मनाया गया राष्ट्रीय बालिका दिवस: डीएम ने कहा- लिंगभेद, बाल विवाह और कन्या भ्रूण हत्या पर रोक जरूरी – Begusarai News

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मनाया गया राष्ट्रीय बालिका दिवस:  डीएम ने कहा- लिंगभेद, बाल विवाह और कन्या भ्रूण हत्या पर रोक जरूरी – Begusarai News

मनाया गया राष्ट्रीय बालिका दिवस: डीएम ने कहा- लिंगभेद, बाल विवाह और कन्या भ्रूण हत्या पर रोक जरूरी – Begusarai News

कार्यक्रम का उद्घाटन करते जिलाधिकारी।

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर आज कारगिल विजय सभा भवन में बाल विवाह एवं पास्को एक्ट पर कार्यशाला का आयोजन डीएम तुषार सिंगला की अध्यक्षता में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

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मौके पर बालिकाओं के बीच स्कूल बैग, सेनेटरी किट, टी-शर्ट एवं टोपी का वितरण किया गया। वहीं, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत दो एलईडी प्रचार-प्रसार गाड़ी को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इससे पहले साईकिल रैली का भी आयोजन किया गया।

प्रचार वाहन को रवाना करते डीएम सहित अन्य अधिकारी

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि 24 जनवरी को देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला गया था। इंदिरा गांधी को नारी शक्ति के रूप में याद किया जाता है। इसलिए 24 जनवरी 2008 से महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाना शुरू किया गया।

इस दिवस को मनाने का उद्देश्य समाज में लिंगभेद को खत्म करते हुए लड़कियों के अधिकारों, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाना है, उनके मौलिक अधिकारों पर प्रकाश डालना है। जिला, अनुमंडल, प्रखंड, पंचायत और गांव स्तर के साथ उच्च विद्यालयों में कार्यशाला कर बाल विवाह और कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

बैग सेट का वितरण

बाल विवाह बालिकाओं के सर्वांगीण विकास में सबसे बड़ी बाधा है। बालिकाओं के विवाह के लिए न्युनतम उम्र 18 वर्ष निर्धारित है, लेकिन बालिकाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए उनका विवाह स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही करना चाहिए। बेगूसराय वन स्टाॅप सेंटर द्वारा 2024-25 में अब तक 28 बाल विवाह रोका गया है।

डीपीओ सुगंधा शर्मा ने कहा कि बालिकाओं को भी समानता का अधिकार है। एक सभ्य समाज में किसी भी प्रकार का लिंग भेद या कन्या भ्रूण हत्या स्वीकार नहीं है। बच्चियों को भी समान पोषण आहार व शिक्षा का अवसर मिलना चाहिए। अवसर प्राप्त होने पर बालिकाओं ने भी मैट्रिक-इंटर के परीक्षा में बालकों से अच्छा परिणाम जिला में दिया है।

कार्यक्रम

खेल, कला एवं अन्य विधाओं भी बालिकाएं बेहतर प्रदर्शन कर रही है। किसी भी प्रकार की महिला हिंसा या बालिकाओं के साथ होने वाले भेदभाव कि शिकायत टाॅल फ्री नंबर-181 पर किया जा सकता है। इसकी लिखित शिकायत वन स्टाॅप सेंटर में किया जा सकता है। मौके पर DHEW के डीएमसी राज कुमार सिन्हा, WCDC के डीपीएम गुलाम गौस हैदर अली खां, मणि भूषण मिश्रा, स्वीटी कुमारी, वन स्टॉप सेंटर के प्रशासक वीणा कुमारी सहित अन्य उपस्थित थे।

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