उपनेता प्रतिपक्ष कटारे बोले-भूपेंद्र की नोटशीट पर सौरभ की नियुक्ति: खुरई विधायक का पलटवार- कटारे के आरोप झूठे, मेरे क्षेत्र में पोस्टिंग आदेश दिखाएं, राजनीति छोड़ दूंगा – Bhopal News

0
उपनेता प्रतिपक्ष कटारे बोले-भूपेंद्र की नोटशीट पर सौरभ की नियुक्ति:  खुरई विधायक का पलटवार- कटारे के आरोप झूठे, मेरे क्षेत्र में पोस्टिंग आदेश दिखाएं, राजनीति छोड़ दूंगा – Bhopal News

उपनेता प्रतिपक्ष कटारे बोले-भूपेंद्र की नोटशीट पर सौरभ की नियुक्ति: खुरई विधायक का पलटवार- कटारे के आरोप झूठे, मेरे क्षेत्र में पोस्टिंग आदेश दिखाएं, राजनीति छोड़ दूंगा – Bhopal News

आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा की अनुकंपा नियुक्ति के मामले पर सियासत गरमाती जा रही है। गुरुवार को मप्र विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह को घेरा। कटारे ने सौरभ की नियुक्ति पर

.

पहले पढ़िए कटारे ने भूपेंद्र सिंह के जिस बयान का जिक्र किया…

उन्होंने कहा कि आरक्षक की नियुक्ति की फाइल मंत्री तक नहीं आती। ये ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के स्तर से होती है। वह कोई ऐसा एक कागज या नोटशीट दिखा दें, जिसमें मैंने सौरभ शर्मा की नियुक्ति की सिफारिश की हो तो बताए।

QuoteImage

कटारे ने दिखाया बयान का वीडियो और नोटशीट

भूपेन्द्र सिंह के बयान का वीडियो दिखाते हुए कटारे ने कहा- पूर्व परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने एक कागज दिखाने की बात कही थी मैं दो- दो कागज आज सार्वजनिक कर रहा हूं। सौरभ के नियुक्ति पत्र की प्रति तत्कालीन परिवहन मंत्री के निज सचिव को भेजी गई थी। उस आदेश की प्रतिलिपि जिन्हें भेजी गई उसमें लिखा था “निज सहायक माननीय परिवहन मंत्री जी की नोटशीट क्रमांक 14/09/16 के संदर्भ में सूचनार्थ” इससे यह स्पष्ट होता है कि सौरभ शर्मा की नियुक्ति में तत्कालीन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने नोटशीट लिखी थी। कटारे ने तत्कालीन गृह एवं परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह द्वारा लिखी गई नोटशीट भी जारी की।

पूर्व परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह की कथित नोटशीट जो कटारे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाई।

कलेक्टर के पत्र पर मंत्री ने खुद संज्ञान ले लिया कटारे ने कहा- मंत्री जी का दूसरा कागज मैं दिखा रहा हूं जिसमें भूपेंद्र सिंह के हस्ताक्षर की नोटशीट है। इसमें पूर्व मंत्री के साइन हैं। सवाल ये है कि आरक्षक की भर्ती में मंत्री अभिमत क्यों मांग रहे हैं? मंत्री खुद ही नियुक्ति के लिए कह रहे हैं और अभिमत भी मांग रहे हैं। कागज बता रहे हैं कि मंत्री जी डायरेक्ट इसमें इन्वॉल्व थे। 12/08/2016 का कलेक्टर का एक पत्र है। उसमें कलेक्टर ने परिवहन आयोग को पत्र लिखा। उसकी कॉपी संचालक स्वास्थ्य सेवाएं, दूसरी प्रतिलिपि सीएमएचओ ग्वालियर और तीसरी सौरभ शर्मा को भेजी। इसमें मंत्री को कहीं कोई कॉपी नहीं भेजी गई है। लेकिन मंत्री जी के सौरभ शर्मा के प्रति इतनी चिंता थी कि उन्होंने स्वत: संज्ञान ले लिया।

