डिप्टी मेयर पति ने निगम की मनमानी पर उठाई आवाज: रमना मैदान में 10 रुपए लगने वाला मामला, कहा- खारिज होने के बाद कैबिनेट में क्यों हुआ पास – Bhojpur News

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डिप्टी मेयर पति ने निगम की मनमानी पर उठाई आवाज:  रमना मैदान में 10 रुपए लगने वाला मामला, कहा- खारिज होने के बाद कैबिनेट में क्यों हुआ पास – Bhojpur News

डिप्टी मेयर पति ने निगम की मनमानी पर उठाई आवाज: रमना मैदान में 10 रुपए लगने वाला मामला, कहा- खारिज होने के बाद कैबिनेट में क्यों हुआ पास – Bhojpur News

सरोज सिंह ने कहा कि शहरवासियों के साथ नहीं होने देंगे मनमानी।

आरा नगर निगम के मेयर और प्रशासन की मनमानी के खिलाफ डिप्टी मेयर पूनम देवी के प्रतिनिधि सरोज सिंह ने आवाज उठाई है। सरोज सिंह ने बताया कि आरा नगर निगम की मेयर इंदु देवी ने पीसी में 14 जनवरी को बोला था कि जो रमना मैदान पार्क में 10 रुपए लग रहे, उसे बंद क

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मेयर साहिबा 15 जनवरी को कैबिनेट में साइन कर रही है कि रमना मैदान में 10 रुपए लगेगा जिसको पारित कर रही हैं। अगर उन्होंने पहले ही खारिज कर दिया था तब अब किस आधार पर साइन किया गया है।

डिप्टी मेयर पूनम देवी के प्रतिनिधि हैं सरोज सिंह।

14 जनवरी को दबाव में आकर खारिज कर दिया था

16 जनवरी को नगर आयुक्त ने इसको पारित किया है। जबकि मेयर ने 14 जनवरी को ही जनता के हंगामा और उपमहापौर प्रतिनिधि के आत्मदाह करने की बात कहे जाने के बाद तुरंत दबाव में आकर खारिज कर दिया था। फिर ये कैसे साइन किया गया है, यह मेयर के कार्यकाल पर सवालिया निशान खड़ा करता है। उप महापौर प्रतिनिधि सरोज सिंह ने दूसरे एक और मामले का खुलासा करते हुए बताया कि शनिवार की शाम में बोर्ड की बैठक की प्रोसिडिंग कॉपी प्राप्त हुई थी।

ऐसी कुछ भी बात मेरी कैबिनेट में नहीं हुई थी, इसमें गलत तरीके से जोड़ दिया गया है। राजस्व से संबंधित मामले को मुख्य एजेंडा में रखा जाना चाहिए ताकि सभी इसको पढ़कर पहले से समझ सकें। इस तरह से अन्यान में रखना कहीं से भी उचित नहीं है जबकि इसमें गलत तरीके से अन्यान में दिया गया है। जबकि दोनों मामला राजस्व से संबंधित था। कोई भी बड़ा मुद्दा आता है तो सार्वजनिक किया जाता है एजेंडा में आता है महापौर और नगर आयुक्त के द्वारा कुछ भी सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है।

नगर निगम में मनमानी के खिलाफ उठाई आवाज

आगे कहा कि जो भी बड़ा एजेंडा आता है, वह एजेंडा में आता है। अपनी मनमानी से इसको अन्यान (मौखिक रूप से नहीं कहा गया, लेकिन लेटर में डाला गया हो) में जोड़ दिया है और इन लोगों से किसी से भी राय विमर्श किए बिना कुछ भी कर लिया जाता है। कहा कि बोर्ड में एजेंडा था, बीते बैठक की कार्रवाई की संपुष्टि, स्ट्रीट लाइट पर विचार विमर्श, शहर के विभिन्न चौक चौराहे पर मूर्ति और फव्वारा स्थापित कर सौंदर्यीकरण कर विचार विमर्श, शहर के सभी यूरिनल के पास जहां स्थल उपलब्ध है, पुरुष के लिए ओपन यूरिनल के निर्माण पर विचार विमर्श, अन्यान अध्यक्ष की अनुमति।

होल्डिंग टैक्स के बारे में मेयर ने बताया कि मेरी पत्नी की तबीयत खराब है, दवा चल रही है इसलिए वह इस बात का खंडन नहीं कर रही है। बतौर प्रतिनिधि मैं इस बात का खंडन कर रहा हूं। ये बात इन लोगों ने प्रोसिडिंग में नहीं लाई और एजेंडा में भी नहीं लाया गया।

एक प्रतिनिधि के नाते मैं उनसे मांग करता हूं कि विभाग की जो भी लिखित चिट्ठी आपके पास आई है, वह लेटर को सार्वजनिक किया जाए। ताकि इसका राजफास हो सके। वहां मौजूद वार्ड पार्षद जाकिर और पारस ने भी इसका विरोध किया था। सभी पार्षद के साथ-साथ डिप्टी मेयर ने भी जाकिर की बात पर सहमति जताई। वहां पर मौजूद सांसद सुदामा प्रसाद और एमएलसी राधा चरण साह उर्फ सेठ जी भी बोले कि नहीं लगनी चाहिए। आपलोग केवल प्राइवेट प्राइवेट कर रहे हैं और यहां कोई भी विकास का काम नहीं हो रहा है।

ये किसके दबाव में होल्डिंग प्राइवेट करना चाह रही हैं, इनकी मानसिकता हम लोगों को समझ में नहीं आ रही है। मैं अपने आरा नगर निगम वासियों की जनता को लूटने नहीं दूंगा, इसके लिए मुझे जो करना पड़े मैं करूंगा। जनता के हित में काम होता है तब मैं चुप रहता हूं। सब साथ में मिलकर काम करते हैं। अगर जनता के साथ लूट होने लगती है तब हम मोर्चा खोल देते हैं। नगर निगम की ओर से अगर इसे बेचने का काम चालू किया जाएगा तो मैं अक्सर इसका विरोध करूंगा।

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