग अस्पताल ले जाया गया।
भगदड़ में घायलों को हॉस्पिटल लाए जाने से पहले ही डॉक्टरों को अलर्ट कर दिया गया।