परिवहन आयुक्त द्वारा जारी सौरभ शर्मा का नियुक्ति पत्र।

सौरभ शर्मा मुख्यमंत्री से ज्यादा पॉपुलर, पुलिस पता नहीं लगा पा रही हेमंत कटारे ने कहा कि फरार सौरभ शर्मा को पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कैसे संरक्षण दिया। कैसे नियुक्ति करवाई और मध्य प्रदेश में करप्शन का जो माया जाल है, वह कैसे पैदा हुआ। इसमें भूपेंद्र सिंह की क्या भूमिका है, इसे तथ्यों के साथ सामने रख रहा हूं। कटारे ने कहा कि सौरभ शर्मा नाम का व्यक्ति मध्य प्रदेश में वर्तमान मुख्यमंत्री से भी ज्यादा पॉपुलर हो चुका है। अभी वह दुबई में है, पंजाब में है, दिल्ली में है या कहां है? मध्य प्रदेश की पुलिस इंटेलिजेंस का यह फैलियर है कि उसकी लोकेशन पुलिस पता नहीं कर पाई। यह भी हो सकता है कि जानबूझकर उसको फरार रख रही है। क्योंकि वह अगर पकड़ा गया तो भूपेंद्र सिंह या इन जैसे बड़े लोगों की पोल खुल जाएगी। हमने जब प्रेस वार्ता कि तो उसके बाद नए ट्रांसपोर्ट कमिश्नर पदस्थ किए गए। यह भी सुनने में आया है कि नए ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति भी सौरभ शर्मा और उनसे जुड़े सत्य प्रकाश, तुभराम और बघेल जैसे लोगों ने पोस्टिंग कराई है।

परिवहन आयुक्त द्वारा जारी नियुक्ति पत्र में निज सचिव परिवहन मंत्री को भी मार्क किया गया है।

सत्यप्रकाश सौरभ का गुरु, उसके भी कागज जुटा रहा हूं कटारे ने कहा कि सौरभ शर्मा की नियुक्ति अक्टूबर 2016 में हुई, लेकिन ट्रांसपोर्ट विभाग पहले से था। 2016 से पहले सत्य प्रकाश नाम का व्यक्ति जो सौरभ शर्मा का गुरू भी है, वो पूरा सिस्टम ऑपरेट करता था। अभी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति में भी सत्य प्रकाश की अहम भूमिका है। मैं सत्य प्रकाश के कागज भी इकट्ठा कर रहा हूं। कैसे उन्होंने अपनी मां-भाई के नाम प्रॉपर्टी इकट्ठी की है। ऐसे ही तुभराम और बघेल ने अपनी बहन और परिवार जनों के नाम प्रॉपर्टी इकट्ठी की। यह 300-400 करोड़ रुपए के इंस्पेक्टर थे। इनकी जानकारी इकट्ठा होते ही मैं यह जानकारी मीडिया और लोकायुक्त को दूंगा।

सौरभ अहम चेक पोस्ट पर रहा उप नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि छापेमारी में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति सौरभ शर्मा है। वह आज तक फरार है, जिसका पता पुलिस नहीं लगा पा रही है। उसको जन्म देने वाली मां के अलावा भ्रष्टाचारी सौरभ शर्मा को जन्म देने वाले भूपेंद्र सिंह हैं। उन्होंने कहा कि सौरभ शर्मा आरक्षक है, लेकिन वह हमेशा जरूरी टोल और चेक पॉइंट पर पदस्थ रहा। वह आरक्षक होकर भी इंस्पेक्टर का काम करता था। करहल, नहर, समरधा चिरुला यहां के सबसे बड़े चेक पॉइंट हैं, वह इन सब चैक पॉइंट्स पर एक साथ भी पदस्थ रहा। यह सब भूपेंद्र सिंह की मदद से हो रहा था।

भूपेन्द्र सिंह की विधानसभा के मालथौन चेकपोस्ट पर रहा सौरभ हेमंत ने कहा कि भूपेंद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र खुरई में मालथौन चेक पोस्ट है। जब भूपेंद्र सिंह परिवहन विभाग के मंत्री थे, तब सौरभ लंबे समय तक मालथौन में पदस्थ रहा। इसके बाद जब वे नगरीय विकास मंत्री बने, तब भी सौरभ निरंतर उनकी विधानसभा में पदस्थ रहा। हेमंत ने कहा कि क्या यह संभव है कि भूपेंद्र सिंह जो शिवराज सिंह की नाक के बाल थे, उनकी इच्छा के विरुद्ध सौरभ शर्मा उनकी विधानसभा में इतने लंबे समय तक काम करता रहा। भूपेंद्र सिंह के स्टाफ में कोई सेंगर हैं। जिसकी मदद से सौरभ का सारा लेन-देन होता था। अगर उनके कॉल डिटेल की जांच होगी तो यह पूरा कनेक्शन सामने आ जाएगा।

