काम पर आना है तो मालिकों को खुश करना होगा: महिला ठेकाकर्मियों ने सरकारी अस्पताल के अधीक्षक को शिकायत दी; कहा- नौकरी से निकाला – Kota News h3>
कोटा के सरकारी अस्पताल में ठेके पर लगी 2 महिला सिक्योरिटी गार्ड ने पुरुष गार्ड और 2 ठेकेदारों पर अस्मत मांगने के आरोप लगाएं हैं। दोनों अस्पताल अधीक्षक को जिला कलेक्टर के नाम शिकायत देने पहुंची तो गार्ड और ठेकेदार भी पीछे-पीछे पहुंच गए। 1 घंटे चले हंग
.
अधीक्षक बोले- कमेटी बनाई है, कार्रवाई करेंगे
हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. धर्मराज मीणा ने बताया- हॉस्पिटल में मैन पावर सप्लाई और सिक्योरिटी का काम ठेके पर है। शिकायत मिलने, काम नहीं करने, काम के वक्त इधर-घूमने की शिकायत पर ठेकेदार ऐसे ठेका श्रमिकों को हटा देते हैं। इसी के चलते सिक्योरिटी गार्ड के रूप में काम कर रही 3 महिलाओं को हटाया गया था। इसमें से एक ठेका श्रमिक ने आकर अपनी समस्या बताई थी।
उसे दोबारा काम पर रख लिया गया था। बाकी दो महिला ठेका श्रमिक शिकायत लेकर नहीं आई। आज दोनों महिलाएं शिकायत लेकर पहुंची। उन्होंने गार्ड महेंद्र, ठेकेदार कासिफ और दीपक तिवारी पर अस्मत मांगने के आरोप लगाएं हैं।
पत्र में लिखा- ठेकेदारों को खुश करना होगा
मीणा ने बताया- दोनों पूर्व महिला गार्डों का आरोप था कि कुछ दिन पहले उन्हें जॉब से हटा दिया गया था। जब इस बारे में बात करने 22 जनवरी को हॉस्पिटल में बने ठेकेदार के ऑफिस में गई तो वहां गार्ड महेंद्र मिला। गार्ड से ठेकेदारों के बारे में पूछा। गार्ड ने कहा कि कल से तुम दोनों ड्यूटी पर मत आना। मालिक (ठेकेदारों) ने मना कर दिया है। जब गार्ड से पूछा क्यों नहीं आना? तो गार्ड ने कहा तुम दोनों को हमारे मालिक (ठेकेदारों) कासिफ व दीपक तिवारी को खुश करना होगा। अगर नहीं करोगी तो कल से मत आना।
गार्ड बोला- ऐसी घटना नहीं हुई
गार्ड महेंद्र ने कहा कि जो आरोप लगाए हैं वो झूठे हैं। दोनों महिला गार्ड 22 जनवरी को दोपहर 12 बजे करीब बात करने आई थी। उन्होंने ठेकेदारों के बारे में पूछा था। मैंने कहा कि कासिफ भाई व दीपक तिवारी दोनों ही नहीं आए। मैं 2007 से यहां ठेके पर लगा हूं। कभी ऐसी घटना नहीं हुई।
सच्चाई सामने आएगी
ठेकेदार दीपक तिवारी ने कहा कि उनकी फर्म के पास मेन पावर सप्लाई का काम है। जबकि सिक्योरिटी का टेंडर दूसरी फर्म के पास है। दोनों फर्मों का एक ही ऑफिस है। हॉस्पिटल अधीक्षक के बुलाने पर मामले का पता लगा है। अधीक्षक ने जांच के लिए कमेटी बनाई है। जांच में सारी सच्चाई सामने आ जाएगी।
ठेकेदार बोला- आरोप गलत
ठेकेदार कासिफ ने बताया कि मैं कुछ दिन से ऑफिस नहीं आ रहा था। जो ठेका श्रमिक काम नहीं करते, काम के वक्त मोबाइल पर बातें करते हैं। जिनकी शिकायत आती है ऐसे ठेका श्रमिकों को हटा देते है। दो महिला गार्ड वापस ड्यूटी पर आने के लिए इस तरह का आरोप लगा रहीं हैं।