सलौना स्टेशन पर उदयपुर-न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस का ठहराव शुरू होने पर लगे जिन्दाबाद के नारे

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सलौना स्टेशन पर उदयपुर-न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस का ठहराव शुरू होने पर लगे जिन्दाबाद के नारे

सलौना स्टेशन पर उदयपुर-न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस का ठहराव शुरू होने पर लगे जिन्दाबाद के नारे

बखरी, निज संवाददाता। अनुमंडल मुख्यालय के सलौना रेलवे स्टेशन पर रविवार को उदयपुर सिटी-न्यू जलपाईगुड़ी साप्ताहिक एक्सप्रेस का ठहराव रविवार से शुरू हो गया। इससे अनुमंडल वासियों में खुशी की लहर दौड़ गई। स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेन के रुकते ही गिरिराज सिंह जिदाबाद के नारे लगने लगे। बखरी वासियों की 17 वर्षों से चल रही लंबी दूरी की ट्रेनों के ठहराव की मांग स्थानीय सांसद की पहल पर पूरी हुई। सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, विधायक सूर्यकांत पासवान, डीआरएम विनय श्रीवास्तव, सीनियर डीसीएम अनन्या स्मृति ने सलौना स्टेशन पर पहुंचकर उक्त एक्सप्रेस ट्रैन को हरी झंडी दिखाकर न्यूजलपाईगुड़ी के लिए रवाना किया। वहीं, ट्रेन रुकते ही ट्रेन के चालक और गार्ड को सम्मानित कर माला पहनाया गया एवं मिठाई खिलाई गई। इससे पहले डीआरएम विनय श्रीवास्तव और सीनियर डीसीएम अनन्या स्मृति ने सांसद गिरिराज सिंह और विधायक को गुलदस्ता और मिथिला पाग पहनाकर स्वागत किया। तत्पश्चात डीआरएम ने सांसद को निर्माणधीन कार्य के रूप रेखा को बताया। इस दौरान पौधरोपण भी किया गया। मौके पर एओएम कोचीन बच्चा राम, सीनियर एईएनआर एन शुक्ला, टीआई समस्तीपुर एस के मल्लिक, एसडीओ सन्नी कुमार सौरव, एसडीपीओ कुंदन कुमार, बीडीओ महेशचंद्र, सीओ राकेश कुमार चौधरी, बखरी थानाध्यक्ष विकास कुमार राय, हसनपुर आरपीएफ इंस्पेक्टर गोविंद सिंह, स्टेशन अधीक्षक कुमार कृष्णादित्य, सहायक हरिहर साह आदि मौजूद थे। बता दे कि यहां दूरगामी ट्रेनों के ठहराव की मांग लम्बे समय से चल रही है। पिछले साल लगातार सलौना रेलयात्री संघर्ष समिति द्वारा इस मुद्दे को लेकर जनआंदोलन किया गया। पीएम मोदी देश में विकास की करते हैं राजनीति इस दौरान सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी विकास की राजनीति करते हैं। बिहार में रेल के विकास के लिए पहले 2009 से 2014 तक केवल 1132 करोड़ राशि मिलती थी, कहां से विकास होगा। नरेन्द्र मोदी ने रेल के विकास के लिए 1000 करोड नहीं 2014 से 2022 तक 30681 करोड़ दिया। 2022-23 में 6606 करोड़ दिया, 2023-24 में 8505 करोड़ दिया। 