भूपेन्द्र ने किया पलटवार बोले- मैनेज होकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे कटारे हेमंत कटारे के आरोपों पर पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने खुरई में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जवाब दिया। भूपेन्द्र सिंह ने कहा- कटारे जी मैनेज होकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झूठे आरोप लगा रहे हैं। जो असली आरोपी हैं वो अपने बचने के लिए तमाम हथकंडे अपना रहे हैं।

मेरे क्षेत्र में पोस्टिंग का आदेश दिखाएं, मैं राजनीति छोड़ दूंगा कटारे के आरोपों पर पूर्व गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मेरे परिवहन मंत्री के रूप में मेरे कार्यकाल में सौरभ शर्मा कभी भी मेरे विधानसभा क्षेत्र के चेकपोस्ट पर पदस्थ नहीं रहा। अगर कभी उसकी पोस्टिंग मालथौन चेकपोस्ट पर रही है तो हेमंत कटारे उसका आदेश व तारीख बताएं। यदि ये प्रमाणित कर दें तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा, मैं हेमंत कटारे जी पर मानहानि का केस करूंगा।

मैंने सौरभ की नियुक्ति की सिफारिश की तो नोटशीट दिखाएं पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि, मैं हेमंत कटारे से पूछना चाहता हूं कि ऐसी कौनसी नोटशीट है जिसमें मैंने सौरभ शर्मा की नियुक्ति के लिए अनुशंसा, सिफारिश या अनुमोदन किया हो। यह तो बहुत दूर की बात है, मैंने विचार करने के लिए भी लिखा हो तो वह नोटशीट बताएं। कटारे पत्रकार वार्ता कर सौरभ शर्मा व किसको को बचाना चाहते हैं। जब जांच एजेंसियां जांच कर रहीं हैं, तब पत्रकार वार्ता का क्या औचित्य है? जांच में सब सामने आएगा।

आरोप लगाने के बाद खंडन करते हैं कटारे

  • पूर्व मंत्री ने कहा कि हेमंत कटारे विधानसभा में पहले जो आरोप लगाते हैं, बाद में उसी के समर्थन में पत्र लिखते हैं।
  • हेमंत कटारे ने सुधीर शर्मा पर आरोप लगाया बाद में खंडन किया।
  • उन्होंने विपक्ष में रहकर सरकार के खिलाफ जो भी विषय उठाए उनमें बाद में उन्होंने क्या-क्या किया, कैसे मैनेज हुए यह हेमंत कटारे बताएं।
  • कटारे स्वयं एक महिला पत्रकार के साथ बलात्कार करने के आरोपी रहे हैं।
  • एफएसएल जांच में बलात्कार को किस तरह पॉजिटिव से नेगेटिव कराया गया, यह कहानी मैं बताउंगा।
  • हेमंत कटारे का आईएसबीटी पर पेट्रोलपंप है, भोपाल में अनेक संपत्तियां हैं। यह कहां से आई यह बताएं।

कटारे के भाई पर 35 केस भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि इनके भाई योगेश कटारे पर 35 आपराधिक केस हैं। आईएसबीटी पेट्रोल पंप के पास जो झुग्गी-झोपड़ियां हैं उनमें इनके भाई योगेश कटारे के संरक्षण में गांजा, अफीम, ब्राउन शुगर बेचने का काम होता हैं। जिसकी जांच के लिए मैं पुलिस को लिख रहा हूं। ये भिंड से चुनाव कैसे जीते यह भी सबको मालूम हैं। इनके भाई भोपाल से अपराधियों को भिंड ले जाकर बूथ कैप्चरिंग करके चुनाव जीते हैं।भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि हेमंत कटारे ये भी बताएं परिवहन घोटाले के आरोपियों ने इस पत्रकार वार्ता के लिए कैसे मैनेज किया है। पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि जांच एजेंसियों को हेमंत कटारे की भी कॉल डिटेल निकालकर देखना चाहिए। पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि हेमंत कटारे को मेरे कार्यकाल की सराहना करना चाहिए, जिसमें मैंने चेक पोस्टों को बंद कर दिया था।

मध्यप्रदेश की और खबर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे – Madhya Pradesh News