कहीं माल बरामदगी तो कहीं व्यवहार पर सवाल: काकादेव पुलिस पर चोरी का माल बरामद करने में हेरफेर का आरोप, चकेरी में पीआरवी सिपाहियों पर लूट का आरोप – Kanpur News

1
कहीं माल बरामदगी तो कहीं व्यवहार पर सवाल:  काकादेव पुलिस पर चोरी का माल बरामद करने में हेरफेर का आरोप, चकेरी में पीआरवी सिपाहियों पर लूट का आरोप – Kanpur News

कहीं माल बरामदगी तो कहीं व्यवहार पर सवाल: काकादेव पुलिस पर चोरी का माल बरामद करने में हेरफेर का आरोप, चकेरी में पीआरवी सिपाहियों पर लूट का आरोप – Kanpur News

कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। एक चोरी के मामले में पुलिस रिकवरी पर पीड़ित ने ही सवाल खड़ा किया है। वहीं दूसरे मामले में एक ई रिक्शा संचालक ने पीआरवी कर्मियों को मदद के लिए बुलाया। उसका आरोप है कि पीआरवी कर्मियों ने उ

.

शास्त्री नगर निवासी रिटायर एचसीपी (हेड कांस्टेबल प्रमोटी) दिनेश पाल सिंह के घर में चोरी हुई थी। 9 जनवरी को 12 लाख रुपए के जेवरात और नकदी घर से चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। काकादेव पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर सोने की बरामदगी कर ली थी। हालांकि इस मामले में पीड़ित का कहना था कि उसे सिर्फ पायल मिली है।

पीड़ित का कहना था कि उनके घर से चार सोने की चूड़ियां, दोनों कानों की लटकन, एक अंगूठी, एक सोने की जंजीर, एक मंगलसूत्र, चांदी की पायल की तीन जोड़े और एक चांदी का सिक्का गायब हुआ था। इस मामले में डीसीपी सेन्ट्रल दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि कोई सोना गायब नहीं हुआ है। 80 ग्राम सोने में 60 ग्राम रिकवर किया गया है। बाकी सोना सर्राफ ने गलाया था। यह बरामदगी सर्राफ एसोसिएशन के पदाधिकारियों के सामने हुई है। बाकी पीड़ित जो भी कह रहे हैं उसकी जांच एसीपी स्वरूप नगर को दे दी गई है।

बर्खास्त हो चुका है एचसीपी

रिटायर एचसीपी दिनेश पाल सिंह पुलिस में रहते हुए बर्खास्त भी हो चुका है। पनकी में तैनाती के दौरान उसपर एक एनडीपीएस के मुल्जिम को भगाने का आरोप लगा था। वहीं शास्त्री नगर चौकी में तैनाती के दौरान एक मकान कब्जा करने का आरोप लगा। जिसपर उसे बर्खास्त किया गया था। बाद में वो हाईकोर्ट से बहाल हो गया था।

मदद के लिए बुलाया और पुलिस ने ही लूट लिया

महाराजपुर के छतमरा गांव निवासी उपेंद्र कुमार कुशवाहा के मुताबिक 27 दिसंबर की रात करीब 11 बजे अहिरवां स्थित मालिक के घर पर ई-रिक्शा खड़ा किया। वहां से पैदल ही घर जाने के लिए निकल गया। चकेरी मोड़ पर उसे घर जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिल रहा था। इसपर वहां पर एक व्यक्ति के कहने पर उसने डायल 112 में फोन कर पुलिस को बुला लिया। पीआरवी के दो सिपाही बाइक से उसके पास पहुंचे। इस पर उपेन्द्र ने उन्हें किसी वाहन को रुकवाकर घर तक छुड़वा देने के लिए कहा।

उपेन्द्र का आरोप है कि इसपर सिपाही नाराज हो गए। सिपाहियों ने उससे गाली गलौज व मारपीट की। साथ ही जेब में पड़े 625 रुपए लूट लिए। सिपाही वहां से चले गए। उपेन्द्र ने फिर 108 नम्बर पर फोन कर एम्बुलेंस बुलाई कांशीराम अस्पताल पहुंचा वहां उपचार कराया। इसके बाद 28 दिसम्बर को चकेरी थाने में शिकायत की मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। एसीपी चकेरी दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि इस तरह की घटना की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। कोई शिकायत करता है तो जांच करा ली जाएगी।

उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News