2024-25 में 10000 करोड़ दिया गया है। यहां विकास पैसे के बगैर नहीं होता। मेरा निवेदन है कि हम कोई विश्वकर्मा भगवान नहीं, जनप्रतिनिधि हैं, संसाधन कम है। सोशल मीडिया पर खूब लिखिए, सोशल मीडिया पर लिखने से विकास नहीं हो सकता है। चुनाव में नेगेटिव प्रचार किया गया, बेवजह का कुछ-कुछ कहा गया। समाज ऐसे लोगों की अनदेखी करे, जो सोशल मीडिया का शहर सहारा लेकर भ्रम पैदा कर रहे हैं। बेगूसराय में वंदे भारत रुक रही थी, किसी ने सोशल मीडिया पर लिख दिया कि नहीं रुकेगा, मेरा विरोध होने लगा था। सोशल मीडिया पर पॉजिटिव लिखें, हमेशा पॉजिटिव सोचें, तभी समाज का विकास होगा। समाज का जब तक पॉजिटिव सोच नहीं होगा, तब तक समाज आगे नहीं बढ़ेगा। प्रधानमंत्री ने लगातार पैसा दिया, जिसके कारण लाइन बिछा, स्टेशन बन रहा है, यात्रियों की सुविधा के लिए लगातार काम हो रहा है। सरकार सभी क्षेत्र में काम कर रही है, ट्रेनों का ठहराव दिया जा रहा है। सिर्फ ट्रेन के लिए आग्रह करने पर मेरा ध्यान नहीं है, मेरा ध्यान समग्र विकास पर है। देश की दिशा और दशा बदलने के लिए नरेन्द्र मोदी काम कर रहे हैं और सभी लोगों को एकजुट होकर उनके हाथ से हाथ मिलाकर चलना चाहिए। रैक पॉइंट के लिए अलग से प्लेटफॉर्म व गुड्स लाइन बनाने की हुई मांग व्यापार संघ के अध्यक्ष केदार केशरी, सचिव मनोज चौधरी, कोषाध्यक्ष प्रवीण कुमार आदि ने सांसद को व्यपारियों की समस्याओं से अवगत कराते हुए मांग पत्र सौंपा है। कहा कि इनके प्रयास से सलौना स्टेशन का चौमुखी विकास हो रहा है। अमृत भारत योजना के तहत सलौना को मॉर्डल स्टेशन के रूप में विकसित करने के साथ ही यहां दूरगामी ट्रेनों का ठहराव शुरू हो गया है। मांग पत्र में कहा है कि सलौना स्टेशन पर फिलहाल अलग से रैंक पॉइंट के लिए प्लेटफार्म नहीं है। प्लेटफार्म संख्या दो का इस्तेमाल ही रैंक पॉइंट के लिए बड़ी रेल लाइन बनने के बाद से लगातार किया जा रहा है। जिस कारण रैक पॉइंट पर आने वाले वाहनों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता रहा है। पिछले साल से प्लेटफार्म नंबर दो जो कि रैक पॉइंट के लिए इस्तेमाल हो रहा था। उसे उच्च स्तरीय प्लेटफार्म बनाने का काम चल रहा है। इस वजह से यहां से किसी मालगाड़ी को यहां से बाहर नहीं भेजा जा सका है। वहीं यहां फुट ओवरब्रिज निर्माण का काम भी चल रहा है। जब यह प्लेटफॉर्म बनकर यात्रियों के लिए तैयार हो जाएगा तो यहां से रैंक भेजना संभव नही है। कहना है कि सलौना स्टेशन के दूसरे छोर पर अलग से रैंक पॉइंट के लिए ट्रैक बिछाने के साथ साथ गुड्स प्लेटफार्म बनाने की जरूरत है। इसे मेन रोड से जोड़ दिया जाए। अगर यहां नए सिरे से प्लेटफार्म बनाकर रैंक पॉइंट बनाया जाएगा तो यह इलाके के विकास में एक नया आयाम रचेगा। रैक पॉइंट के विकसित होने से यहां के किसानों और व्यापारियों को इसका सीधा फायदा मिलेगा। तीन जिले के बॉर्डर पर स्थित सलौना रेलवे स्टेशन से बेगूसराय जिले के अन्य प्रखंडो से ही नही बल्कि खगड़िया जिले के अलौली प्रखंड, समस्तीपुर जिले के विथान प्रखंड समेत कई इलाक़ो से रैंक पॉइंट पर मक्के को भेजा जाता है। इससे किसानों को उचित कीमत समय पर मिल जाता है। अगर पॉइंट का विकास होता है तो यहां से व्यापारियों को भी एक स्थान से दूसरे स्थान पर माल भेजने के साथ साथ मंगाने में भी आसानी होगी। वहीं किसानों को भी फसल की उचित कीमत समय पर मिल जाएगी। साथ ही लोगों ने सलौना स्टेशन पर अन्य दूरगामी ट्रेनों के ठहराव तथा पटना के लिए ट्रेन चलाने की मांग की है।

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